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अपन खूबी आ टैलेन्ट सँ दर्शक केँ रिझाउ, दोसरक नकल सँ किछु नहि भेटतः डौली सरकार

साक्षात्कारः फिल्म अभिनेत्री तथा विशिष्ट कलाकार “डौली सरकार” संग

– प्रवीण नारायण चौधरी

भोर सिनेमा जे नेपाली भाषा मे बनल मैथिली कथानक पर आधारित सिनेमा अछि तेकर चर्चा खूब जोर-सोर सँ चलि रहल अछि, बधाई मिथिलाक चर्चित अभिनेत्री सुश्री डौली सरकार।
 
एक अभिनेत्रीक रूप मे सिल्वर स्क्रीन पर हिनक ई सिनेमा खूब सफलता पाबि रहल अछि, बाजार मे यैह चर्चा गर्म छैक। ओना त कलाकारिताक क्षेत्र मे डौली सरकार एकटा चिर-परिचित नाम थिकैक, हालहि सम्पन्न अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन राजविराज मे हिनका ‘मिथिला रत्न’ सम्मान सँ सेहो सम्मानित कयल गेल अछि। मैथिली संग नेपाली केर फिल्म मे आरो सफलता भेटैत रहनि, ई शुभकामना अछि।
 
मैथिली जिन्दाबाद पर अहाँक साक्षात्कार लेबाक अवसर पाबि हम आह्लादित छी। पाठक लोकनि केँ निश्चित अहाँक एहि साक्षात्कार सँ बहुत किछु नव जानकारी आ अहाँक आगामी फिल्म आदिक विषय मे जनतब भेटतनि।
 
हमः जखन कोनो सिनेमा सोशल मीडिया पर विवाद मे आबैत अछि त स्वाभाविके एहि पर पक्ष-विपक्ष मे खूब चर्चा होएत छैक। विशेषज्ञ सभक राय मे ई फिल्मक सफलताक संकेत मानल जाएत अछि। अहाँक फिल्म भोर पर सोशल मीडिया पर उठल विवाद लेल सेहो विज्ञजन एकर अपूर्व सफलताक संकेत कहि रहला अछि। कि कहब अछि अहाँक?
 
डौलीः फिल्म बहुतो प्रकारक निर्माण होएत अछि। जाहि मे “भोर” केँ सामाजिक आर्ट फिल्म अन्तर्गत लऽ सकैत छी। एहि मे संवाद कम भाव बेसी व्यक्त जाएत छैक। गीतनाद, तरक-भरक कम, वास्तविकता बेसी परसल जाएत छैक। तैँ एहेन श्रेणीक फिल्म आम दर्शक द्वारा हजम करब कने बेसिये असहज आ अस्वाभाविक भऽ जाएत अछि।
 
हरेक फिल्म मेकर सफलताक आशा सँ मात्र कोनो फिल्मक निर्माण करैत अछि, मुदा सफलता-असफलता अपन हाथ मे नहि होएत छैक। भोर केर विषय मे कही त व्यवसायिक रूपे कतेक सफल हेतैक से नहि पता, मुदा एकटा नीक फिल्मक निर्माण आ प्रशंसनीय दृष्टिकोण सँ बहुत उच्च कोटिक फिल्म बनाओल गेल अछि ई गारन्टीक संग कहि सकैत छी। एहि फिल्म केँ राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव मे उच्च कोटिक मूल्याङ्कन संग स्वीकार कयल जायत से हमरा पूरा विश्वास अछि।
 
हमः भोर सिनेमा मे अभिनय करबाक अवसर कोना जुटल? एहि अवसर लेल किनका-किनका श्रेय दैत छियनि?
 
डौलीः कथावस्तु, तराई-मधेस आ मिथिलाक भेलाक कारणे मधेसक कलाकार लय केँ काज करबाक बात प्रोडक्शन टीम द्वारा कयल गेल। ताहि क्रम मे केओ हमरा बारे हुनका लोकनि केँ जानकारी करौलखिन आर फेसबुक मार्फत हमरा संग ओ सब सम्पर्क कयलन्हि। एहि तरहें हम ‘भोर’ मे जुड़ि पेलहुँ। जहाँ तक बात अछि एकर श्रेय केकरा देब, त हम एहि अवसर लेल सम्पूर्ण श्रेय अपन फैन्स (प्रशंसक) आ शुभचिन्तक लोकनि केँ देबनि। हुनकहि लोकनिक प्रोत्साहन, प्रशंसा आ प्रिफरेन्स सँ ई अवसर भेटल, यैह यथार्थ अछि।
 
हमः एहि सँ पूर्व कोन-कोन सिनेमा, कोन-कोन भाषा मे आर दर्शक लोकनिक बीच कतेक लोकप्रियता हासिल केलक अहाँक स्मृति मे?
 
