साक्षात्कार
मिथिला स्टूडेन्ट यूनियन (भारत) केर अध्यक्ष रौशन मैथिल संग संपादक प्रवीण नारायण चौधरीक अन्तर्वार्ता

रौशन चौधरी संपादक प्रवीण नारायण चौधरी संग मैसेन्जर मार्फत सब बात पर अपन विचार रखैत कहलनि जे “अपने जे यूनियन केर लेल लिखलहुँ अछि ई बहुत गलत लिखलहुँ अछि। एक बेर अहाँ केँ यूनियन सँ बात करबाक चाहैत छल।”
एहि बातक संग ओ अपन एक विचार हिन्दी मे पठौलनि जेकर उतार निम्न रूपेण एतय राखल जा रहल अछिः
“2019 नजदीक आते ही मिथिला के राजनितिक ठीकेदार सब सक्रिय हो गया है…..मिथिला के साथ फिर से दुर्व्यवहार करना सुरु कर दिया गया हैं
अब इनके द्वारा लगाये जाने वाले आरोप को देखिये
> msu में लव जिहाद चल रहा हैं
> भोली-भाली लड़की को msu सोसन करता हैं
> चंदा के पैसा से निजी सम्पति अर्जित करता हैं
> कांग्रेस का B टीम हैं तो कभी मर्क्स्वादी हैं
> विदेश से फंडिंग आता हैं, इत्यादि
अब इनको क्या बोलू
यूनियन में 90% से ज्यादा युवा हैं और युवा का महिलामित्र होना स्वाभाविक हैं ऐसे में अगर किसी ने अपने मित्र के साथ कोई फ़ोटो पोस्ट कर दिया तो ये लोग उस फ़ोटो का स्क्रीनशॉट लेकर फैला रहे हैं और असभ्य भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं
बिना साबुत के यूनियन के किसी मुस्लिम लड़का के साथ हिन्दू लड़की का सम्बन्ध बता कर लव-जिहाद का झूठी साजिश रच रहे हैं
गूगल से किसी और का अश्लील तस्वीर डाउनलोड करके उसे यूनियन के कार्यकर्त्ता का तस्वीर बता रहे है और लोगो को व्यक्तिगत तौर पर भेज रहे हैं
हमने सैकड़ो बार कहा हैं की हमें किसी भी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं हैं चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी या rjd या JDU या वामपंथी या केजरीवाल या कोई अन्य लेकिन फिर भी किसी पार्टी से जोड़ कर सिर्फ मिथिला में हो रहे आन्दोलन को ख़त्म करने का साजिश हो रहा हैं
यूनियन को चंदा सिर्फ जनता से आटा हैं वो भी 100-50 के तौर पर आज तक कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं हैं जो यूनियन को एक साथ 21000 से ज्यादा चंदा दिया हो जिसका पूरा-पूरा हिसाब यूनियन के पास हैं और हर वर्ष यूनियन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को अपना RETURN फाइल करती है
यूनियन विदेशी फण्ड लेने के लिए पंजीकृत नहीं हैं ऐसे में एक रुपया भी यूनियन के बैंक में विदेशी फण्ड नहीं आई है और न ही आ सकती है
जब हम इनसे प्रूफ मंगाते हैं तो ये हमें नहीं देते ताकि हम ऐसे व्यक्ति पर अंकुस लगा सके लेकिन सामाजिक पटल पर बेबुनियाद इल्जाम लगाते है
2 ऐसे तस्वीर सामने जरुर आये हैं जिसमे यूनियन का लड़का और लड़की एक साथ हैं लेकिन जब हमारा टीम ने उन लड़की से पूछा तो वो उसे अपना मित्र बताती हैं और क़ानूनी रूप से अफवाह फ़ैलाने वाले व्यक्ति पर मुकदमा भी दायर की है….फिर भी हम ऐसे व्यक्ति को यूनियन से पदमुक्त कर दिया है
अभी यूनियन में लगभग 5 लाख से ज्यादा सदस्य हैं जो देश के हर कोने से हैं 12 राज्य में हम मिथिला और मैथिल के लिए काम कर रहे है ऐसे में हर एक सदस्य के व्यक्तिगत जीवन पर नजर रखना संभव नहीं हैं
MSU के तौर पर हमने मिथिला को एक सशक्त हथियार दिया हैं जिससे मिथिला को समृद्ध किया जा सके और बहुत ऐसे क्षेत्र में हमने काम करके राजनितिक दल के मुह पर तमाचा मारा हैं
हमारे किस नेता से सम्बन्ध हैं, ये आप प्रूफ क्यों नहीं करते ? या हमने किससे पैसा लिया हैं ? ऐसे ही बिनामतलब लगे रहते हैं msu को बदनाम करने में
भाई साहब msu कोई दो लोगो का संगठन नहीं हैं जिसे आप अपने झूठी बयान से हिला देंगे इसीलिए आप अपना काम कीजिये और हमें अपना करने दीजिये हम अपने उदेश्य के प्रति अग्रसित हैं हमें रोकने का कोशिश महंगा पड़ेगा
और दूसरी बात आपको डर क्यों लगता हैं, सर जी 2019-20 अछे से लड़िये और जीतिए हम राजनीती में नहीं आ रहे है इसीलिए चिंता मत करिए
जय जननी!!”
