कोरोना वायरस संक्रमण – मासुम लोक आ जानवर लेल आफदक समय
मानवीय गुण मे करुणा केँ अनमोल कहल गेल अछि। एक पत्र जे हमर प्रिय सारि (sister-in-law) लिखलनि अछि कोरोनाक सन्दर्भ काल्हिक किछु लेख-विचार सुनि-बुझिकय…. ई अत्यन्त हृदयस्पर्शी लागल।
कोरोना संक्रमण केर प्रभाव मानवक स्वास्थ्य पर जेना-जे असर कय रल छैक, ताहि सँ ऊपर एकर प्रभाव कोना गरीब-गुरबा आ देहारी पर आजीविका चलेनिहार मजदूर वर्गक लोक केँ तुरन्त प्रभाव सँ भऽ रहलैक अछि… पुनः एकर दूरगामी प्रभाव सँ अर्थतंत्र केना बिगड़त… हर तरहें मानव सभ्यता लेल ई एकटा चुनौतीपूर्ण समय थिक। अनुपमा जीक निम्न पत्र मे एहि तरहक अवस्थाक दर्शन भेटल हमरा। अपने सब सँ शेयर कय रहल छी।
दिनांक – २५.०३.२०२० ।
प्रणाम,
हम अहाँ सबके पोस्ट्स के काफी फोलो करय छी… रिस्पेक्ट करय छी अहाँ सब के काज के और हर एक्टिविटिज के। बच्चा सब के देल संस्कार के।
However, हमर एकटा रिक्वेस्ट अछि। For Corona, there is a very larger prospect to be analysed. Yes, may be temporary effect do not seem that bad.. earth looks greener, natural sanitization.. लेकिन,
Corona एकटा एहेन pandemic छै.. जेकर मारि स सम्पूर्ण विश्व त्रस्त अछि।
जहन अपन आस पास लोक भारी तादाद मे बीमार और अन्त देखय छै… से बहुत तकलीफदेह छै। एखन जे तरह स सिस्टम के ब्रेकडाउन भऽ रहल छै… ग्लोबल इकोनोमी पर जे एकर effect हेतय.. से काफी लम्बा चलवला छै। Nearly लोक अपन jobs loose करनाय शुरू करयवला छै… आ हम सब already global recession पर ठाढ़ छी।
हँ, भऽ सकैत छै जे प्रकृति अपना केँ balance कय रहल छैक and… of course human केँ control मे एखन किछु नञ छै… भऽ सकय त ई समझी… जे बहुत मासुम, मेडिकल practitioners और workers के respect मे at least कोरोना के appreciate नहि करी। आँखिक देखल कहि रहल छी… बहुत मासुम लोक के और even जानवर के सेहो स्थिति बहुत खराब भेल जा रहल छै… think of the daily wage earners जेकर सब काज चौपट भऽ गेल छै….. travel, food business खतम and street dogs मरय के कगार पर।
I respect you all.
बस मन मे आयल जे अहाँ हमर बात के बुझब। बस अपन सोच शेयर कय रहल छी.. और हमरा judge नहि करब अइ के लेल। ई रुकल जीवन healthy बस किछु दिन बहुत मुश्किल छै। Practically!
– अनुपमा