१८ सितम्बर २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!
समाज मे नीक आ बेजा घटित होयब स्वभाविक छैक। पिछला वर्ष दरभंगाक एकटा दहेज हत्याकांड काफी चर्चा मे रहल। एक दरोगा जी अपन बेटीक विवाह दोसर दरोगा जीक बेटा सँ करौलनि। कथा-वार्ता दुइ समान हैसियतक परिवार मे केना होइत छैक मिथिला मे सब केँ बुझले होयत। बेटीक परिवार पर लगभग सारा जिम्मेदारी तय कय देल जाइत छैक जे दुनू तरफक सम्पूर्ण खर्चा अहीं केँ करबाक अछि। ई परम्परा पहिने एतेक वीभत्स आडंबरी रूप मे नहि छलैक, ताहि कारण एकर ओतेक असर समाज पर नहि पड़ैत छल। हाल किछेक वर्ष मे विदेहराजक मिथिलाक लोक मे भीषण भौतिकवादी लोभ-लालच प्रवेश कय गेलैक आर विवाह सम्बन्ध बनेबाक लेल कइएक तरहक देखाबटी खर्चा आ व्यवहार मे दुनू परिवार फँसैत देखल जाइत अछि। रंजना झाक पिता सेहो एहि तरहें एकटा समकक्षी पुलिस अधिकारीक बेटा सँ अपन बेटी लेल नीक सपना देखिकय विवाह कएने रहथि। लेकिन रंजना सासूर जाइत देरी अपन पति, सासु, ससूर, ननैद आदिक मुंह सँ अपना लेल कहियो नीक वचन सुनब त दूर, पहिने सँ कयल गेल लेन-देन पर तरह-तरह के उलहन उपराग सुनैत रहल। कतहु-कतहु बेटीक साधु-प्रकृतिक कारण सासूरवला केँ आरो बेसी सताबय मे मजा अबैत छैक, सैह हाल भेलैक रंजना केर। ओ बेचारी सब बात चुपचाप सुनि लेल करय, हजार बात सुनलाक बाद एक बात अपन पक्ष मे सफाई दैत बाजय… लेकिन ताहि पर ओकर सासु, ननैद आ बाद मे पति द्वारा ओकरा काफी प्रताड़ित कयल जाइत छलैक। रंजना एहि सब सँ काफी पीड़ा मे डूबि गेल छल। एक दिन ओ समय निकालि अपन पीड़ा केँ नैहराक लोक पिता, भाइ आ माय सब केँ संबोधित कय पत्र लिखि देलक। कतेक मोस्किल सँ ओकर ओ पत्र नैहर तक पहुँचियो गेलैक। एम्हर नैहरक लोक सेहो आवश्यकता सऽ बेसी साधु जे चिट्ठी पढलाक बादो बेटीक अवस्था केँ मनन कय नव-नव सासूर मे परेशानी होइत छैक से सोचि प्रतिक्रिया नहि दय सकलाह। आर एक दिन…. रंजना केँ कुहरा-कुहरा कय मारल गेलैक, ठेहुन, पीठ, डाँर्ह, देह – सौंसे तोड़ि देल गेलैक क्रूर पति ओ परिवारजन द्वारा आर अन्त मे जखन ओक प्राण चलि गेलैक तकर बाद वैह क्रूर आ दम्भी-दानवी दरोगा जी कहेनिहार सासूर परिवार ओकर लहास केँ ठेगाना लगबय लेल कतेक कुत्सित प्रयास केलक… जीबिते रंजना केँ धमकौनिहार दरोगा जी आब हड़बड़ी मे चलि गेलाह जे कोहुना एकरा सलटा… लेकिन से सब सफल नहि भेलनि। आइ पक्का जेल मे हेबाक चाही ई सम्पूर्ण परिजन। हमर आजुक मेमोरी मे स्वर्गीया रंजनाक एकटा सुन्दर-सलोना तस्वीर हुनकर भाइ शिव द्वारा शेयर कयल आयल अछि। एक जेठ भाइ आ दहेज मुक्त मिथिला अभियान केर संचालकक रूप मे सिर्फ ई कथा-पटकथा अपन पाठक लोकनि केँ बेर-बेर मोन राखय लेल एतय राखि रहल छी। रंजनाक प्रति सोशल मीडिया मे देल किछु श्रद्धाञ्जलिक शब्द संगः
श्रद्धाञ्जलि सुमन रंजना झा