डौलीः मैथिली, नेपाली, भोजपुरी, थारू सहितक भाषा सभ मे बहुतेरास म्युजिक वीडियो, डक्युमेन्ट्री, सीरियल, फिल्म, लघु फिल्म आदि आबि चुकल अछि। हालहि मैथिली भाषा मे बनल कौमेडी सीरियल “सिंगी-मुङ्गरी” यू-ट्युब पर बहुत हिट भऽ रहल अछि। संगहि भारत, नेपाल, कतार, मलेशिया, युएई आदि देश-विदेश मे सांस्कृतिक आयोजन सभ मे सेहो आमन्त्रित कलाकार-अतिथिक रूप मे भाग लेबाक सौभाग्य अपन विशाल दर्शक-फैन्स केर कारण भेटैत रहैत अछि।
 
हमः मैथिली सिनेमाक दर्शक नहि छैक। ई आरोप लगाओल जाएत अछि। एक अभिनेत्रीक रूप मे, एक कलाकार केर रूप मे अहाँ आ दर्शक बीच केहेन गणित रहल अछि?
 
डौलीः मैथिली सिनेमानक दर्शक नहि छैक – ई बात हम विश्वास नहि करब। यू-ट्युब पर मैथिली वीडियो, फिल्म, शौर्ट फिल्म, सीरियल आदि देखयवलाक संख्या करोड़ सँ बेसी पार भऽ गेल छैक। मुदा सिनेमा हौल तक पहुँचिकय फिल्म देखयवला दर्शक मे कमी जरूर अछि ई बात हमहुँ स्विकारब।
 
एकर कारण जे किछु फिल्म केर स्तर आ क्वालिटी नै भेलाक कारण दर्शक केँ मैथिली सिनेमा प्रति विश्वास मे कमी आ उत्सुकता मे उदासीनता थिक, तेना हमरा लगैत अछि। दोसर, नीक क्वालिटीक फिल्म निर्माण भेलाक बादो ओ फिल्म सही तरीका सँ बाजारीकरण नहि भऽ पेनाइ केँ हम मानैत छी। तेसर, सब सँ पैघ कारण मोबाई आ इन्टरनेट केर प्रभाव। एखन सभक हाथ मे मोबाईल आ नेट भेलाक कारणे सभ चीज मोबाईल मे उपलब्ध भऽ जाइत अछि। तैँ सिनेमा हौल तक पहुँचनिहारक संख्या कम छैक। ई बात बड पैघ विडंबना जेकाँ लगैत अछि फिल्म निर्माता लेल।
 
हमरा पास दर्शक बहुत पैघ संख्या मे अछि, यू-ट्युब आ सामाजिक संजाल संग लाइव प्रोग्राम सभ मे प्रस्तुति सँ दर्शकक झुकाव स्पष्टे हमरा सब दिन उत्साहित करैत आबि रहल अछि।
 
हमः बाल्यकाल सँ अहाँक कलाकारिताक चर्चा कम सँ कम पूरे मिथिला क्षेत्र मे त जरूरे सुनल-देखल। एखन धरिक अनुभव मैथिली जिन्दाबाद केर पाठक संग केना शेयर करब?
 
डौलीः कला क्षेत्र मे हमर अनुभव कही तँ ई समुद्र जेकाँ लगैत अछि, जतेक भीतर जायब ओतेक गहिराइ मे डूबैत जायब। एहि गहिराइ केर कोनो थाह तक नहि भेटत।
 
कला एकटा नशा अछि। एक बेर एकर लत लागि गेल त एहि सँ बाहर निकलनाय मोस्किल होएत छैक।
 
तखन ई क्षेत्र ओतेक सहजो नहि जतेक लोक बुझैत अछि… एकटा कुशल कलाकार केँ सब सँ पहिने शिक्षा आ अनुशासन मे रहनाय बड पैघ महत्व रखैत अछि। सुन्दर व्यक्तित्व संगे कला सम्बन्धी पूर्ण ज्ञान आ शिक्षा ग्रहण करब परम आवश्यक होएत छैक। एतबे नञ! एकटा सफल कलाकार बनबाक लेल बहुत संघर्ष करय पड़ैत छैक।
 
प्रत्येक कलाकार मे अपन एकटा खूबी आ अलग टैलेन्ट होएत छैक। तैँ दोसर केँ नक्कल मे बेसी दिमाग नहि ओझरबैत सिर्फ अपन खूबी आ टैलेन्ट सँ दर्शक केँ कोना रिझायब, एतेक ज्ञान आ जानकारी होयबाक चाही कलाकार केँ।
 
