विचार
– प्रवीण नारायण चौधरी
सचेतना आ सावधानी लेल जनहित मे जारी!!

Photo: File (Just Symbolic)
मिथिला मे ‘लव-जेहाद’ आ ‘मिथिलावाद’ केर नाम पर राजनीतिक दलाली केर संगीन आरोप लगबैत गोटेक सूचना प्राप्त भेल अछि।
विस्मित त छी लेकिन हैरान नहि छी! सामान्यतया केकरो बारे मे चरित्र चित्रण करब अपना सूट नहि करैत अछि, कारण सूप दूसलनि चालनि केँ जिनका मे अपने बहत्तर टा छेद से बात अपनहि अनेकों दुर्गुणक कारण बुझैत रहल छी।
बुरा जो देखन मैं चला बुरा मिला न कोई
जब दिल खोजा आपना मुझसा बुरा न कोई
किछु एहि दोहा जेकाँ अपनहि मे अनेकों दुर्गुण रहबाक कारण कोनो आन व्यक्तिक नाम लैत दूसब उचित नहि लगैत अछि। तथापि, समय-समय पर किछु व्यक्ति, किछु संस्था आ किछु मुहिम वा अभियान पर हम बहुत पहिने सँ लिखैत रहलहुँ अछि। बड़ा बेवाकी सँ राय तखनहि दैत छी जखन उचित-अनुचितक सब बात पता लागि जाइत अछि।
घटनाक पृष्ठभूमिः
आइ हमर मोबाईल पर किछु रास फोटो आ वीडियो मैसेज आयल, संगहि पठेनिहार एक छोट भाइ फोन नंबर लय अन्तर्राष्ट्रीय फोन करैत ओहि फोटो आ वीडियो सँ जुड़ल गोटेक बातक जानकारी देलनि। किनको नाम लिखब सँ एहि लेख मे बचि रहल छी, एहि प्रतीक्षा मे जे सत्य-तथ्य जँ हमर विचार आ हमरा भेटल समाचार सँ भिन्न हो तँ ओ आरोपित व्यक्ति अपन स्पष्टीकरण पठा देता आ यथास्थिति सँ अवगत करा देता। घटना निम्न प्रकारक अछिः
१. मिथिलाक एक चर्चित छात्र संगठन मे विभिन्न पद आदि देबाक प्रलोभन दैत महिला सदस्य केँ पहिने संगठन मे जोड़ल जाइत अछि, तदोपरान्त ‘लव’ आ ‘पर्सनल अफेयर्स’ मे गाम-समाजक भोली-भाली लड़की सब केँ फँसायल जाइत अछि। युगक प्रभाव, नंगापन आ कामुकता सँ भरल अनेकों तरहक मूवीज, कैमेराक उपयोग-दुरुपयोग सँ बढि रहल युवा भटकाव आर अभिभावक द्वारा लैंगिक विभेद अन्त करबाक उत्कृष्ट परिस्थितिक गलत लाभ उठबैत गाम-समाजक पढनिहाइर छात्रा सब संग मटरगस्ती सँ प्रेमजाल बिछा-बिछा ओकरा सभक संग आपत्तिजनक हाल मे फोटो आदि बहला-फुसला या चोरा-नुका खींचिकय राखि लेनाय आर फेर ओकरा सब केँ भयादोहन, शारीरिक शोषण, यौन शोषण आदिक खतरनाक खेल खेलायब… एहि तरहक घृणीत कार्य सब कयल जेबाक रिपोर्ट भेटल अछि।
२. सबसँ खेदजनक रिपोर्ट ई अछि जे एकटा हिन्दू समाजक लड़की केँ संगठनक मुसलमान लड़का अपन प्रेमी बनाकय अपना संग कोनो शहर मे लय जाइत अछि आर ओतय ओहि लड़का केँ मारि-पीटि ओकरा सँ ओ लड़की हथियाकय अन्य मुस्लिम मनचला लड़का सब हप्तों-हप्तों धरि ओहि असहाय प्रेमी लड़कीक शारीरिक शोषण जबरदस्ती करैत अछि। माय-बाप सँ दूर ओ बच्चा जखन पढाईक नाम पर शहर प्रवास मे रहि एहेन गलत डेग उठा लैत छैक तखन ओकरा पास आब केकर सहारा रहि गेलैक आर अपना संग घटि रहल वीभत्स शारीरिक दोहनक न्याय ओ केकरा सँ मांगत, एहि तरहक अत्यन्त दारुण स्थिति अछि, ओ शिकायतकर्ता भाइ कहलनि।
