सैँ-बौह केर झगड़ा

व्यंग्य प्रसंग

बात कोन बड़ पैघ छलैक सेहो नहि, बस एतबी टा कहनाय कि ‘कतेक नीक होइत जे हमरो बियाह कोनो कोसीक्षेत्रीय मैथिली कन्याक संग होइत….’ – एतेक सुनिते कनियैन समूचा घर केँ माथ पर उठा लेली… अन्ट-शन्ट बाजैत गेली… ‘के करितय अहाँ संग बियाह… ओ तऽ हमर बाबुक मति फिरि गेल छलनि… नहि जाइन कोना एहन पापी संग हमर बियाह विधना लिख देलनि… कहू जे आब धिया-पुताक बियाहक बेर wife-husband quarrelingभेल आ अपने मनसा केँ बियाह पर मोन अछि…’। हे भगवान्! के बुझाबय आब… ‘यै! हमर कहब छल जे एहि दिसका कनियां कहाँ दैन रमणगर…’ – हौ बाबु… बाजहो देली… बिच्चहि मे फाँगिकय बाजि उठलीह… ‘कि रमणगर… माने मन-मियाइद वश मे नहि अछि कि? ऐँ यौ! रमणगर आ किदन-कहाँ… लाजो नहि होइत अछि? ई सब बात बजैत छी। घर मे धिया-पुता सुनत तऽ कि कहत?’ हँसियो लागि गेल… हम कहलियैन “देखू! हम लिखैत-लिखैत जे कल्पना करैत छियैक ताहि समय एकटा बात मोन मे आबि गेल…”। “बन्द करू, ई लिखब-तिखब! जखन एहने-एहने बात सब मोन मे अबैत अछि…”। खैर… ई स्पष्ट छल जे लफड़ा हेब्बे करत, कारण किछु दिन सँ जेना हिरोइन सबहक फोटो-फिचर न्युज बनबैत रही तऽ बीच-बीच मे आबिकय ओ कंप्युटरक मुह निहारैत हमरा देखि ईर्ष्यावश ओकरो नहि छोड़थिन आ बेर-बेर साइड स्क्रीन पर अनेको मोडेल सबहक फोटो आदि देखि एतबी बुझथिन जे हो न हो ई सदिखन यैह सब देखैत रहैत छथि… तैँ आर सब बातक चिन्ता छोड़ि ओहि मे डूबल रहैत छथि। “लिखैत रहैत छी – से कहनाय अहाँक बहन्ना छी… राखी सावंत कोनो गलत नहि कहैत रहैक ओहि इन्टरव्यु मे जे अंकलजी म्युट कर‍-करके आप भी तो मेरा ही डान्स देखते रहते हो और आये हो मुझे समझाने कि प्रदर्शन ऐसा नहीं हो… ई पुरुखक आदत होइते छैक छुलाहवला… जतय देखू ओतय नजरि खराब कय हिलैत-डोलैत रहत।” एहेन कतेको बात कहि रहल छलीह… आब हमरो लाज होमय लागल जे एहेन कोनो बात नहियो रहैत बेकार हिनकर एतेक बात सुनय पड़ि रहल अछि… अन्त मे शान्त करबाक आर कोनो उपाय नहि देखायल तऽ कहलियैन जे आउ, एकटा सेल्फी संगे खिचा ली… देखबैक जे ओहि पर कतेक लाइक्स आ कमेन्ट्स भेटत अहाँ केँ….। तुरन्ते लरगुजाइत बजलीह… ‘धू जाउ! पहिने तऽ तमशा दैत छी आ फेर कहैत छी जे सेल्फी खींचब…’, हम मुस्कुराइते हुनकर मोनक अवस्था बुझैत कहलियैन जे ‘तामशे पर न ओ शोखी चेहरा पर नजरि पड़त…’, ‘नहि-नहि! रुकू! कनेक तैयारी कय लैत छी। फेर दिल्लीवाली दियादिनी आ भाउज-बहिन सब देखत तऽ कि कहत…, कनियेकाल मे तैयार भऽ के अबैत छी।’ आब अहुँ सब बुझि गेल हेबैक जे आइ-काल्हि पत्नीक संग फोटो खिंचेनाय कतेक जरुरी भऽ गेलैक अछि। फेसबुक चलबैत छी कि नहि?? 🙂 आगाँ बतायब जे कोन सेल्फी खिंचाकय झगड़ा शान्त केलहुँ। लेकिन ताबतकाल लेल ई सीख जरुर लऽ लेब जे एहेन परिस्थिति नहि बनय। मैथिली जिन्दाबाद!!