कथा
– विन्देश्वर ठाकुर, दोहा, कतार
#कतार_एयरवेजमे_एक_दिन
बात सम्भवत: एक बरख पुरान अछि। खाड़ी सँ अपन देश नेपाल जाइत रही। एक दिस गाम जएबाक अकुलाहटि रहए.. दोसर दिस टिकटके मंहगी। कि करू कि नै! समझमे नै अबैत रहे..। एहनमे कम्पनीद्वारा कतार एयरवेजके टिकट देनाइ बुझू जे पाथर तकैतमे महादेव भेटनाइ भेल। मोन प्रसन्नता सँ झुमि उठल। सब सोपिङसब कएल। सामानसबके जतन सँ पैकिङ कएल। तकराबाद अपना हिसाबे जएबाक सबटा तैयारी पूर्ण कएल। भाग्यक खेल ककरा पूर्ण रूपे बुझल रहैछै? सबकिछु तैयारी क’ मोनमे अथाह आस आ नैनमे अनेक सपना सहेजि बेरसपति दिन कैम्प सँ निकललौं। साँझ ५:५० के फ्लाइट रहए। एयरपोर्ट त पहुँच गेलौ, मुदा पता नै किए… हमर ओ फ्लाइट रद्द भऽ गेल। मोनमे बहुत कचोट भेल। हृदय हुचकि उठल। घर जेबाक ततेक ने जल्दी रहए.. लागए काल्हि से आइ, आ आइ से एखनहि तुरंत पहुँच जाइ। सायद दू बरख भऽ गेल रहए ने गाम गेला! ताहिसँ..! जे जेना..! कहबी छैक जे “होइहें सोही जो राम रचि राखा” सएह भेल। ओहि दिनक फ्लाइट हमर कैन्सिल भेल। ओना भर्पाइ नै देलक। कतार एयरवेज सेहो नै देलक। मुदा तैयो घर जेबाक बेर एहन भर्पाइके कोन खगता?
जे जेना! हमरा आ एकगोट आओर रहैक नेपालिए। ओ दुनूगोटेके एकटा स्टैन्डर होटलमे आवासके सुविधा देलक। खूब मजगर खाना खुवेलक। तकराबाद 900 कतारी रियालके पर्ची सेहो धरादेलक। ओना ई पैसा कतारमे आ कि नेपालमे सेहो ल’ सकैत छी। कतारमे त समय भेटल नै। तें नेपालेमे ल’ लेब से सोचलौं। रातिभरि स्मृतिमे अनेकानेक चित्रसब सिनेमाक पर्दा जकाँ अबैत-जाइत रहल। करट घुमि-घुमि सुतबाक अनेरे प्रयास करैत रहलौं। आँखि एक टक्क भऽ निन्नके निहारैत रहल..।
स्टाफसँ जनतब भेल जे भिन्सरबेमे 3:50 के फ्लाइट अछि। समयपर गाडी आएल। दुनूगोटेके ल’ क गेल। मोनमे प्रसन्नताक डाइर पसैर गेल। किछुए क्षणमे हमसब एयरपोर्ट पहुँचलौ। अहमद इन्टरनेशल एयरपोर्ट – दोहा-कतार। सत्ते नामी-गामी मात्रे नै, देखएमे सेहो अलौकिक एयरपोर्ट। चारूदिस हरियर कंचन समुन्दर सँ मेढ़ल चौमुहान। ऊपरमे चमचम चमकैत तरेगन जकाँ चिकमिकिया बत्ती आ तै पर सँ झिलमिल-झिलमिल बरैत रंगबिरंगा बलसब सँ आओर एयरपोर्टके दृश्य अनुपम लगैत छल।
एयरपोर्टके समुच्चा जाँच पड़ताल केलाक उपरान्त कतार धुजाबाहक विमान -QR 644 मे पैसलौं। जेहने लम्बा चिलगडी तेहने ओइमे काज करए बाली चिकन-चिकन लडकीसब। खूब सीट-साट केने, पेन्हने-ओढने आ ललका कलरक लिपिस्टिक सँ चमचम करैत ठोर। ऊपर सँ एक मुस्की आ चुन द’ – “वेलकम सर” के सम्प्रेषण सत्ते मोनमे आनन्दक हिलोर उठादेलक। भितर पैसलौं। A साइडके १३ नम्बर सीटपर बैसि प्लेन भीतरसँ खिडकी माहे एयरपोर्टक बाहिरी सुन्दरता देखैत रही। खूब रमनगर लगैत रहए। क्षणेमे पजरा सँ आवाज आएल – “Hello May I sit here please? This is my seat, sorry!” ध्यान भंग भेल। हब्बर-हब्बर जेबीमे रहल बोर्डिङ कार्ड देखलौं। ओह ठीके ई त एकरहि सीट छै। हम्मर त एकर पजरा बला १४ नम्बरके अछि। खिन्नता भेल। फुर्फुराक उठिगेलौ। “Yeah! sure!!” कहलियै। ओ ईन्चभरि मुस्की दैत “थैंक यू” कहली। हमहू मुस्किया देलियै।
