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बाबा लक्ष्मीनाथ गोसाईं केर कृत्तित्व-गाथाक प्रसार लेल महावीर मंदिर प्रकाशन प्रति आभार

पारस कुमार झा, बनगाँव। १६ जुलाई २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!

जय बाबाजी। उत्तर भारत के प्रसिद्ध संत परमहंस लक्ष्मीनाथ गोसाईं के प्रसिद्धि अधुनातन काल मे अपेक्षाकृत नहि भय सकल। रामचरित्र गाबि तुलसीदास पूज्य भय गेला, श्री कृष्ण चरित्र गाबि सूरदास अमर भय गेला, निर्गुण गाबि कबीर महान संत भय गेला आ श्रीकृष्ण भक्ति मे लीन मीरा प्रसिद्धि प्राप्त कयलनि। ज्ञातव्य होमय जे रामचरित्र, कृष्णचरित्र, महादेव चरित्र आ निर्गुण के रचयिता आ सनातन धर्म मे मोक्षके सुगम मार्ग के निर्माता परमपूज्य बाबा लक्ष्मीनाथ गोसाईं के प्रसिद्धि मे ग्रहण लागि गेल। आध्यात्मिक एवम् सांस्कृतिक आस्था के महान केन्द्र बाबाजी के सोरै क सोरै कुटी एखनहुँ सनातन धर्म के पताका फहरा रहल मुदा समरस समाज के अमर प्रस्तोता बाबाकेँ प्रिंट मीडिया आ इलेक्ट्रानिक मीडिया मे उचित स्थान नहि भेटल। आब समय बदलि रहल। पूर्वोत्तर भारत के धार्मिक पावर हाउस “महावीर मंदिर प्रकाशन” के प्रसिद्ध पत्रिका “धर्मायण” के आवरण मे बाबाक उपस्थिति दूर तलक अपन ईजोत पसारत संगहि बाबाके आंशिक रूपसँ जीवन दर्शन करायत। एहि यशस्वी काज के लेल महावीर मंदिर प्रकाशन, पटना के विनम्र आभार। वर्त्तमान युग मे बाबाजी के चरित्र-दर्शन आ हुँनक बताओल मार्ग पर अनुगमन मोक्ष प्राप्ति के सोपान हैत। बाबाजी के अहर्निश कृपा अपने एवम् अपनेक समस्त परिजन-पुरजन आ शुभेच्छुगण पर सदिखन बनल रहय। जय बाबाजी।

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