मैथिली-मिथिला ‘दिन-भैर’ – मई १२, २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!
१. जलेश्वर मे जानकी नवमी मनेबाक लेल सूचना एवं हकार मैथिली-मिथिला अभियन्ता मनोज झा मुक्ति कहलनि अछिः
“‘जानकी नवमी’ अर्थात “मैथिली दिवस”क उपलक्ष्यमे महाेत्तरीक जलेश्वरनाथ मन्दिर मे वैशाख ३० गते साेमदिन साँझ ४ बजे आयाेजित कार्यक्रममे सहभागिताकलेल सम्पूर्ण कवि, गायक, बुद्धिजीवी, समाजसेवी, कर्मचारी,संचारकर्मी, व्यापारी लगायत सबजीसबसँ हार्दिक अनुराेध ।”
२. सप्तरी जिलाक मुख्यालय राजविराज नगरपालिकाक उप-मेयर साधना झा द्वारा दारू एवं दहेज मुक्त समाज निर्माण लेल अपील कयल गेल अछि। ई जानकारी मैथिली साहित्य परिषद् राजविराजक अध्यक्ष शुभचन्द्र झा फेसबुक मार्फत करौलनि अछि।
३. काल्हि जानकी नवमीक शुभ अवसर पर प्रदेश २ (नेपाल) मे सरकारी छुट्टी देबाक सूचनाक सम्बन्ध मे उमेश लाल कर्ण केर देल पोस्ट सुनिल कुमार मल्लिक शेयर कएने छथि। आदतिक अनुसार कतेको लोक पूरे नेपाल केँ बुझेबाक लेल नेपाली मे लिखैत छथिन, तहिना उमेश जी लिखिकय कहने छथि, “भोली मिति 2076/01/30 गते सीता जयन्ती जानकी नवमी को दिन 1 सार्वजनिक विदा प्रदेश 2 सरकारले थप विदाको सूचना वेभ साइट ठेगाना p2.gov.np आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्रालयकोमा हेर्न सकिन्छ।”
४. निरन्तर अपन रचना सँ मैथिली भाषा केँ हृष्ट-पुष्ट बनबैत आबि रहला युवा कवि राम सोगारथ यादव अपन एक मुक्तक पोस्ट कयलनि अछि आइः
मुक्तक
तोरासँ बजला बहुत दिन भ’गेल
मनखोइलक हँसला बहुत दिन भ’गेल
नित दिन देखैत तँ छी हम, ऐनामे मुहँ
तोरा नयनमे मुहँ देखला बहुत दिन भ’गेल
तहिना अपन एक सुन्दर गजल युवा कवि अब्दुल रज्जाक राईन द्वारा देल गेल अछिः
‘गजल’
लोकतंत्रमें , लूटतन्त्र छै जन जनके इ हाल छै
बिकाशक नाम प’नित पशरल एकटा जाल छै
गाम-गाम छै सड़क बाट प’छिटल किछ माटी
बधाई दीयौअहिप’ओकरा जे बजौने गाल छै
किसानक’ आशमे कुथी रहलछै अन्नक ओ झार
तैयो किसान कुतक भाडी माथप’लेने टाल छै
नौटंकी आ जोकर सबहक बनल छै सरकार
राज चलैछै चौल मजाकमे नै सुर आ ताल छै
भ्रष्ट छै भ्रष्टाचार अत छै की हेता अब्दुल बजने
लोकतंत्रमे बस लूटतंत्रटा बनल एक सवाल छै
अबदुल रज्जाक
हरिपुर धनुषा

६. ‘मणि श्रृंखला’ मे मैथिली साहित्य केँ कय गोट रचना सँ पुष्ट कयनिहार प्रखर सृजनकर्मी स्रष्टा व संचारकर्मी मणिकान्त झा द्वारा अपन माय केर एक सुन्दर तस्वीरक संग एक गोट पूर्वकृत् रचना आइ मातृ-दिवस केर उपलक्ष्य राखल गेल अछिः

————————–
मायक ममता केर छाहरि मे
जीबि रहल सगरे संसार
शिशु के हँसैत देखि माय के
होइ छनि मन में हर्ष अपार
माइक ममता जगत विदित से
बाजय दस बीस लोक हजार
पुत्र कुपुत्र बनि अछि घनेरो
देखल हम घूरिक’ हाट बजार
जाधरि सुत एसगर हो ताधरि
माइक धयने रहय पछोड़
जखने आँगुर कनियाँक धयलक
बिसरि जाइछ माता के कोर
जादू टोना मंतर जंतर
कनियाँक बोलक तीखगर वाण
बुढ़िया टुक टुक ताकि रहल अछि
सकदम कैने अप्पन प्राण
बेटो बौक बनल ताकैए
रहितो सबटा भीतर ज्ञान
विष माहुर ने कनियाँ पी लै
तैं करय ओकरे सम्मान
नवकी कनियाँ ई नहि बूझथि
जे ननदो के हो ननदी
अपन पूतोहुक ललकारा सँ
ओहो कहियो जे कनती
मातृ दिवस आइ मना रहल अछि
देखू घुमि पूरा दुनियाँ
मणिकांत जँ सच पूछी तँ
सब मायक उरल नीनियाँ ।
-मणिकांत झा, दरभंगा ।
१४-५-२०१७, मातृ दिवस ।
चन्द्रमोहन झा परवा द्वारा सेहो मातृदिवस पर एक विशिष्ट रचना देल गेल यः
मायक कर्ज कोनो जन्म जं सधा सकब
बुझब भाग्यशाली।
सूदिखोरक जं कर्ज कहुना चुका चुकब
बुझब भाग्यशाली।।
७. लेखिका वन्दना झा पुनः अपन विशिष्ट अन्दाजक लेखनी मार्फत एकटा सवाल पुछलनि अछिः
एकटा जिज्ञासा ?
मिथिलामे सबसँ मअहग ककर दाम ??
माल जाल, खेत पथार या विवाह योग्य मैथिल
युवाक नाम।
८. मिथिलाक विशिष्टता केँ सारा हिन्दुस्तान केँ बुझबय वला भाषा ‘हिन्दी’ मे रमण दत्त झा कहलनि अछिः
मिथिला की नारी ( विदुषी )
——————–
अंजना : मंगलमूर्ति पवनपुत्र बजरंगबली की माता का नाम अंजना था . माता अंजना के जन्म के विषय में बहुत कम लोग जानते हैं।
शिवशतरुद्रसंहिता में माता अंजना को गौतम ऋषि की पुत्री कहा गया। माता अंजनी का विवाह वानरराज केसरी के साथ हुआ था। वायुदेवता की कृपा से इन्हें पुत्ररत्न की प्राप्ति हुई। इस बात का उल्लेख स्कंद पुराण में मिलता है।

१०. मिथिला स्टुडेन्ट यूनियन अपन दुइ सेनानीक शहादति दिवस पर शहीद सेनानी सब केँ याद करबाक बात कृष्ण मिश्र द्वारा देल गेल अछि। ओ लिखलनि अछिः
Msu के क्रांतिकारी सैनानी मित्र सुधांशू करण, शंकर
भगवान जी के पुण्यतिथि पर भावपूर्ण
💐 श्रद्धांजलि 💐 मिस यू दोस्त 😢
संगठन और हम सभ सैनानी आहां के कखनो नहिं बिसरी सकैत छी, मिथिला मैथिली लेल संघर्षक हिस्सा सदैव रहब आहां।
