अर्चना केँ भेटतनि चिकित्सा क्षेत्रक उत्कृष्ट पुरस्कार – ‘युवा अन्वेषक अवार्ड’ कनाडा मे

नीतीश भरद्वाज ‘नीतू’, दरभंगा।

(साभार फेसबुक पोस्ट) – १ जून, २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!

मिथिला केर बेटी डॉ अर्चना मिश्रा केँ सिज़ोफ्रेनिआ (पागलपन) केर मरीज़ मे रेमेलटीऑन दवाइ केर प्रभावक अध्ययन पर कयल गेल शोध वास्ते अंतर्राष्ट्रीय स्तरक युवा अन्वेषक अवार्ड (Young Innovator Award) सँ सम्मानित कयल गेलनि अछि।

डॉ अर्चना केँ ई पुरस्कार चिकित्साक क्षेत्रक विश्व प्रसिद्ध संस्था वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ़ सोसाइटीज ऑफ़ बायोलॉजिकल साइकाइट्री, बर्लिन, जर्मनी द्वारा वैंकुवर, कनाडा मे २-६ जून केँ आयोजित होयवला बायोलॉजिकल साइकाइट्री केर १४म विश्व सम्मलेन केर अवसर पर प्रदान कयल जेतनि।

एहि पुरस्कार केँ ग्रहण करबा आ अपन शोध पर चर्चा करबा लेल भारत सरकार केर दुइ संस्थान भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (ICMR) एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) डा अर्चना केँ कनाडा गेनाय-एनाय लेल यात्रा व्यय एवं वीसा फीस वास्ते तीन लाख टका इंटरनेशनल ट्रेवल ग्रांट केर तहत देबाक स्वीकृति प्रदान केलक अछि। 

डॉ अर्चना अप्रैल २०१९ मे आयोजित AIIMS भुबनेश्वर केर स्नातकोत्तर केर परीक्षा (MD) मे प्रथम श्रेणी मे प्रथम स्थान पाबि उत्तीर्ण भेली अछि। स्नातकोत्तर मे अध्ययन काल सँ हुनक कतेको आलेख विश्व विख्यात जर्नल मे प्रकाशित भेल। डॉ अर्चना दिघी (दरभंगा) पश्चिम प्रोफेसर कॉलोनी निवासी डॉ वीणा मिश्रा एवं एम् एल एस एम् कॉलेज, दरभंगा रसायन विज्ञान विभाग केर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रेम मोहन मिश्राक एकलौती सुपुत्री छथि। ज्ञात हो जे डॉ अर्चना २००३ मे दरभंगा सँ सीबीएसई केर बारहवींक परीक्षा मे उत्कृष्ट अंक सँ पास भेल छलीह।