कड़ा मेहनत, समर्पण आ लगनता सँ सफलता निश्चित रूप सँ हाथ लगैत अछि। मुदा एहि जगह पर रहिकय काज करी तहन अवसर जल्दी भेटैत अछि। नियमित रूप सँ एहि क्षेत्र मे टिकेबाक लेल स्वयं केर अवस्थाक अनुकूल अपडेट सेहो करबाक चाही। एहि क्षेत्र मे जतेक नाम आ प्रशंसा भेटत, ओतेक बदनामी सेहो सहय पड़त। खासकय महिला कलाकार केँ एहि क्षेत्र मे देखबाक दृष्टिकोण संकीर्ण अछि अपन समाजक लोकक। मुदा जौँ अहाँ अपन कला आ कलाकारिताक माध्यम सँ समाजक लेल किछु करय चाहैत छी तऽ दोसरक आलोचना केँ ध्यान नहि दय दृढसंकल्प संग आगाँ बढब तऽ निश्चित रूप सँ अहाँ एकटा सफल आ कुशल कलाकार कहायब।
 
हमः अपन कलाकारिताक यात्रा अहाँ कोन-कोन बातक विशेष ध्यान रखैत छी? जेना, फिजीकल फिटनेस, मेक-अप, आदि कोन-कोन बातक महत्व बेसी छैक अहाँक सोच अनुरूप?
 
डौलीः जी! एहि प्रश्नक जबाब बड पैघ महत्व रखैत अछि एकटा अभिनेत्रीक लेल। हमर बात करब तँ हम सभ चीज मे ध्यान दैत छी। नियमित रूप सँ योगा, फिजिकल फीटनेस लेल एक्सरसाइज, खानपान मे नियंत्रण, पहिरण, मेकअप आदिपर विशेष ध्यान दैत छी। एहि सँ एकटा कलाकार केँ सुन्दर व्यक्तित्वक निर्माण होएत अछि।
 
हमः आइ धरिक गोटेक सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन जे अहाँ केँ मोन हो….!
 
डौलीः हमर सभ काज हमरा उत्कृष्ट लगैत अछि। किऐक त हरेक काज मे नया अनुभव आ किछु नव बात सिखबाक मौका भेटैत अछि। एहि मे ‘भोर’ फिल्म मे हमर अभिनय हमरा किछु विशेष लागल। बिना संवाद के बहुत किछु अभिव्यक्त केनाय बहुत कठिन होएत छैक, एहि बातक नीक अनुभव भेटल एहि बेर।
 
हमः मैथिली भाषा मे गायक, नर्तक, रंगकर्मी, निर्देशक, कलाकारिताक विभिन्न स्वरूप – अहाँ त बहुतो सँ भेटल होयब। कि छैक भविष्य मैथिली कलाकर्म केर?
 
डौलीः कलाकर्मक भविष्य त अपनहि हाथ सँ निर्धारण कयल जा सकैत अछि। जाहि दिशा मे जाहि माध्यम सँ लऽ जायब ओहि माध्यम सँ निर्धारित होयत। मैथिली मे स्तरीय काज गिनल-चुनल मात्र देखल जाएत अछि।
 
“मैथिली फिल्म विकास बोर्ड” केर अभाव, मिथिला मे कलाकार केर खान रहितो मैथिली फिल्म आ आर्ट इन्डस्ट्रीज ठाढ नहि भऽ सकल एखन धरि, आ नहिये कियो सोचलक एहि दिशा मे। लगानीकर्ताक घोर अभाव एहि क्षेत्र मे नैराश्य उत्पन्न करैत अछि। तहिना, कलाकार सभक प्रोत्साहन लेल वार्षिक रूपे मैथिलीक सम्पूर्ण कलाकार सभ केँ अवार्ड वितरण कार्यक्रम सभ संचालन हेबाक चाही। नव कलाकार सभक लेल दक्ष शिक्षक आ इन्स्टीच्युशनल ट्रेनिंग आदिक सुविधा होयब आवश्यक अछि। मैथिली भाषाक विभिन्न टीवी चैनल संचालन होबक चाही जाहि सँ कलाकार केर काज करबाक अवसर भेटय आर देखयवला केँ आन-आन भाषा जेकाँ अपन मैथिली भाषाक गतिविधि सभ देखबाक मौका भेटय।
 
एहि सब कमी-कमजोरी केँ ध्यान मे रखैत यदि एकर समाधान संग-संग विकासक लेल आगाँ बढी तऽ निश्चित रूप सँ मैथिली कलाकर्मीक भविष्य उज्ज्वल होयत। आर, कोनो भाषाक भविष्य लेल सेहो कलाकारिताक विकास आइ अनिवार्य पक्ष छैक। एहि दिशा मे मैथिलीभाषी जरूर विचार करथि।
 
हमः अहाँ सनक चमकल कलाकार, एखन धरि राजविराज केँ केन्द्र मानिकय काज करैत छी आ कि जनकपुर, काठमांडू, विराटनगर, लहान व आनो स्थान सभ पर रहिकय काज करय लेल मोन बनेने छी?
 
