कोरोना सँ डरबाक नहि लड़बाक जरूरत
कोरोना वायरस – कोविड १९ केर आउटब्रेक संसारक बहुल्य देश केँ अपन चपेट मे लय लेने अछि। एखन सब सँ भयावय दृश्य इटली मे होयबाक बात यत्र-तत्र सुनि रहल छी। अमेरिका, स्पेन, आदि आरो किछेक राष्ट्र मे एकर भयंकर संक्रमण होयबाक समाचार भेटैत अछि। समाचारक स्रोत कतेक विश्वसनीय आ पुख्ता समाचार दय रहल अछि से अपना जगह पर विचारनीय अछि, धरि कोरोना वायरस सँ संक्रमित आ एखन धरि कतेक मरल तेकर संख्या पर विश्व भरिक तथ्यांक जारी करयवला एक आधिकारिक वेबसाइट ‘वर्ल्डओमीटर’ द्वारा जारी कयल जा रहल तथ्यांक मुताबिक स्थिति सच मे डरावना आ समस्त मानव सभ्यता केँ अनिश्चितताक दिशा मे अग्रसर कय दैत अछि। एखन धरि पुख्ता कोनो उपाय एहि त्रासदी सँ बचय लेल कतहु नहि अभरल अछि सिवाये एकर जे अहाँ अपना केँ संक्रमण सँ बचेबाक लेल अपन घर मे अथवा एहेन सुरक्षित जगह नुका लिय, सीमित कय लिय, जाहि सँ संक्रमित व्यक्ति अथवा संक्रमणक खतराक माध्यम सँ अहाँक दर्शन तक नहि हुअय।
एखनहि व्हाट्सअप पर आयल एक वीडियो मे देखलहुँ जे इटलीक प्रधानमंत्री आ सैकड़ों पदाधिकारी व जनसामान्य सड़क पर माथा टेकिकय ईश्वर सँ बचेबाक गोहार लगा रहल छल। सच मे ओ दृश्य बहुत डरावना लागल। लोकक चित्कार सुनि कोनो मानव-हृदय पिघैल जायत से अपन अनुभव भेल। तखन त व्हाट्सअप आ फेसबुक सब पर मानवीय संवेदना केँ झकझोरयवला कय रंगक बात आ विचार सब अबैत रहैत अछि जेकर विश्वसनीयता पर सवाल रहैत अछि, काफी सन्देहास्पद सामग्री सब रहैत अछि… ताहि सँ अपन अध्ययन अन्य पुख्ता स्रोत सँ बढेबाक लेल आगू बढलहुँ। एहि क्रम मे एकटा गम्भीर शोधमूलक आलेख भेटल ‘लाइवसाईंस’केर वेबसाइट पर। लिंकः https://www.livescience.com/why-italy-coronavirus-deaths-so-high.html – एकरा मुताबिक इटली मे सर्वाधिक मृत्यु होयबाक कारण मे दू प्रमुख बात कहल गेल अछि जे ८० वर्ष सँ ऊपर केर व्यक्ति मे एकर संक्रमण सर्वाधिक छैक, इटलीक जनसंख्या विश्व भरि मे सब सँ बेसी वृद्ध लोकक होयबाक कारण ओतय कोरोना वायरस सँ मृत्यु होयबाक सामान्य दर ३.४% केर बदला १०% छैक। तहिना दोसर जे ७० वर्ष सँ ऊपर मे सेहो संक्रमण दर अत्यधिक छैक, वुहान केर तुलना मे इटली बेसी जोखिम मे अछि – ई सब तथ्य उजागर भेल। एकटा आरो बुझय योग्य आ मनन करय योग्य विन्दु देखायल जे टेस्ट करेबाक, इलाज करेबाक आ संक्रमण केर कोन रूप मे वेन्टीलेटर आदि उपलब्ध करेबाक नीति सरकार बनौने अछि, ताहि सँ सेहो एहि ठामक संक्रमित व्यक्तिक मृत्युदर प्रभावित भेल छैक।
आब अबैत छी नेपाल आ भारत सहित दक्षिण एशियाक क्षेत्र मे। एहि ठाम सेहो संक्रमण बड़ा तेजी सँ बढैत समाचार प्राप्त भऽ रहल अछि। लेकिन पूर्व मे संक्रमित देश सब द्वारा अपनायल गेल उपाय एहि सब देश मे ससमय भेल एना बुझाइत अछि। टेस्ट करेबाक या इलाजक सुविधा आदि सँ पहिनहि देश अन्य सब तरहक जोखिम (आर्थिक मन्दी, बेरोजगारी, भूखमरी, आदि) मोल लैत एहि पैनडेमिक (अति महामारी) कोरोना वायरस सँ बचबाक लेल लकडाउन कय देल गेल अछि। एहि तरहें संक्रमण बड पैघ स्तर पर नहि होयत ई एकटा कल्पना कयल गेल अछि। जन-जन मे सेहो सचेतनाक स्तर काफी उच्च स्तर पर प्रचारित-प्रसारित कय स्वयं सुरक्षा लेल सब केँ सजग बनायल गेल अछि। सोशल डिस्टैन्सिंग केर उपाय सँ निश्चित जोखिम ओतेक भयावह नहि होयत एहि पर विश्वास कय सकैत छी।
विश्व भरिक अवस्था पर नजरि रखबाक लेल एहि लिंक पर नजरि बना सकैत छी, इटलीक उदाहरण सहितक ई लिंक अछि, बाकी अपन-अपन देशक अवस्था सेहो देखल जा सकैत अछिः https://www.worldometers.info/coronavirus/country/italy/
हरिः हरः!!