अभिनेत्री पूजाक आक्रोशक मुख्य कारण आयोजकक अराजक व्यवस्थापन छलः अभिनेता धीरेन्द्र

२० अप्रैल २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!

करोड़ों मैथिलीप्रेमी जनमानस केँ विगत २-३ दिन सँ एक वायरल वीडियो क्लिप जाहि मे मैथिली फिल्म अभिनेत्री पूजा पासवान नेपालक प्रदेश २ केर मुख्यमंत्रीक सोझाँ आक्रोशित भऽ ‘एक बेटी संग अन्याय’ हेबाक बात सँ काफी आहत भेल छथि। काल्हि एहि विषय पर मैथिली जिन्दाबाद द्वारा बहुत रास खोज कयल गेल छल। प्रकाशित समाचार पर प्रतिक्रिया दैत अभिनेत्री पूजाक पति व स्वयं फिल्म अभिनेता धीरेन्द्र पासवान कहने छलाह जे एहि मे पूजाक वास्तविक पक्ष स्पष्ट नहि भेल अछि। तदनुसार धीरेन्द्र संग मैथिली जिन्दाबादक सम्पादक प्रवीण नारायण चौधरी मोबाईल फोन सँ बातचीत कय एहि प्रकरण केँ आरो स्पष्ट ढंग सँ प्रकाशित कयल जा रहल अछि।

वास्तव मे कि भेल रहय? केना भेल ई घटना?

धीरेन्द्रः आयोजक लोकनि हमरा सँ सम्पर्क केलनि आ कहलनि जे नाटक तथा सिनेमाक महोत्सव करय जा रहल छी, एहि मे अहाँ द्वारा बनायल गेल मैथिली फिल्म ‘दहेजक पीड़ा’ सेहो प्रदर्शन करबाक अछि, कृपया सहभागिता लेल अपन सिनेमा उपलब्ध कराउ। ताहि पर हम कहलियनि जे सिनेमा प्रदर्शन सँ निर्माता केँ किछु मौद्रिक लाभ सेहो भेटत आ कि मुफ्ते मे प्रदर्शन कयल जायत। ओ लोकनि ई स्पष्ट कयलनि जे ई आयोजन प्रदेश स्तर पर कयल जा रहल रंगकर्म ओ सिनेकर्म केर सामर्थ्यक प्रदर्शन फिल्म महोत्सव केर तर्ज पर होयत, जे देखि प्रदेश सरकार आगामी समय मे एहि दिशा मे उचित प्रोत्साहन आ सहयोगक वातावरण बनेता, ताहि लेल सिनेमा निर्माता या कलाकार सभक सहभागिता मे कार्यक्रम स्थल पर रहबाक, खेबाक व्यवस्था टा कयल जायत, बाकी कोनो तरहक शुल्क आदिक बात नहि अछि। काफी विचारलाक बाद हम गछि लेलियनि आ पेन ड्राइव मे अपन फिल्म सेहो उपलब्ध करा देलियैन।

पहिने ई कार्यक्रम २५ गते चैत सँ शुरू होयबाक बात छल। बाद मे ओ सब तारीख बढौलनि। हमरा जानकारी देल गेल जे वैसाख १ गते ११ बजे सँ अहाँक फिल्म केर प्रदर्शन कयल जायत, ताहि लेल साढे १० बजे धरि कार्यक्रम स्थल पर आबि जाउ। हम, पूजा आ हमरा सभक कोरैला बच्चा तथा अन्य कलाकार सब एकदम समय सँ १ गते पहुँचि गेलहुँ सभास्थल पर। लेकिन सभास्थल पर कतहु कियो नहि देखायल। आयोजक सँ सम्पर्क केला पर ओ सब आब-तब करैत १२ बजेक बादे पहुँचलथि। एना कियैक केलियैक, हमर समय त ११ बजे सँ रहय? ई पुछला पर आयोजक सब कहलनि जे फिल्म त चलबे करतय, एखन कनी नाटक छैक ओ होबय देल जाउ, ५ बजे सऽ फिल्म प्रदर्शन कयल जेतैक।