विमान किछु देर बाद अपना गतिमे उड़य लागल। किछु देर उड़लाक बाद आ गति समान्य भेलाक बाद एयरहोस्टेस सबद्वारा खाना ओ पीनाके सेवा देल गेल। हम फिस-राइस एन्ड बियरके अर्डर केलौं। ओ रेड लेबल पिली। हम मोस्किल सँ दू टा क्यान बियर पिबिसकलौं। ओ त तीन गिलास घट-घट मारि देली। सायद ओ बाह्यमुखी प्रतिभाक व्यक्ति छली। वा भऽ सकैए दारू पिलाक बाद बजबाक हिम्मत आबि गेल होइक। अथवा इहो भऽ सकैए जे हृदयके भीतर दबाक’ रखने बिछोहक पीड़ा ओ शराबक गन्ध संगे उगलि देब’ चाहैत हेती। जे होइक मुदा ओ जे अपन जीवन कथा एकतर्फी बाजब शुरु केली हम शान्त भऽ सुनैत रहलौं आ भावुक होइत गेलौं।
ओना त ओ जखने ईन्चभरि मुस्कियाक’ हाइ के सम्प्रेषण देने छली मोन तखनहि भीतर सँ झुमि उठल छल। पाँच हाथके नमगर-पोरगर, पतरे छितर युवती, छुरा सन अत्ते के खरगर नाक, पानसन पतरे ठोर, ठीक करिश्मा कपूर सन ब्लु आँखि आ गोल्डेन कलर सँ हाइलाइट केने केश। सत्ते ओ देखएमे जतेक सुन्दर छली, फिगर ओतबे आकर्षक। सोचने रही – यंग छी, इनरजेटिक छी। अंग्रेजियो बाज’ आबि जाइअ। मज्जा सँ ई ४ घन्टा कटि जाएत। कहबी छै ने जे रोगी मनाबे से वैद्य फरमाबे। सएह भेल। ४ घन्टाधरि जिनगीक सबटा कथा-व्यथा ओ सुनादेली। ओकर बातसब सँ पुरुषद्वारा धोखा खेने आ जिनगी सँ तंग आबिगेल एक निरीह स्त्री लगैत छली। ओ बेर-बेर अपन ब्वायफ्रैन्ड ‘डेबिड’ प्रति दुख आ घृणा उगलैत छली। ओकरे लेल जोब, माए-बाप अतेधरि जे अपन कमाइ सेहो नेवछाबर क’ देने बात सुनि हमर नैन नोराइत रहल। मुदा ओ धोखा सिवाय आओर किछु नइ द’ सकल बात ओ बेर-बेर दोहरबैत छली। हमरा पता छल ओ एकटा पुरुष आगू दोसर पुरुष बारे जहर उगलि रहल छैक। मुदा तैयो पता नै किए हम ओकराप्रति उदार, भावुक आ कारुणिक होइत जा’ रहल छलौं। हमरा त लागल छल जे रसियन वा युरोपियन महिला-पुरुषसबमे अतेक सीरियस प्रेम होइते नै हेतै। कारण ओहिठाँ त सालमे दू टा ब्वायफ्रैन्ड आ तीनटा गर्लफ्रैन्ड परिवर्तन करब समान्य बात थिक। ई बात हम ओकरा सँ विभिन्न प्रसंगमे पुछबो केलियै मुदा जखन ओ अपन अनुभूति सुनेलक, हमर ईहो भ्रम शीशाक गिलास जकाँ चकनाचुर भऽ गेल।
