आध्यात्मिक चिन्तनः कीर्तन
– संकलन – प्रवीण नारायण चौधरी, स्रोतः कल्याण विशेषांक
श्रीराधामाधव कीर्तन
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण,
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
चन्द्रमुखी चंचल चित्तचोरी।
सुघर साँवरा सुरत भोरी॥
श्यामा श्याम एक-सी जोरी।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
पचरँग चुनर केसर क्यारी।
पट पीतांबर कामर कारी॥
एकरूप अनुपम छवि प्यारी।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
चन्द्र-चन्द्रिका चम-चम चमकै।
मोर-मुकुट सिर दमदम दमकै॥
युगल-प्रेम रस झमझम झमकै।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
कस्तुरी-कुंकुम जुत बिंदा।
चंदन चारु तिलक ब्रज चंदा॥
सुहृद-लाड़ली लाल सुनंदा।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
घूँमघुमारो घाँघर सोहै।
कटिकछनी कमलापति सोहै॥
कमलासनसुर-मुनि-मन मोहै।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
रत्नजटित आभूषण सुन्दर।
कौस्तुभमणि कमलांकित नटवर॥
रणत्क्वणत् मुरली-ध्वनि मनहर।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
मंद हँसन मतवारे नैना।
मनमोहन मन हारे सैना॥
मृदु मुसुकावनि मीठे बैना।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
श्रीराधा भव-बाधा-हारी।
संकट-मोचन कृष्ण मुरारी॥
एक शक्ति, एकहि आधारी।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
जगज्ज्योति जगजननी माता।
जगजीवन, जग-पितु जग-दाता॥
जगदाधार, जगद्विख्याता।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
राधा राधा कृष्ण कन्हैया।
भव-भय सागर पार लगैया॥
मंगल-मूरति, मोक्ष-करैया।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
सर्वेश्वरी सर्व-दुख-दाहन।
त्रिभुवनपति, त्रयताप-नसावन॥
परम देवि, परमेश्वर पावन।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
त्रिसमय युगलचरण चित ध्यावै।
सो नर जगत परमपद पावै॥
राधाकृष्ण ‘छैल’ मन भावै।
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण!
श्रीराधाकृष्णाय नमः!
संकलन स्रोतः कल्याण
हरिः हरः!!