नाटक प्रदर्शन आरम्भ भेलैक। कय तरहक झगड़ा झंझटि फसाद सब सेहो भेलैक। होइत-होइत हमरा सभक फिल्म केर प्रदर्शनक समय आबि गेल। पहिने सँ अस्त-व्यस्त व्यवस्था मे प्रोजेक्टर सँ सिनेमा देखेबाक इन्तजाम सेहो कतहु न कतहु कमजोर छलैक। हमरा सभक फिल्म केर हार्ड डिस्क लगेलाक बाद पिक्चर त देखायल, साउन्ड नहि आबि सकल। निराजन मेहता जे मधेशपुत्र १ तथा २ केर निर्देशक आ स्वयं कलाकार सेहो छथि, ओहो सहयोग लेल आगाँ एलाह, लेकिन साउन्ड सही नहि भऽ पेलैक। एहि कारण सँ फिल्म प्रदर्शन रोकि देल गेलैक। बिन आवाजे सिनेमा देखेबाक कोनो मतलबे नहि रहैक, प्रोजेक्टर केँ आपरेटर लग तारे नहि रहैक।

एम्हर १ गते कतेको ठाम सलहेश मेला सब मे हमर फिल्म प्रदर्शन करबाक, २५-५० हजार केर आमदनी एबाक अवसर छल। लेकिन एहि महोत्सव केर चक्कर मे ओहो सबटा पानि मे गेल। आयोजकक लापरवाहीक कारण हमरा एम्हरो छोड़ेलक, ओम्हरौ छोड़ेलक। हम लौसे-लौस मे। फिल्म निर्माणक जोश लोक केँ केना पूरा होइत छैक, जमीनो-जथा बेचिकय केना-केना निर्माण कार्य पूरा कयल जाइत छैक ई बनेनिहारे बुझैत अछि। तेहेन स्थिति मे एहि महोत्सव मे सहभागी बनितो ओ फिल्म केर प्रदर्शन नहि भऽ सकब हमरा सब केँ कतेक दुःखी बनेने होयत से बुझल जा सकैत छैक। आयोजक तखन दोसर दिन देखा लेब ई आश्वासन देलक हमरा सब केँ। मुदा प्रदर्शन दोसरो दिन नहि भेलैक, तेसरो दिन नहि भेलैक, अन्त मे ४ गते आखिरी दिन कमल मंडल हमरा फोन केलथि जे आइ अहाँक फिल्म प्रदर्शन कयल जायत।

४ गतेक दिन ‘इज्जत’ फिल्म केर प्रदर्शन लेल विराटनगर सँ संतोष सरकार आयल छलाह। ओ अनुरोध कयलनि जे हमरा सब केँ वापस विराटनगर दूर जेबाक अछि, ताहि लेल पहिने हमरा सभक प्रस्तुति कय लेबय दी। हम हुनकर स्थिति बुझैत इन्तजार केलहुँ। तेकर बाद एकटा डकुमेन्ट्री देखेनिहार सेहो एहिना अनुरोध केलथि। हमरा सभक पार आबिये नहि रहल छल। पूजा आ कोरा मे छोट बच्चा संग ओहि सभागार मे बिना पंखा, बिना एक गिलास पानिक इन्तजाम घण्टो-घण्टा धरि आब पार आयत, तब पार आयत, एहि तरहें आयोजकक मुंह तकैत रहि गेलहुँ। हम सब अपन फिल्म देखबय लेल गेलहुँ त आयोजक रोकि देलक। आयोजक फेरो हमरा सब केँ आश्वासन देलथि जे कोनो बात नहि, आब अहाँक फिल्म मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री एता तखन देखेबैक। कोरा मे कनैत बच्चाक संग सब कलाकार सभक संग हम सब यैह आश्वासनक भरोसे इन्तजार करैत रहि गेलहुँ।

मुख्यमंत्रीक ऊपर मे जे पूजा आक्रोशित भेलैक तेकर मुख्य कारण की?

