दिल्ली मे मैथिली पढेबाक संग-संग ५-दिवसीय मैथिली भोजपुरी उत्सव हरेक वर्ष मनेबाक निर्णय

१५ जुलाई २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!

मैथिली भोजपुरी अकादमी दिल्ली केर एक आन्तरिक बैसार उपरान्त भारतक राजधानी दिल्ली मे मैथिली एवं भोजपुरी भाषाक संरक्षण, संवर्धन आ विकास संग प्रवर्धन हेतु विभिन्न कार्यक्रम कयल जेबाक घोषणा कयल गेल अछि। दिल्लीक उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्र मनीष शिशोदिया द्वारा प्रेस केँ देल गेल जानकारी मे कहल गेल अछि जे कक्षा ८वीं सँ १२वीं धरिक छात्र केँ मैथिली भाषाक विषय ऐच्छिक विषय केर रूप मे पढेबाक व्यवस्था कयल जायत। जहिना पंजाबी व उर्दू केँ पढाई दिल्ली मे करायल जाइत अछि, तहिना मैथिली सेहो पढेबाक जनतब उपमुख्यमंत्री द्वारा बैसारक उपरान्त प्रेस सँ वार्ता मे कहल गेल अछि। संगहि ईहो कहल गेल जे मैथिली-भोजपुरी अकादमी द्वारा प्रतियोगिता परीक्षाक तैयारी सेहो मैथिली भाषा लेल करेबाक इन्तजाम करत। मैथिली भाषा लिखबाक विशिष्ट लिपि ‘मिथिलाक्षर’ केर युनिकोड आ कंप्युटर फोन्ट्स सेहो बनायल जायत। उपमुख्यमंत्री कहलनि जे भाषा आर साहित्य संग कला क्षेत्र मे अपन योगदान देनिहार लेल दिल्ली सरकार मैथिली आ भोजपुरी दुनू भाषा वास्ते कुल १२ गोट पुरस्कार हरेक वर्ष वितरण करत। तहिना मैथिली-भोजपुरी भाषा-साहित्य आ संस्कृति केँ झलकेबाक आ राष्ट्रीय स्तर पर आरो आगू बढेबाक वास्ते ५-दिवसीय ‘मैथिली-भोजपुरी उत्सव’ केर आयोजन दिल्लीक केन्द्रस्थली कनाट प्लेस मे हरेक वर्ष मे करत। भोजपुरी भाषाक पढाई सम्बन्ध मे पुछल गेल एक प्रश्नक उत्तर मे ओ बतेलनि जे भोजपुरी भाषा भारतीय संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त भाषाक अष्टम् अनुसूची मे सूचीकृत नहि रहबाक कारण पहिने एहि लेल सरकार द्वारा केन्द्र केँ पत्र लिखल जायत, पुनः बाद मे एहि भाषाक पढाई लेल सेहो उपयुक्त व्यवस्था कयल जायत। एहि अवसर पर अकादमीक उपाध्यक्ष नीरज पाठक, अकादमीक सलाहकार परिषदक सदस्य लोकनि मे डा. शेफालिका वर्मा, डा. कैलाश कुमार मिश्र सहित अन्य लोक सेहो उपस्थित छलाह।