संपादक प्रवीण नारायण चौधरी द्वारा ई बुझेला पर जे मैथिली जिन्दाबाद पर राखल विचार कोनो संस्थाक नाम नहि लेने अछि, लेकिन मिथिला मे लव जिहाद या राजनीतिक सौदाबाजीक कथित रिपोर्ट केर आधार पर जनहित मे एकटा सचेतना-सावधानी लेल संवाद संचरण कएने अछि। बिना गलती कएने कोनो लेख केँ अपना पर नहि लय लेबाक चाही। आर, यदि कहल गेल बात कोनो तरहें एमएसयू सँ जुड़ल अछि त यथास्थिति स्पष्ट करैत जनमानस मे भ्रमक अवस्था दूर करक चाही। एहि सब बात पर रौशन चौधरी अपन स्टैन्ड आरो स्पष्ट करैत कि सब बात केलनि तेकर एकटा उतार निम्न रूप मे जहिनाक तहिना राखल जा रहल अछि। चूँकि चौधरी दिल्ली मे रहैत छथि, मैथिली लिखय मे कठिनाह बुझाइत रहैत छन्हि, ओनाहू मिथिला स्टूटेन्ट यूनियनक अधिकांश अगुआ लोकनि हिन्दी भाषाक बेसी प्रयोग करैत रहला अछि, अतः सम्पन्न वार्ता सेहो हिन्दी मे अछिः
प्रवीणः यूनियन या किसी का नाम भी नहीं तो गलत कैसे?
रौशनः महाशय आप मेरे से बड़े हैं आपका इज्जत करते हैं लेकिन ऐसे पोस्ट से हमारा ललक कम करने का कोशिश नहीं करे। नाम नहीं लेने से क्या आपका अंगुली msu के तरफ नहीं है। आप खुद एक अभियानी रहे हैं आपको सब पता हैं फिर ऐसा क्यों?
प्रवीणः यथार्थ क्या है फिर?
रौशनः जो मैंने आपको भेजा है। उसे पढिये सिर्फ यही यथार्थ है और कुछ नहीं।
प्रवीणः समस्तीपुर कांड क्या है? टुकटुक रानी केस क्या है? औऱ कौन लोग आपपर आरोप किस वजह से लगा रहे हैं?