धीरेन्द्रः ओकर मुख्य कारण ई रहैक जे हम सब कतेको दिन सँ प्रतीक्षारत रही जे आइ चलतय, काल्हि चलतय… लेकिन एकर प्रदर्शन कहियो नहि भऽ सकल छलैक। लाखों-लाख खर्च कय केँ फिल्म बनाउ, अपन घर सँ जमीन-जथा बेचियोकय फिल्म बनाउ, ताहि पर सँ महोत्सव केर नाम पर फ्री प्रदर्शन करय बजायल जाउ… आर तखन एहि तरहें बेर-बेर उपेक्षित भेनाय, हमरा सब केँ काफी तनाव पैदा कय देने छल। नानि टा बच्चा केँ कोरा मे लय एहेन कार्यक्रम स्थल पर गेल रही जतय न पंखा छलय, न कोनो व्यवस्था, एक गिलास पानि तक के इन्तजाम नहि, एक कप चाहो तक नहि, सब किछु अराजक आ अव्यवस्थित छलय। आक्रोशित हेबाक कारण आयोजकक अव्यवस्था छल मूल रूप सँ।

एहि मे कोनो राजनीतिक कारण सेहो रहय की? जानि-बुझिकय उपेक्षित करबाक कोनो मनसाय बुझायल की?

धीरेन्द्रः एहि मे कोनो राजनीतिक बात नहि, जे सत्य बात रहय से ई बात रहैक। हमरा सब नानि टा बच्चा केँ लय केँ बैसल छी, कोनो व्यवस्था आयोजकक तरफ सँ उपलब्ध नहि, सभागार मे पंखा नहि, एक गिलास पानि नहि…! ताहि पर सँ इन्तजारक घड़ी एहेन जे आब-तब आब-तब मे दिमाग परेशान। बजबय बेर मे ३० लाख लगानीक बजट कहिकय बजेनाय, नास्ता-भोजन सभक इन्तजाम केर बात कहल गेल। लेकिन कार्यक्रमस्थल पर कोनो व्यवस्था नहि रहबाक कारण आ भोरे सँ नानि टा बच्चा केँ कोरा मे लेने प्रतीक्षा करैत रहबाक स्थिति, केकरो तनाव हेतैक। हमरा बाद मे बच्चा केँ अस्पताल मे भर्ती करबय पड़ि गेल।

अच्छा! ई बताउ जे अन्तो-अन्त मे मुख्यमंत्रीक कहलाक बाद फिल्म प्रदर्शन करेबाक काज भेलय?

धीरेन्द्रः हँ, त देखियौ न! पूजा जखन आक्रोशित भेलय जे अहाँ आयोजक सब पैसा उठाकय खा रहल छियैक, कलाकार के नामपर पैसा उठाकय कार्यक्रमक ढोंग कय रहल छियैक। मुख्यमंत्री प्रति सम्बोधित भऽ कय सेहो ओ बजलकय जे अहाँ सब पेट मे रहल बेटी केँ बचबय लेल एतेक बड़का अभियान ‘बेटी बचाउ, बेटी पढाउ’ कहय छियैक, लेकिन एकटा बेटी जे एतेक लगानी कय केँ मैथिली फिल्म बनेलकय तेकरा अवसर नहि दय केँ आत्महत्या करय लेल विवश करय छियैक। तखन मुख्यमंत्री जी पूजाक बात के संज्ञान लैत आयोजक सँ कहलखिन जे पूजाक फिल्म पहिने देखाउ तखन दोसर कोनो कार्यक्रम आगू बढाउ।