३. युवा-युवती केँ एहि खेला-वेला मे फँसाबय लेल नोट (टका) देबाक काज कहाँ दिना बड़का-बड़का राजनीतिक दल द्वारा कयल जाएछ। एहि युवा-युवती छात्र-छात्रा केँ रंगी-चंगी टीशर्ट आ आन्दोलनक अत्याधुनिक साजो-समान सँ लैश करा अपन पार्टीक एजेन्डा पर नाराबाजी, विरोधीक विरुद्ध बयानवाजी आ जनता केँ प्रभावित करयवला आन्दोलन सब करायल जेबाक समाचार प्राप्त भेल अछि। हलाँकि, ई सब काज ततेक नुका-चोरा होएत अछि जे एकर कोनो ठोस प्रमाण सहजहि त नहि मुदा तर्क-कुतर्क सँ भेटैत अछि। आब जेना कोनो संस्था पहिने जनहित केर बात कय अपन छवि बनाबय आ फेर राजनीतिक दल सब सँ सौदाबाजी करय लेल अपन नेतृत्व केँ बड़का-बड़का नेताक जड़े भेंट कराबय, केकरो सँ स्कोर्पियो त केकरो सँ गोटेक लाख टका कोष हथियाकय कतहु फ्लैट खरीदल जाय, कतहु लड़की सप्लाई केर संगीन जुर्म करैत सौदाबाजी कयल जाय, एहि तरहक बहुत रास आरोप एक संग लगायल गेलैक अछि।
के सही के गलत?
एम्हर संगठन द्वारा खुद केँ बदनाम करय लेल ई सब गलत आ मनगढंत आरोप आ सदस्य लोकनिक आपसी प्रेमालाप आदि केँ व्यक्तिगत जीवन आ बात-विचार आदि कहिकय टारल जेबाक नियति सेहो देखि रहल छी। हमरा अपना एखनहुँ एना लगैत य जेना ई सब मनगढंत आरोप हेतय…. भगवान् करथि जे सैह होइक। लेकिन प्राप्त फोटो, वीडियो, कौल-रेकर्डिंग, खुफिया रिपोर्ट – ई सब बात किछु संगीन अपराध मिथिलाक धरती मे फलित हेबाक दिस इशारा कय रहल अछि। एहि दिशा मे राज्य सरकार आ समाजक हरेक निकाय केँ सतर्कता सँ काज करय पड़त। कारण, ई दुनू बात बहुत गलत आ दुष्प्रभाव केँ जन्म देबयवला बुझाइत अछि। जँ, धर्मान्तरण आ लव-जेहादक आरोप सच सिद्ध होयत तऽ मिथिला क्षेत्रक हिन्दू-मुसलमानक बीच जे सौहार्द्रता आइ कतेको सैकड़ा वर्ष सँ रहल तेकरा भड़केबाक काज होयत। तहिना राजनीतिक पैंतराबाजी मे जँ काल्हिक जन्मल धिया-पुता अपन उमेर, उर्जा आ जोश केँ एहि तरहें धूसि दैत अछि तऽ एकरो दुष्परिणाम एहिठामक युवातुर मे गलत परिपाटी सभक जन्म देत, दूषित राजनीति जाति-पाति मे समाज केँ पहिने सँ विखन्डित कयलाक बाद आब युवा सब मे अपराधक जन्म देत जे कथमपि मिथिला सन शान्तिपूर्ण, सहिष्णु आ सम्भ्रान्त सभ्यता-समाजक लेल कथमपि उचित नहि होयत। अतः सचेतनशील नागरिक लोकनि अपन क्षेत्रक सुरक्षा लेल तत्पर रहथि। अस्तु!
हरिः हरः!!