रौशनः क्या है समस्तीपुर कांड?? टूक-टूक रानी ऐसे लोगो पर केस किया है जिन्होंने उनके व्यक्तिगत फ़ोटो को वाइरल किया है और फ़ोटो में साथ वाले लड़का को अपना मित्र बताती है। ऐसे में हम क्या कर सकते है आप ही बताये सबका अधिकार है वो किसी से प्यार करे न करे।
Bjp के कुछ सदस्य msu पर आरोप लगा रहे है और कुछ ऐसे भी है जिससे उस लड़की को झगड़ा हुआ है।
समस्तीपुर कांड का बात मैं आपके मुँह से ही सुन रहा हूं। मुझे नही पता। और समस्तीपुर में msu अभी उतना एक्टिव भी नही हैं अभी 4 महीना पहले हमने वहाँ जिला टीम का गठन ही किया है।
प्रवीणः टुकटुक रानी का यह फोटो जो किसी निजी क्षण का उसके प्रेमी के साथ का है वह किसी तीसरा व्यक्ति द्वारा खींचा हुआ लग रहा है। यह वायरल किसके द्वारा और क्यों किया जा रहा है? केस की है तो केस नम्बर और आरोपी व्यक्ति का नाम बताएं। इन बातों पर संगठन क्या कदम उठाई? समस्तीपुर किसी हिन्दू लड़की को मुसलमान लड़का का ले जाना और फिर उसके 4-5 दोस्त मिलकर जबर्दस्ती करणी करना, सदस्य msu दरभंगा है, क्या है यह सब?
रौशनः ये सब बिल्कुल निराधार है। अगर आपके पास कोई सबूत है तो दीजिये हम जरूर ऐसे व्यक्ति पर करवाई करेंगे।
इसका फ़ोटो कैसे वाइरल हुआ किसने किया इसके लिए हमने एक कमेटी का गठन किया है। दोषी को किसी भी हालत में बकसा नही जाएगा। समस्तीपुर का कोई मामला नही है सब झूठ है। हमे सबूत भेजें हम जरूर एक्शन लेंगे।
3 लोगो पर fir किया गया है जिसका कॉपी आपको बहुत जल्द मिल जाएगा। केस नंबर २०७ धारा ५०९ आ ६६ (सी) तथा ६६ (ई) में मधुबनी में शिकायत दर्ज करायी गई है।
प्रवीणः ओके। फिर हम आपको वादा करते हैं कि आपका पक्ष भी बहुत स्पष्ट ढंग से रखूँगा।
👍
1
रौशनः इंटरनेट से अश्लील फोटो डाउनलोड करके यूनियन से जोड़ा जा रहा हैं जबकि ऐसा कुछ भी नही है। अगर ऐसा कुछ भी रहता तो एक भी महिला सेनानी जरूर कंप्लेन करता जिसको इससे जोड़ा जा रहा है। हमारा पक्ष रखने के लिये आपका आभार रहेगा।
प्रवीणः यह भी सच है कि मिथिला के लिये लड़नेवालों को कभी भी शान्ति से नहीं बैठने दिया गया।
👍
1
तो आपलोग जैसे भी चलें, मिथिलावाद के लिये बढें। आपको हर तरह से समर्थन देंगे। लेकिन यही, कि समाज में गलत परिपाटी न चले।
जो कोई अनुशासन तोड़े वह मिसू का नहीं रह पाये।
👍
1
प्रेम और मुहब्बत जीवन का निजी फैसला होता है।
लेकिन संगठन से जुड़े लोग यदि अनुशासन या शिष्टाचार को तोड़ते हैं तो उनपर अनुशासनात्मक कार्रबाई चलाना चाहिये संगठन को। और इस प्रभाव का एक विज्ञप्ति जारी करके संगठन की छवि को बचानी चाहिये।
कोई भी व्यक्ति यदि निजी कारण से संगठन की छवि पर सवाल खड़ा करबाता है तो उसका बचाव कभी भी नहीं करना चाहिये। यदि वो व्यक्ति पर कोई झूठा आरोप तय करता हो तो उसके बचाव में आपलोग जरूर आयें।
👍
1
रौशनः बिल्कुल हम आपको आश्वस्त करते हैं, ऐसे एक भी व्यक्ति जो मर्यादित नही रहेगा वो msu में नही रहेगा। अब नॉर्मल सदस्य की संख्या 544000 के करीब हो गया है सभी के निजी जिंदगी पर ध्यान रखना मुश्किल है। विज्ञप्ति हम आपको भिजवा देते हैं। लेकिन हमारे पदाधिकारी चाहे किसी भी फ़ॉर्मेट का हो उनके अमर्यादा को बर्दाश्त नही किया जाएगा।
प्रवीणः कुछ सदस्य आपके ऐसे हैं जो शालीनता भूलकर पर्सनल अटैक करने लग जाते हैं उन्हें भी समझाइये कि सिर्फ तर्कों के साथ बात करें और हर सवाल को अपने चरित्र के विरुद्ध न मानें। आखिर आपत्तिजनक फोटो खींचबाकर किसी ने जबतक बँटवाया नहीं तबतक कोई माय का लाल मिसू – मिसू क्यों करेगा?