अपना हिसाबे हम बहुते आश्वासन देलियै। जिनगीक विभिन्न भाग, किछु इतिहास, किछु उदाहरण आदि सँ ओकरा ओ विगतप्रतिके आसक्ति एवं वर्तमानमे बचबाक उत्साहबर्धन लेल प्रेरित करबाक यथासम्भव कोसिस केलियै। किछु हदतक सफल भेलौं सायद। समय अपना गतिमे चलिए रहल छल। देखिते-देखिते काठ्मान्डौ पहुँच गेलौं। लैन्डिङके समय भऽ गेल। यद्यपि गप बहुत रास बाँकिए रहिगेल जेना लगैत छल। जे जेना ओकर मनोभावना सँ अते तक त लागल जे ओ किछुए सही मुदा जीवनप्रति आशाबादी त भेलैए। बेर-बेर आत्महत्या करबाक जे सोचैत रहै तकर सम्भावना न्युन त भेलैए।
हमसब लैन्डिङ क’ अत्यावश्यक चेकजाँच ओ समान ल’ त्रिभुवन अन्तर्राष्ट्रीय विमानस्थलके एयरपोर्टसँ बाहर निकलबाक लेल मुख्य गेटपर रही। आब छुटबाक लेल विदाबारीके समय रहए। ४ घन्टा पहिने अन्जान रहल ‘एसेला’ एखन एकदम घनिष्ट मित्र बनिगेल छली। हम विदा लेल कहैते रही कि ओ बजली – Nice to meet u Alok. But i request u, कि अहाँ हमरा अपन जिनगीक एक राति द’ सकैत छी? हम अहाँ संगे ओहि एक रातिमे अपन समुच्चा जिनगी जीव’ चाहैत छी” ओकर ई मृदुलभाषामे चमत्कारी प्रस्ताव सुनिक’ एकबेर त अवाक्क भऽ गेलौं। पुरुष मोन पहिने त सुनिएक झुमि उठल। सुन्दर, दिव आ अक्रामक यौवन पाछु लट्टु भऽ गेल मुदा तुरन्त आत्मा खबरदारी केलक। मस्तिष्क ब्रेक लगेलक। एहन काज नै करबाक लेल प्रेरित केलक।
हम संकुचित स्वरमे उत्तर देलियै – “Asela! हम जनैत छी हमर जिनगीमे अतेक नजिक सँ साथ खोजए बाली अहाँ पहिल लडकी छी। मुदा हम दू बरख पर घर जा रहल छी। हमर बाबू-माए, भाय, बहिन, सर-समाज आ हमर अपन हृदेश्वरी धर्मपत्नी हमरा लेल बाट जोहैत हेती। हमर आगमन लेल अपन नैन बिछौने हेती। तें हे प्रिय! हमरा माफ करु। हम अहाँक एहिमे सहयोग नै क’ सकब। एहि लेल हम भीतर सँ बहुत दुखित छी तथापि हमर मैथिल संस्कार सेहो एहि बातक हमरा अनुमति नै द’ रहल अछि। I am sorry dear!”
ओ किछु भावुक आ दुखित स्वरमे उत्तर देली – “वाह आलोक! अहाँ कते महान! विवशतामे हमरा संग अहाँ चलू हम नै कहि सकैत छी। संगे हमरा प्रसन्नता भेल जे अहाँ अपन संस्कार आर अपन सम्बन्धीके अतेक बेसी प्रेम करैत छियै। दू बरखधरि अहाँ पत्नी लेल आ पत्नी अहाँ लेल प्रतीक्षा केलक इएह अपने आपमे बड़ पैघ बात छियै। वास्त्वमे हमर खोज अहीँ सन पुरुषके अछि। ओ डेविड जे हमरा मोन खराब भेल त ठीक हेबाक तकके प्रतीक्षा नै क’ दोसर लडकी संग डेटिङ पर चलिगेलै। अहाँ, अहाँक अपनलोक आ अहाँक संस्कार ठीके कते महान!
हम अन्तिम बेर ओकरा सँ विदा लेबाक लेल हाथ बढौने रही। ओ किछु नै बाजि अपन हृदय सँ साटि लेली। बहुतदेर तक सटलाक बाद पर्स सँ निकालि एकटा भिजिटिङ कार्ड हमर हाथमे पकरा’ हमरा दिस नै देखि फटाफट ट्याक्सीमे बैसबाक लेल चलि गेली। बहुतेदेर तक ओकरा देखिते रहिगेलौं। ओ नजरिसँ ओझेल भेलाक बाद धरफराक भिजिटिङ कार्ड देखलियै। कार्डमे लिखल रहैक- [email protected].
ओकरा भेटबाक लिलसा मोनमे फेरसँ तीव्र भऽ आएल।