एहि बीच पूजा द्वारा आक्रोशक वीडियो क्लिप केँ वायरल कय केँ मुख्य बात सभक सोझाँ नहि आनल गेलैक। आयोजकक अव्यवस्थाक बात केँ सही ढंग सँ समीक्षा बिना कएने किछु पत्रकार द्वारा जानि-बुझिकय आक्रोशक वीडियो क्लिप केँ वायरल बनाकय विवाद उत्पन्न कयल गेलैक। एहि सँ मुख्यमंत्री प्रति सेहो गलत धारणा आम जनमानस मे बनि गेलैक। लेकिन सत्य-तथ्य एतबे छैक जे आयोजकक अव्यवस्थाक बीच प्रदर्शन सँ वंचित पूजाक फिल्म ‘दहेजक पीड़ा’ केँ मुख्यमंत्री जीक आदेश पर पुनः प्रदर्शन कयल गेलैक। मुख्यमंत्री जी एहि फिल्म केर काफी प्रशंसा सेहो केलखिन। पूजा केर मेहनति केँ ओ भरपूर सराहना केलखिन। एहि तरहक काज केँ आगामी समय मे आरो आगू बढेबाक विषय पर जोर देलखिन। लेकिन उपस्थित संचारकर्मी-पत्रकार मित्र सब सकारात्मक पक्ष केँ बिना पकड़ने सिर्फ किछु मिनट केर आक्रोश केँ बिना असल कमजोर पक्ष केँ उजागर कएने सोशल मीडिया पर वायरल बना देलकैक, ताहि सँ इ स्थिति एना विवादित भेल अछि। बाकी कोनो बात नहि छैक।

मैथिली जिन्दाबाद सँ बातचीत करैत धीरेन्द्र पासवान ई स्पष्ट केने छथि जे ई सम्पूर्ण प्रकरण मे कतहु कोनो तरहक गलत आ कुत्सित राजनीति नहि छैक। ई समस्त विवाद एक कलाकार आ फिल्म निर्माण केर लाखों खर्च निर्वाह केनिहार निर्माता केँ महोत्सवक नाम पर निःशुल्क प्रदर्शन लेल ससम्मान बजाकय अव्यवस्थाक कारण अपमानित-अवहेलित अनुभूति करा पीड़ा पहुँचेला सँ भेलैक। आयोजक पर सेहो कतेको तरहक जिम्मेदारी रहैत छैक जेकरा उचित संयोजनक अभाव मे ओ पूरा करय सँ चूकैत अछि आर एहि तरहक अव्यवस्था-अराजकताक संभावना बनि जाइत छैक। कार्यक्रम मे आमंत्रित मुख्यमंत्री आ कि अन्य राजनीतिक-प्रशासनिक ओहदा पर आसीन व्यक्तिक कतहु कोनो तरहक संलिप्तता आदिक कोनो बात नहि छैक। आगामी समय मे आयोजक केँ विशेष सतर्कता अपनेबाक जरूरत छैक। संयोजन मे सम्पूर्ण इन्तजाम आ विशेष रूप सँ समय सारिणी मुताबिक सब काज करौनाय अनिवार्य होइत छैक। अनुशासन देश केँ महान बनबैत छैक – ई कहाबत कतेक महत्वपूर्ण आ सच्चाई थिकैक तेकर प्रमाण थिक ई समस्त प्रकरण। संगहि, वायरल वीडियो केर अग्र ओ पार्श्व भाग मे आर कतेक बात सब छैक तेकर उचित सम्प्रेषण नहि भेलाक कारण किछु लोक केँ गलत आ कुत्सित राजनीति करबाक मौका भेटल छैक, ओहो अनाहक आ अपनहि ऊर्जा केँ क्षीण करय जेकाँ स्पष्ट अछि। मैथिली जिन्दाबाद केर तरफ सँ धीरेन्द्र ओ पूजा लेल विशेष शुभकामना! यदा-कदा विवाद सेहो लोक केँ सुपरहिट बनबैत छैक, हम सब शुभेच्छा रखैत शुभकामना देबय चाहब जे अपने सब द्वारा एहिना भविष्य मे आर नीक-नीक काज करैत मातृभाषा मैथिली केँ नव ऊँचाई पर पहुँचायब। अशेष शुभकामना!!