नेपालक पहिल राष्ट्रपति डा. रामवरण यादव करता ‘चनमा’ केर उद्घाटन

विराटनगर, २३ मई, २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!!

काठमांडू मे प्रस्तावित कार्यक्रम ‘चनमा’ केर उद्घाटन नेपालक पहिल राष्ट्रपति डा. रामवरण यादव करता – एहि बातक पुष्टि करैत चनमा आयोजन समितिक अध्यक्ष विभा झा अपन स्टेटस अपडेट कयलनि अछि।

मिथिलाक अनुपम डेग केर आयोजकत्व तथा मयूर फोसेट्स प्रा. लि. केर प्रस्तुति मे नेपालक राजधानी काठमांडू मे २-दिवसीय ‘मिनी मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल’ संग-संग मिथिलाक जीवन-पद्धति केँ पर्यन्त धार्मिक-सांस्कृतिक व्यवहार शैली पर केन्द्रित सत्रवार-गोष्ठीमूलक कार्यक्रम ‘चनमा’ केर आयोजन यैह २६ आ २७ मई तदनुसार शनि आ रवि दिन होयत। ४-सदस्यीय आयोजन समूह केर अध्यक्षता विभा झा जानकारी दैत कहली जे नेपालक मिथिला मे जीवन आ सृजन पर परिचर्चाक माध्यम सँ दस्तावेज तैयार करबाक उद्देश्य सँ ई आयोजन राखल गेल अछि जाहि मे सम्पूर्ण मिथिला – दुनू कात नेपालक संग भारतहु सँ सर्जक-स्रष्टा-विज्ञजन लोकनि केँ आमंत्रित कयल गेल अछि। विद्वान् वक्ता लोकनिक वक्तव्य केर आधार पर मिथिलाक वर्तमान जीवन-पद्धति पर एकटा महत्वपूर्ण दस्तावेज तैयार केला सँ भविष्यक पीढी केँ मिथिलत्व सँ परिचित करेबाक लक्ष्यक संधान कयल जेबाक बात एहि कार्यक्रमक परिकल्पक तथा ‘मिथिलाक अनुपन डेग’ केर संस्थापक सदस्य निराजन झा कहलनि।

आयोजन समितिक संयोजक ध्रुव कुमार झा तथा सदस्यद्वय रोशन यादव एवं दुर्गा मंडल सहित परिकल्पक एवं सम्पूर्ण आयोजन समिति एहि आयोजन केँ ऐतिहासिक बनेबाक लेल दिन-राति एक कएने छथि। २ दिन धरि चलयवला एहि कार्यक्रमक विधिवत् उद्घाटन लेल संघीय लोकतांत्रिक गणतंत्र नेपालक प्रथम राष्ट्रपति डा. रामवरण यादवक मुख्य उपस्थिति मे होयबाक सूचना भेटल अछि। तहिना प्रदेश २ केर महान्यायाधिवक्ता चर्चित कानूनविद् दीपेन्द्र झा केर उपस्थितिक पुष्टि भेल अछि। अपेक्षित विशिष्ट अतिथि मे नेपालक मिथिला मधेशक गणमान्य राजनीतिकर्मी ओ विभिन्न विद्वान् लोकनिक नाम शामिल अछि जाहि मे उपेन्द्र यादव, राजेन्द्र महतो, महंथ ठाकुर सहित अन्य नाम सभक सूचना आयोजक करौलनि अछि।

प्राप्त सूचना मुताबिक शनि दिन २६ मई केँ कार्यक्रम ठीक १० बजे उद्घाटन भेला उपरान्त प्रमुख अतिथि, विशिष्ट अतिथि लोकनिक मन्तव्य उपरान्त विषयवार – सत्रवार परिचर्चा दिस बढि जायत। पहिल दिन कुल ३ गोट परिचर्चा गोष्ठी, संगहि सुभाष वीरपुरिया द्वारा मिथिलाक लोकगीत-गायन ओ प्रियंका झा केर एकल नाटक केर प्रस्तुति, पुनः अंजू यादव द्वारा मिथिला लोकगीत-गायन तथा गायक ललित कापर द्वारा महादेवी (भजन) गायन केर आयोजन हेबाक अछि। दोसर दिन सेहो किछु एहि तरहक मिश्रित विषय आ मिश्रित रंग केर कार्यक्रम सँ साहित्य ओ सृजन संग मिथिलाक जीवनशैली पर एकटा दूरदर्शी मूल्यक आयोजन सभ कयल जायत।

जहिना कार्यक्रमक नाम केँ एकटा धार्मिक अनुष्ठानक नाम चनमा जे कि मिथिलाक बहुल्य हिन्दू समाज द्वारा कोनो शुभ कार्य आरम्भ करय सँ पूर्व दैविक शक्ति (कुलदेवी) केँ मनौती लेल कयल जाएत अछि तहिना एकर सत्र सभक नाम सेहो भगवतीक आराधना सँ जुड़ल अन्य-अन्य कर्मकाण्डी नाम राखल जेबाक एकटा अलग स्वादक प्रयोग कयल जेबाक बात आयोजकक मनसाय सँ स्पष्ट भऽ रहल अछि। वृहत् स्तर पर साहित्य आ जीवनशैली मे एना एकपक्षीय धर्मक नाम केँ जोड़ब जतय आयोजकक अपन स्वतंत्रता मे पड़ैत अछि ओतहि किछु विद्वानक मत मे एना धर्म आ साहित्य केँ जोड़ब उचित नहि मानल जेबाक आलोचना सेहो सुनय मे आबि रहल अछि। अँचरी, पातैर, आदि नामक तहत विभिन्न सत्र राखब आयोजकक मनसाय सँ सिर्फ आध्यात्मिक पक्ष आ महत्व केँ दरसायब थिक, नहि कि कोनो एक धर्मक महिमामंडन थिक ई आयोजन, कहलनि परिकल्पक निराजन।

आयोजनक तैयारी आ अन्तिम विवरण आइ साँझ धरि प्रकाशित होयबाक उम्मीद जतबैत निराजन कहलनि जे युवा प्रयास केँ देखने बिना कोनो तरहक आलोचना अग्रिमे करब, एहेन नकारात्मकता केँ स्वीकार नहि कयल जा सकैत अछि।

भारतक मिथिला सँ वयोवृद्ध साहित्यकार महेन्द्र मलंगिया, अजित आजाद, युवा साहित्यकार विकास झा सहित मैथिली मचानक संचालिका डा. सविता खान केर सहभागिता अपेक्षित अछि। नेपालक मिथिला सँ रमेश रंजन, धीरेन्द्र प्रेमर्षि, प्रवीण नारायण चौधरी आदिक उपस्थितिक संग लगभग दर्जनों अन्य वक्ता अपन-अपन प्रस्तुति देता।