संस्कृतक ‘वाद’ अर्थात् अंग्रेजीक ‘इज्म’
मिथिलाक केन्द्रस्थली दरभंगा मे आगामी विधानसभा चुनाव लेल मिथिलावादी कइएक अभियन्ता आ विचारक मे एकटा नया जोश आ जागरण आयल देखल जा रहल छैक। एकटा छात्र विशेष संगठन मे मिथिलावाद केत तत्त्व आब आगामी विधानसभा चुनाव लड़बाक प्रेरणा देलकैक, तऽ दोसर दिश गोटेक राष्ट्रवादक पूजक-समर्थक सेहो मिथिलावाद केँ जड़ि आ मूल मानि आगामी राजनीति मे मिथिलावादक प्रयोग केँ विमर्शक विषय बना रहल देखाइत छथि। ई ‘वाद’ केर अर्थ बुझब एहेन समय आरो प्रासंगिक भऽ जाइत अछि।
मिथिला सन्दर्भित राजनीति सहित साहित्य आ समाज मे लागल गोटेक प्रमुख चेहरा ‘वाद’ पर पूर्व विचारकक विचार रखैत एकरा हितकर नहि मानि रहल सेहो देखा रहला अछि। एहि क्रम मे हमर दुइ अभिन्न मित्र आ विचारक राजेश झा एवं संजीव मिथिलाकिङ्कर केर विचार निरन्तर पढबाक लेल भेटि रहल अछि। एक दिश जतय राजेश जी मिथिलावाद केँ राष्ट्रवादक आत्मा कहि रहल देखाइत छथि, ओत्तहि संजीव जी दुनू वाद केर झंझटि सँ ऊपर जेबाक दिशा मे विचार राखि रहला अछि। दुनू गोटाक बात विचार पढला सँ हृदय मे निरपेक्ष विचारक केँ सेहो जिज्ञासा जागि रहल छन्हि।
वाद केर अर्थ –
ई एक प्रत्यय थिक जेकर प्रयोग जँ कोनो शब्द मे शामिल कयल जाय त ओकर अर्थ मे एक विशेष प्रकारक परिवर्तन कय ओकर व्याख्या केँ कोनो विशेष पक्ष मे वर्णित कय दैत छैक।
-साभार विकीपीडिया
न्यायदर्शन मे वाद, न्याय केर १६ पदार्थ मे सँ एक अछि – वाद
प्रमाण-प्रमेय-संशय-प्रयोजन-दृष्टान्त-सिद्धान्तावयव-तर्क-निर्णय-वाद-जल्प-वितण्डाहेत्वाभास-च्छल-जाति-निग्रहस्थानानाम्तत्त्वज्ञानात् निःश्रेयसाधिगमः ॥
एहि शब्द केँ बुझय लेल वाद विवाद प्रक्रिया केँ बुझय पड़त जाहि मे वादक अर्थ कोनो विषयक विशेषता, महत्व, उपयोग तथा लाभ आदि केँ बतायल जाइत अछि जे ओ विषय या वस्तु नीक, सही, उपयोगी व लाभदायक अछि।
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-ism is a suffix in many English words, originally derived from the Ancient Greek suffix -ισμός (-ismós), and reaching English through the Latin -ismus, and the French -isme. It means “taking side with” or “imitation of”, and is often used to describe philosophies, theories, religions, social movements, artistic movements and behaviors. The suffix “-ism” is neutral and therefore bears no connotations associated with any of the many ideologies it identifies; such determinations can only be informed by public opinion regarding specific ideologies.
मिथिलावाद केर जन्म
१९ जनवरी २०१४ केँ मिथिला राज्य निर्माण सेनाक राष्ट्रीय संगोष्ठी केर आयोजन समय सँ जनवरी २०१४ सँ हमरा जनतबे ई शब्द सोशल मीडिया मे लोकप्रियता हासिल केलक। ५ वर्ष बीति गेल। आब अनुकूल समय पर ई शब्द अपन गन्तव्यक दिशा मे जा रहल अछि। बधाई तथा शुभकामना!!
हरिः हरः!!