रौशनः यह पक्का कोई षड्यन्त्रकारी लोग है जो संस्था का नाम के आड़ में खिलवाड़ करना चाह रहा है। सिर्फ एक फोटो सच है, बाकी सभी फेक।
प्रवीणः इससे संस्था की बनी-बनायी छवि खराब हो रही है। हम इस बात को बेहतर ढंग से मानते हैं कि अभी पहले से बहुत अच्छा कार्य हो रहा है। तरीका भी सही है। संगठन भी विस्तृत फलक पर पहुँच चुका है।
रौशनः आपका आभार। इन्हें लगता है कि हम राजनीति में आएंगे इसीलिये ये ऐसा कर रहे है, लेकिन हमारा ऐसा कहीं से कोई प्लान नही है।
Lnmu चुनाव के समय भी के ऐसे ही करते थे।
प्रवीणः परन्तु ऐन वक्त पर फालतू कारण से यदि संस्था की छवि को खराब करने के लिये कोई भी दोषी या गलत कार्य करनेवाला व्यक्ति भले संस्था के अन्दर का हो या बाहर का, उन्हें वर्दाश्त नहीं किया जायेगा – इस तरह का वाक्य प्रयोग करके एक कड़ा सन्देश सहित का विज्ञप्ति जारी करके प्रेस कान्फ्रेन्स करके सबको निपटा दें। मेरा सुझाव भर है।
रौशनः मैं इसका अरेंज करता हूँ।
प्रवीणः हाँ, कुछ आरोप हैं कि कोई एमएसयू महिला सदस्य पटना में हाई प्रोफाइल लोगों से डील करती है…. किसी विधायक के साथ हाल ही गोआ घुमने भी गई, दिल्ली में आपलोगों को राजद के कई बड़े नेताओं से मीटिंग भी करबाई…. ये सभी बातें भी हवा में है। परन्तु हमलोगों ने उनको यह सब अन्दाज लगाकर मिथिला के लिये काम कर रही एक अच्छी युवा युनिट को तबाह न करने की हिदायत दी तो इस पर वे लोग प्रमाण एकत्रित करने की बातें कह रहे थे।
रौशनः अब msu सिर्फ हमरा संगठन नही है हर मैथिल जिसको msu से आस है उन्हें msu चलाना होगा। बिल्कुल, अगर प्रमाण है तो मुझे भी चाहिये ताकि हम भी दोषी पर करवाई करें।
प्रवीणः अब देखिये, ये लोग भी आपके सहयोगी रहे हैं। परन्तु कहीं न कहीं किसी न किसी बात पर आपसे सहमत नहीं होने के कारण इस तरह से आपस में उलझ रहे हैं।
रौशनः अगर हमारे सहयोगी रहते तो पहले हमें सूचित करते एक्शन नही लेने पर बाहर डालते लेकिन उन्होंने ऐसा नही किया। वैसे हमे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि आप ही कहते है कि समाजसेवा में जूता और माला दोनों मिलता है।
प्रवीणः तो हमलोगों का काम है कि निरपेक्षता के साथ सच्चाई का साथ दो। मिथिला के लिये काम करना कितना कठिन है यह हम जानते हैं। राजनीतिक महकमे के लोगों में हमारी अहमियत कभी भी नहीं बनी…. फिर भी लोग हमलोगों पर आरोप मढते हैं अपनी कल्पना से। कुछ ऐसा ही अभी एमएसयू के साथ भी हो रहा है। परन्तु शपथ जानकी का, सच्चाई रखें, निर्भीक रहें। डरने की कोई वजह ही नहीं है।
👍
1
रौशनः हम अपना काम करते रहेंगे। बिल्कुल, इसीलिये तो सबको बोलते है कि प्रमाण दीजिये।
