अहमदाबाद, ५ जनवरी २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!
आगामी ३ फरवरी २०१९ केँ अहमदाबाद मे आयोजित होयत ‘अन्तर्राष्ट्रीय मिथिला महोत्सव २०१९’। शाश्वत मिथिला आ माँ जानकी सेवा समिति (सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था) केर तत्वावधान मे ई कार्यक्रम कयल जा रहल अछि जाहि मे देश-विदेश सँ अनेकों उद्यमी आ लगानीकर्ता लोकनि एकत्रित होमय जा रहल छथि। भाषा-साहित्य केर संग सामाजिकता आ सांस्कृतिक सरोकार लेल त भारत आ नेपाल मे बहुतो कार्यक्रमक आयोजन होइत रहल अछि, परञ्च एहि अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव मे वृहत् स्तर पर मिथिलाक आर्थिक विकास आर ताहि मे उद्यमशीलताक महत्व पर केन्द्रित ‘मैथिल उद्यमी शिखर सम्मेलन’ अति विशिष्य होयत। ताहि सँ एहि कार्यक्रमक ‘थीम’ मादे कहल गेल अछि “मिथिलाक साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक समृद्धिक परिकल्पना’। एहि महोत्सव केर मुख्य आकर्षण मे (१) मैथिल उद्यमी शिखर सम्मेलन, (२) सांस्कृतिक कार्यक्रम – प्रसिद्ध कलाकार लोकनिक सहभागिता आ विशिष्ट कवि लोकनिक सहभागिता मे ‘कवि सम्मेलन’, (३) स्मारिकाक विमोचन, (४) मिथिला शिरोमणि सम्मान सँ किछु विशिष्ट व्यक्तित्वक सम्मान, तथा (५) मिथिला, मैथिली आ मैथिलक विकास एवं समृद्धि पर परिचर्चा। एहि महोत्सव मे बहुत रास उच्चाधिकारीक संग राजनेता लोकनि, साहित्यकार, भाषाविद्, समाजसेवी आ प्रबुद्धजन भाग लेबाक जनतब देल गेल अछि। कार्यक्रम संयोजन मे अग्रसर राज किशोर झा, नीरज कुमार एवं नरेंद्र नाथ झा सहित आयोजक संस्थादिक सक्रिय सदस्य लोकनि दिन-राति एक कएने छथि।
मैथिली जिन्दाबाद सँ बातचीत मे राज किशोर झा कहलनि जे मैथिल उद्यमी शिखर सम्मेलन मे विभिन्न विषय समेटल गेल अछि जाहि मे (१) उद्यमशीलता – कि आ कियैक, (२) एक छोट व्यवसाय कोना शुरू करी, (३) सामाजिक आ डिजिटल उद्यमशीलता – संभावित क्षेत्र आ आगू बढबाक बाट, (४) व्यवसायक वृद्धि-विकास लेल कोना विज्ञापन करब, (५) उद्यमशीलताक बढावा-विकास लेल सरकारक योजना कि सब अछि, तथा (६) नेटवर्किंग लांच केना करब। एहि समस्त विषय पर एनएसआइसी क्षेत्रीय प्रमुख प्रभात कुमार झा केर अगुवाई मे अन्य विशेषज्ञ लोकनि संबोधित करता। यथा अमेरिका सँ जे वाहिद, बीएसई (एसएमई) केर प्रमुख अजय ठाकुर मुम्बई सँ, प्रो. रमेश लाल दास सिंगापुर नेशनल युनिवर्सिटी, सिंगापुर सँ, डा. रामनाथ प्रसाद, सीईडी केर डायरेक्टर गाँधीनगर (गुजरात) सँ, टाटा कन्सल्टैन्सी सर्विसेज केर कोरपोरेट सोशल रिस्पान्सिबिलिटी केर क्षेत्रीय प्रमुख किशन गोपाल आदि मुख्य वक्ता द्वारा शिखर सम्मेलन मे विचार राखल जायत। मिथिला मे उपलब्ध संसाधन, जन, जल, जमीन, जंगल आदिक उचित उपयोगिता विश्व केर समान भूगोल केर विकासक अवधारणा पर ई गोष्ठी आधारित रहत। एहि सम्मेलनक उद्देश्य लगानीकर्ता द्वारा मिथिलाक्षेत्र मे व्यवसायिकता आ उद्यमशीलताक विन्दु पर योजना विकासक संग कार्य निष्पादन मे तत्परता देखायब होयत। एकर अलावे एहि एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव मे मिथिलाक ऐतिहासिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक महत्ता केँ ग्लोबलाइजेशन केर युग मे कोना उच्चस्तरीय परिधि धरि पहुँचायल जा सकैत अछि, ताहि तरहक फोकस रहबाक अपेक्षा कयल गेल अछि।
मैथिली जिन्दाबाद केर तरफ सँ एहि महत्वपूर्ण कार्यक्रमक सफलता लेल अग्रिम बधाई! विदित हो जे सम्पूर्ण भारत आ नेपाल केर विभिन्न संस्थादिक प्रमुख व्यक्तित्व केँ विशेष रूप सँ आमन्त्रित कयल गेल अछि आर ई महोत्सव मिथिला-मैथिली केँ सार्थक दिशा मे आगू बढेबाक काज करत ताहि लेल संकल्प लेबाक उचित अवसर सेहो होयत।