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मेहनति सँ लक्ष्मीक आगमन संभव होइत छैक, सरकारी माल पर मलफाई उड़ेला सँ दरिद्रा टा आओत

मिथिला-बिहार मे लौटि रहल अछि रौनक फेर सँ
 
राज्यक पास अथाह शक्ति छैक, लेकिन जनसंख्या आ बेरोजगारी मुताबिक सब केँ सरकारक प्रतिष्ठान सँ रोजगार उपलब्ध करेनाय कठिन टा नहि असंभव सेहो छैक। आर, एहि असंभव केँ संभव बनेबाक लेल जाहि तरहक मानसिकता चाही से एहि राज्य केर जनता आ कि देशक जनता मे नहि देखाइछ।
 
ई वैह बिहार थिक जतय अंग्रेजक शासनकाल मे २८ गोट चीनी मिल खुजल आ खूब चलबो कयल। लेकिन एहि ठामक लोक जहिया सँ भारत सरकार आ स्वतंत्र भारत केर नागरिक बनल, तहिया सँ सरकारी सम्पत्ति आ प्रतिष्ठानक कारोबार केँ कतेक गम्भीरता सँ लेलक आ अपन केहेन योगदान देलक… मैनेजर छल त मैनेजमेन्ट मे भ्रष्टाचार, लेबर छल त अपन मेहनति चोरेबाक भ्रष्टाचार, एतेक तक कि बिना माय-बाप जेकाँ टुगर अवस्था मे चलबैत सिर्फ आ सिर्फ सरकारी खजाना पर भार बनिकय आखिरकार ओ सम्पूर्ण पेपर आ सुगर मिल आदि बन्द करबाक नौबत आनि देल गेल। आइ ईहो एकटा कारण छैक जे एहि राज्यक लोक आन-आन राज्य मे प्राइवेट कम्पनी मे अनुशासित रहिकय अपन सर्वोत्तम योगदान दैत अछि, तखन जा कय कोहुना एहि राज्यक दीनता दूर भऽ सकल अछि। यदि अपनहि राज्य मे एतबा ईमानदारी सँ योगदान देबाक सामर्थ्य एहि ठामक जनता विकसित कय लेत त मिथिला पूर्व जेकाँ पुनः पूर्णरूपेण आत्मनिर्भर बनि सकैत अछि।
 
बिहार सरकार केर श्रम संसाधन विभाग द्वारा प्रमंडल स्तरीय नियोजन सह व्यवसायिक मार्गदर्शन मेला सँ स्वरोजगार केर एकटा नीक अवसर देल जायत। कौशल विकास – ई एकटा लोकप्रिय शब्द विगत किछु वर्ष सँ भारत, नेपाल आदि देश मे चलि रहल अछि। नेपाल मे एकरा शीपमूलक शिक्षा सेहो कहल जाइत छैक। अहाँ अपना मे कमेबाक बुद्धि आनू, अपन रोजगार शुरू करू आ खूब कमाउ। जतेक मेहनति करब, लाभ ओतेक कमायब।
 
काल्हि बाबाधाम सँ घुमैत समय कुरसेला (कटिहार) बाजार केर रौनक आ ओहि ठामक व्यवसायी, कृषक, आ स्थानीय उत्पादक उत्कृष्ट मांग देखि मंत्रमुग्ध भऽ गेल रही। एतुका पेड़ा नामी अछि। भुज्जा, लिट्टी, चाह – सब किछु एतेक उच्च गुणस्तरक होइत छैक जे अबैत-जाइत कोनो बस, टेम्पू, जीप, कार वा कियो सवारी बिना कनेकाल रुकने आ किछु एतुका कीनने रिक्त हाथहि नहि वापस जाइत अछि। लक्ष्मी ओत्तहि निवास करैत छथिन जतय मेहनती लोकक निवास होइत छैक। बिहार मे पुनः लक्ष्मी आबथि, ताहि लेल वर्तमान सरकार केर प्रयासक सराहना कयल जा सकैछ।
 
हरिः हरः!!

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