पूर्वाञ्चल इंजीनियरिंग कैम्पस धरान केर ‘नेपाल तराई विद्यार्थी नवजागरण संघ’ केर छात्र समूह एहि वर्ष ‘विजिट नेपाल २०२०’ मे किछु खास करय जा रहला अछि। खास माने केहेन खास?
क. राष्ट्र द्वारा निर्धारित लक्ष्य मे अपन तरहक सहभागिता। विजिट नेपाल २०२० मे बाहरी मुलुक सँ बेसी लोक घूमय आबथि आर से अपन मिथिला (तराई भूभाग) केर क्षेत्रक विशिष्ट स्थान सब सेहो देखय आबथि – ताहि टारगेट केँ पूर्ण करबाक लेल एकटा “फोटो प्रदर्शनी” लगाबय जा रहला अछि।
ख. सरस्वती पूजाक खास अवसर पर ई लोकनि विद्यादायिनी देवीक आराधनाक संग-संग स्वयं मे कर्मठता अनबाक लेल एकटा ठोस उपक्रम – सांस्कृतिक आयोजन, मातृभाषा आ मातृभूमि प्रति अपन विचार, वाणी आ व्यवहार केँ शुद्ध करबाक विलक्षण कार्य करता।
ग. छात्र संगठन केँ सक्रिय राखि तराई मूल केर छात्र लोकनिक सामूहिकताक प्रदर्शन कय अपन एकजुटता मे वृद्धि करता।
एहि तीन सुन्दर कार्यक अलावे ई लोकनि एहि बेर वृहत् स्तर पर सामाजिक-सांस्कृतिक-राजनीतिक-आर्थिक फलक पर कार्यरत “अभियानी” लोकनि केँ सेहो सहभागी बनबैत एकटा दूरगामी सन्देश प्रसार करता। अभियानी लोकनिक जिम्मेदारी मे उपरोक्त इंजीनियरिंग कैम्पस सेहो पड़ैत अछि, जतय निरन्तर अपन भूमि, भाषा, भेष, भूषण आ भविष्य लेल नव-नव अभियांत्रिकीक प्रयोग होइत रहैत अछि से स्थापित करता।
आर, मैथिलीक प्राणशक्ति देखू – एहि सब मे सृजनकर्म सँ सार्थक जीवनक सन्देश देनिहार युवा सर्जक विद्यानन्द बेदर्दी सहित कइएक युवा नेतृत्व सेहो राष्ट्रक भविष्यक नेतृत्वकर्ताक रूप मे नया कीर्तिमान बनेता।
सदिखन सुन्दर सोच आ विचार संग सार्थक काज करैत चलू, विजयी होयब। जँ केवल समसामयिक कुरूप राजनीति मे ‘जातिवादिता’ केर परिवेष्ठन मे परिवेष्ठित रहिकय विस्तार आ वृहत् आयाम धरि पहुँचबाक लेल मिलिजुलि नहि चलब त पूर्ववत् पछुआ बनल रहब तय अछि। कार्यक्रमक सक्रिय संयोजन कय रहल मैथिली सर्जक – गीतकार विद्यानन्द बेदर्दी कहैत छथि जे तराई व नेपाल केर विभिन्न भाषा केँ जोड़िकय एहि बेरुक कार्यक्रम ‘बहुभाषिक’ रहत। सदैव जोड़बाक परम्परा केँ बढोत्तरी करब हिनका लोकनिक सकारात्मक सोच केँ परिलक्षित करैत अछि।
हमर शुभकामना!! निरपेक्ष भाव सँ बढैत चलू, मैथिली एसोसिएशन अहाँ लोकनिक संग अछि, प्रवीण त संग रहबे कयल अछि।
हरिः हरः!!