प्रवीणः आपके कुछ युवा सदस्य लोग झगड़ा करने में आगे आ जाते हैं, माँ-बहन के नाम से गाली देने लगते हैं।
रौशनः हम सब को रोकने में असमर्थ हैं। अधिकारी पर नियंत्रण रख सकते है लेकिन कार्यकर्ता पर नियंत्रण होना असंभव है। हमने 10 दिन से इग्नोर किया लेकिन जब पानी सर से ऊपर उठने लगा तो हम किसी को रोक नही सकते।
प्रवीणः उनको सिर्फ एक ही नीति सिखाइये, व्यक्ति गलत हो सकता है, संस्था नहीं। एमएसयू ठोस नीति के साथ काम करनेवाली संस्था है, यदि व्यक्ति दोषी हों तो इसका ठिकरा संस्था पर न फोड़ा जाये। दोषी व्यक्ति पर कार्रबाई होनी चाहिये, प्रमाण सहित हमलोगों को शिकायत करें। तो इससे शिकायत करनेवाला खुद ही गिर जायेगा…. और अन्दाजी पंचे पाँच सौ कहकर संस्था को बदनाम करनेवाले खुद ही मर जायेंगे। परन्तु जैसे ही आपके मेम्बर इन आरोपों से चिढकर पर्सनल अटैक में लग जाते हैं, उनका आवाज को रेकर्डिंग करके वे लोग आपके विरुद्ध और सशक्त अभियान चलाने लगते हैं।
रौशनः बिल्कुल, लेकिन जो निराधार है उससे क्या फर्क पड़ता है। ये करता क्या है, msu समर्थक को फ़ोटो भेजता है लेकिन हमें नहीं। सारे फ़ोटो इंटरनेट से डाउनलोड किया हुआ है जिससे हमारे संगठन का कोई तालुकात नहीं। सिर्फ एक फोटो को छोड़कर…!
प्रवीणः इसीलिये आप एक विज्ञप्ति के मार्फत अपने सदस्यों को भी समझायें कि इस तरह आप किसी आरोप लगानेवालों से व्यक्तिगत तौर पर टीका-टिप्पणी या गाली-गलौज से बचें। संस्था के तरफ से आधिकारिक लोगों के द्वारा हर बात का जबाब दिया जायेगा। मेरे पास जो फोटो आये हैं वो देखिये…. मैं भेज देता हूँ।
रौशनः विरोध करने वाले किसी एक प्लेटफॉर्म पर नही है इससे जबाब देना मुश्किल हो रहा है इसीलिए सभी जबाब देते हैं। (एक फोटो को रिपोस्ट करते हुए) सिर्फ ये फोटो सच है। बाँकी किसी भी अश्लील फोटो से हमारा कोई तालुकात नहीं। इसमें भी एक का कहना है कि वह उसका फ्रेंड है। और उसने 3 लोगो पर fir भी दर्ज की है।
उपरोक्त चर्चा सँ स्पष्ट होएत अछि जे मिथिला स्टूडेन्ट यूनियन केर नाम बिना कारण घसीटल जा रहल अछि। सदस्यक पैघ संख्या आ ताहि पर नियंत्रण करय मे दिक्कत सच मे एकटा सोचनीय अवस्था थिक। मुदा संस्थाक सदस्य होएत एना कोनो सामाजिक संजाल या फोन पर गाली-गलौज करनाय आरोप लगेनिहार केँ विरोध करबाक लेल सह दय रहल छैक। आर, मिथिला लेल काज करयवला एकटा ईमानदार आ लोकप्रिय मुहिम केँ धक्का लागि रहल छैक। एहि सब बात केँ ध्यान मे रखैत आरोप-प्रत्यारोप सँ बचबाक रास्ता सही ढंग सँ निकलब जरूरी अछि। प्रतीक्षा करू जे एमएसयू जल्दी कोनो विज्ञप्ति जारी कय केँ अपना पर उठि रहल आंगूर केँ शान्त करत। लव जिहाद या अन्य कोनो बात निराधार ताहि कामनाक संग, एहि समाचार केँ विराम देल जा रहल अछि।