डौलीः जनकपुर, काठमान्डू, लहान, विराटनगर त हमरा राजविराज जेकाँ अपनहि घर-आंगन बुझाएत अछि। कतहु रहब त हमरा काज ओतबे भेटत। ओना काजक सिलसिला मे हम प्रायः बाहरे रहैत छी, लेकिन छुट्टीक समय हमरा राजविराजहि मे रहब नीक लगैत अछि।
 
हमः ‘भोर’ मे मुख्य अभिनेत्रीक भूमिका निभेबाक लेल कतेक चुनौती वा कठिनाई केर सामना कयलहुँ?
 
डौलीः एक वर्षक समयावधि मे ‘भोर’ फिल्म केर सुटिंग कयल गेल। हमर सौभाग्य जे अन्तर्राष्ट्रीय स्तरक निर्माण कय चुकल सती प्रथापर आधारित फिल्म ‘झोला’ केर टीम संगे काज करबाक अवसर भेटल। आन काजक तुलना मे ई फिल्म हमरा लेल बड पैघ चुनौतीपूर्ण छल, ताहि सँ बहुत मेहनत करय पड़ल। एहि फिल्म सँ बहुत किछु सिखबाक अवसर सेहो भेटल आ हमरा एकटा नव प्रोफेसनल ऊँचाई दिस आगू बढा देलक।
 
हमः आगामी समय मे अहाँक अभिनीत आर कोन-कोन फिल्म सब आबि रहल अछि?
 
डौलीः हमर अपन जननी फिल्म्स नामक प्रोडक्सन हाउस अछि। भोर केर प्रोमोशन मे व्यस्त रहबाक कारण बहुत काज सभ पेन्डिंग मे राखल अछि। आब फ्री भेलहुँ। पेन्डिंग काज सभ केँ पूरा करय दिस ध्यान लगायब।
 
हमः गीति-एल्बम, सीरियल, आदि मे सेहो काज केने छी कि? किछु आरो कृत्ति सभ कोना पाड़ब?
 
डौलीः बहुतोरास गीति-एल्बम, सीरियल, फिल्म आदि यू-ट्युब पर उपलब्ध अछि। Dolly Sarkar नाम सँ सर्च केला सँ ओ सभ देख पायब।
 
हमः अन्त मे, मैथिली जिन्दाबाद केर पाठक आ अपन प्रशंसक लेल किछु सन्देश देल जाउ।
 
डौलीः हमरा एहि स्थान धरि पहुँचेनिहार हमर परिवार, अग्रज, इष्टमित्र, शुभचिन्तक तथा समस्त प्रशंसक वर्ग केँ हम हृदय सँ धन्यवाद देबय चाहब। संगहि मैथिली गीत-संगीत, फिल्म आदि देखू, सुनू आ अपन भाषा केँ आगू बढाउ आ जँ कियो मैथिली मे काज करैत छी त कनेक स्तरीयता पर सेहो ध्यान दियौक, बस एतबे कहय चाहब।
 
अन्त मे, हमर मोनक बात आ दु-शब्द राखबाक अवसर प्रदान केलहुँ एहि लेल “मैथिली जिन्दाबाद” संगे संपादक प्रवीण भाइजी केँ विशेष धन्यवाद।
धन्यवाद डौली! एतेक सारगर्भित विचार रखलहुँ। 
मैथिली जिन्दाबाद केर पाठक लोकनि – ई साक्षात्कार अपने लोकनि केँ केहेन लागल, अपन विचार, सुझाव आ हमर भाषाक मुकुट-कलाकार अदाकारा-अभिनेत्री डौली सरकार लेल शुभकामना अवश्य कमेन्ट बौक्स मे पठाबी। संगहि एहि साक्षात्कार केर न्युज-लिंक अपन मित्र वर्ग आ सोशल मीडिया पर – फेसबुक, व्हाट्सअप आदि पर अवश्य शेयर करी। 
हरिः हरः!!

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