रंगदर्पण – जनकपुर द्वारा अभियानी मैथिली सड़क नाटक: बदलतै हमर गाम

रंगदर्पण द्वारा १० टा गाम मे नाटक प्रदर्शन कैल जायत

– रोशन झा, जनकपुर। मई १२, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!!

rangdarpanखुल्ला क्षेत्र मे पैखाना-पिशाब नहि करबाक चाही, एहि लेल सरकारी आ गैर-सरकारी संस्था द्वारा जागृतिमूलक प्रचार-प्रसार हेतु जनकपुरक प्रसिद्ध रंगकर्मी समूह ‘रंगदर्पण’ द्वारा ‘दीसामुक्त अभियान’केँ  प्रचार करबाक लेल मैथिली सड़क नाटक ‘बदलतै हमर गाम’ केर प्रदर्शन कैल जायत। सोम दिन पत्रकार आ समालोचक समक्ष एकर प्रदर्शन कैल गेल। रोशन कुमार झाक परिकल्पना तथा निर्देशनमे तैयार कैल नाटकमे रितेश पाटली, रोहित साह, रोशन यादव, श्रीसन्त दास, प्रश्ना, अवधेश तथा प्रदीप केर अभिनय समाहित अछि।

लगभग पौने घंटाक एहि नाटकमे खुल्ला क्षेत्र मे दीसा-पेशाब केला सँ हानि हेबाक संदेश दैत खुल्ला क्षेत्र दीसा-पेशाब मुक्त क्षेत्र बनेबाक चाही, एकरा बड़ा रोचक ढंग सँ देखाओल गेल अछि। एहि कार्य लेल एकटा अभियानी सेहो रहला रोशन झा केँ एहि क्षेत्र मे विशेष अनुभव केँ समेटैत ई नाटक तैयार कैल गेल अछि।

नाटक देखलाक बाद समीक्षा करैत नाटककार आ निर्देशक अबधेश पोखरेल जनकपुरिया कहलनि जे नाटक मे प्रस्तुत विषयवस्तु प्रत्यक्ष अनुभव सँ प्राप्त हेबाक कारणे नाटक सजीव अछि। नाटक मे महिलाक मुद्दाकेँ सेहो गंभीरता सँ प्रस्तुत कैल जेबाक आवश्यकता दिशि ध्यान दियौलनि।

पत्रकार तथा साहित्यकार अशोक दत्त नाटकक विषयवस्तु आक्रामकरूप मे प्रस्तुति कैल जेबाक टिप्पणी दैत पात्र द्वारा धमकी भरल संवाद दैत शौचालय उपयोगक जरुरति पर प्रकाश देबाक बदला किछु तर्कपूर्ण दृष्टिकोण भरल संवाद राखि दर्शक बीच संदेश बँटबाक बात कहलनि। पत्रकार तथा साहित्यकार सुजित कुमार झा सेहो पात्रक प्रकृति अनुसार ओकर पहिरन हेबाक चाही से कहलनि। समीक्षक नित्यानन्द मण्डल महिलाक मुद्दाकेँ आरो प्रभावकारीरुपमे उठेबाक सुझाव देलनि। तहिना नाटककेँ आरो परिष्कृत बनेबाक लेल साहित्यकार अनसज मिश्र तथा नाटककर्मी धर्मेन्द्र मिश्र सेहो अनेको सुझाव देलनि। 

नाटकक परिकल्पनाकार तथा निर्देशक रोशन कुमार झा सब प्राप्त सुझाव सबकेँ अध्ययन करैत नाटककेँ आरो परिष्कृत कैल जायत से गछलनि। कार्यक्रममे जिल्ला विकास समिति धनुषाक सरसफाइ स्रोत व्यक्ति विजय यादव सेहो अवलोकन केने छलाह। नाटक धनुषा जिल्लाक विभिन्न १० गाम सब मे प्रदर्शन कैल जायत।