बम्बई स्टौक एक्सचेन्ज केर एसएमई डायरेक्टर मैथिल अजय ठाकुर केर सारगर्भित संबोधन

सन्दर्भ – उद्यमी शिखर सम्मेलन मे एसएमई मे लिस्टींग केर उपाय आ लाभ पर व्याख्यान

अहमदाबाद मे आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय मिथिला महोत्सव केर अत्यन्त महत्वपूर्ण भाग – उद्यमी शिखर सम्मेलन मे कतेक रास विज्ञ मैथिल महापुरुष सब भाग लेलनि आर उपस्थित सभासद (उद्यमी-विमर्शी-आमजन) केँ अपन महत्वपूर्ण विचार सँ उद्यमशीलताक दिशा मे आगू बढबाक प्रेरणा देलनि। एहि विज्ञजनक सूची मे एक गोट नाम छलाह अजय ठाकुर – ओ २५ वर्ष सँ कैपिटल मार्केट मे अपन योगदान दैत आबि रहला अछि। बम्बई स्टौक एक्सचेन्ज द्वारा स्थापित एसएमई (BSE SME – Bombay Stock Exchange – Small & Medium Enterprises) – लघु तथा मझौला उद्यम केँ नियमन करैत इक्विटी कैपिटल बढेबाक अवसर प्रदान करैछ – ताहि महत्वपूर्ण संस्थानक एक निदेशक (डायरेक्टर) अजय ठाकुर अपन वक्तव्य मे उद्यमी लेल बीएसई एसएमई मे सूचीकृत होयबाक तरीका आ लाभ पर व्याख्यान देलनि।
 
एसएमई डायरेक्टर अजय ठाकुर २५ वर्ष सँ कैपिटल मार्केट मे अपन योगदान दैत आयल छथि। ओ बीएसई केर महत्ता पर प्रकाश दैत कहैत छथि जे भारत मात्र नहि एशियाक सब सँ पुरान कैपिटल मार्केट केँ नियामक संस्थाक नाम बीएसई थिक आर एकर स्थापना १४४ वर्ष पूर्व भेल जाहि सँ एकटा बड़ा लोकप्रिय उक्ति एकरा बारे मे कहल-सुनल जाइत छैक जे ई देशक सब सँ पुरान राजनीतिक दलहु (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस) सँ १० वर्ष पुरान अछि। श्री ठाकुर शेयर बाजार केर उपयोगिता आ महत्व सँ जन-जन केँ परिचिति दैत कहैत छथि, “कर्ज सँ कियो पैघ नहि होइछ, अपन इक्विटी कैपिटल सँ पैघ होइछ।” बम्बई स्टौक एक्सचेन्ज मे लघु आ मध्यम स्तरक उद्यम केँ सूचीकृत करबाक बात पर जोर दैत एकर महत्ता केँ बुझबैत श्री ठाकुर कहलखिन, “७ साल पूर्व एसएमई पूँजी प्रबन्धन बाजार एक बिपरीत परिस्थिति मे आरम्भ कयल गेल छल। बम्बई स्टौक एक्सचेन्ज २८३ कंपनी केँ सूचीबद्ध केलक, ३००० करोड़ केर शुरआती पूँजी – वर्तमान समय धरि २०,००० करोड़ पूँजी निर्माण एसएमई द्वारा भऽ रहल अछि।”
 
मिथिला मे उद्यमशीलताक क्षेत्र मे कमजोरी केँ इंगित करैत अजय ठाकुर कहैत छथि जे एतय फाइनेन्सियल लिटरेसी केर कमी देखल जाइछ। स्वयं केर संज्ञाम मे एखन धरि कुल १६०० सेमिनार बीएसई-एसएमई द्वारा कयल गेल जाहि मे गुजरात मे १०० सेमिनार केर आयोजन भेल ततहि बिहार मे सिर्फ १० सेमिनार भऽ सकल अछि। अपन अनुभव मे कुल २८०० स्माल आ मिडियम एन्ट्रीप्रेन्योर सँ भेंट हेबाक बात सेहो ओ कहलनि। एसएमई मे सूचीकृत होयबाक लेल टोटल कैपिटल ३ करोड़ होयत तऽ एसएमई मे स्वयं केँ लिस्ट करा सकैत छी। लिस्टिंग कियैक करब – एकर कि लाभ छैक – *इक्विटी देखाकय खुला बाजार सँ पैसा लय सकैत छी। *सूचीकृत भेलाक बादे पूरा दुनिया जानि जाइत अछि अहाँ केँ – तखनहि पैसा लगबैत अछि लोक। *ब्रान्डिंग होइत छैक, एडवर्टाइजमेन्ट होइत छैक। *इक्विटी करेन्सी मे कन्वर्ट भऽ जाइत छैक। *आरबीआई द्वारा धारक केँ नोट बराबर रकम अदा करबाक वचन दैत छैक, लेकिन इक्विटी केर शेयर मूल्य बढि गेल तऽ बेसी भेटत, आर जँ घटियो गेल त कोनो बात नहि।
 
इक्विटी मार्केट आजुक समय मे उद्यमी-व्यवसायी लेल बड पैघ आधार होयबाक बात कहैत अजय ठाकुर महाभारत केर एक विलक्षण उदाहरण दैत कहैत छथि, “महाभारत मे दू गोट वीर – डबल ए यानि अर्जुन आ अभिमन्यु केर वीरताक गाथा सब जनैत छी। दुनू गोटा बड पैघ वीर छलाह। महाभारतक युद्ध मे एहि २ ए केर भूमिका महत्वपूर्ण छल। दुनू केँ चक्रव्युह भेदन अबैत छलन्हि। लेकिन अभिमन्यु आ अर्जुन मे किछु बातक फर्क छलन्हि। जतय अर्जुन चक्रव्युह मे पैसि गेलाक बाद भेदन कय केँ सुरक्षित निकलबाक ज्ञान सेहो रखैत छलाह, ओतय अभिमन्यु चक्रव्युह मे पैसय लेल आ भेदन करय लेल त जनलाह, निकलनाय नहि जनैत छलाह, ओ फँसि गेलाह आ सब कियो घेरिकय हुनका मारि देलकनि। ठीक तहिना इक्विटी मार्केट मे प्रवेश कय केँ उद्यम-व्यवसायक संचालन कयनिहार अर्जुन जेकाँ वीर पुरूष कहाइत छथि, जखन कि समुचिय नियमन बिना आ शेयर बाजार केर खुल्ला पूँजीक उपयोग नहि कयनिहार अभिमन्यु जेकाँ चक्रव्युहरूपी उद्यम मे प्रवेश त कय सकैत छथि, लेकिन सुरक्षित संचालन केर जोखिम सँ ओ लोकनि कखनहुँ खाली नहि होइत छथि।”
 
अपन संबोधनक अन्त मे ओ मैथिल जनमानस मे उद्यमी बनबाक लेल एकटा खास गुण – खास अवधारणा पर चलबाक आह्वान करैत कहलनि, “आगू नाथ न पाछू पगहा वला कहाबत केँ आत्मसात करैत उद्यम आरम्भ करू। अपन उद्यम केँ एहि स्तर पर जरूर आनू जे बीएसई-एसएमई मे लिस्टिंग करा सकी। आर फेर खुलेआम अपन सफल उद्यमी जीवन केँ आगू बढाउ। जानकारी लेल ईहो कहि दी जे आब स्टार्ट-अप प्लेटफार्म सेहो शुरू कयल गेल अछि। हर तरहें लाभ उठाउ।”
 
हरिः हरः!!