प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आबि रहल छथि नेपाल, शुरुआत मिथिलाक प्राचीन राजधानी जनकपुर सँ

मई ९, २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!!

भारतीय प्रधानमन्त्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदीक नेपाल भ्रमण मई ११ तारीख सँ नेपालक दुइ दिवसीय भ्रमण आरम्भ होमय जा रहल अछि। हालहि नेपालक नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री खड्ग प्रसाद ओलीक भारतक राजकीय भ्रमण मे भेटल औपचारिक आमंत्रण उपरान्त भारतीय प्रधानमंत्री मोदीजी अपन पूर्व नियारल मिथिलाक प्राचीन राजधानी जनकपुर केर भ्रमण एहि बेर शुरुहे मे रखलन्हि अछि। दिल्ली सँ पटना धरि विमान सँ आर फेर भारतीय वायूसेनाक विशेष हेलीकौप्टर द्वारा पटना सँ सीधे जनकपुर एबाक भ्रमण योजना सार्वजनिक कयल गेल अछि। जनकपुर सँ ओ काठमांडू राजधानी जेता आर ओतय सँ मुक्तिनाथ केर यात्रा करैत ओत्तहु पूजा-अर्चना कय पुनः राजनीतिक भेंटघांटक क्रम आर द्विपक्षीय समझौता पर दुनू देशक प्रधानमंत्री हस्ताक्षर सेहो करता ई समाचार पत्र सभ मे प्रकाशित कयल गेल अछि।

नेपालक मिथिला मे जनक-जानकीक नगरी जनकपुर मे एहि सँ पूर्वहु मोदीजी एबाक इच्छा जतौने छलाह जेकरा ताहि समयक सरकार द्वारा सुरक्षाक कारण सँ स्वीकृति नहि देल गेल छल, परञ्च एहि बेर ओत्तहि सँ आरम्भ करबाक अपन पूर्व वचन केँ मोदीजी पूरा कय रहला अछि। एहि सँ जनकपुर मे काफी हलचल आ आमजन मे बहुत बेसी उत्साहक माहौल अछि। एकरा बहुतो अर्थ मे भेदपूर्ण सेहो मानल जा रहल छैक। सामान्य तौरपर नरेन्द्र मोदीक निजी रुचि आ धार्मिक स्थल पर भ्रमण तथा पूजा-अर्चनाक प्रतिबद्धता कहल जाएत अछि। मुदा विभिन्न पक्ष द्वारा जनकपुर भ्रमणक विभिन्न तरहक भेदपूर्ण अर्थ सेहो निकालल जा रहल अछि। नेपाल केर पैछुलका राजनीति मे मधेस केर मांग, मधेसीक दोसर दर्जाक नागरिक होयबाक उत्पीडण विरुद्ध जनसंघर्ष आ ताहि सँ उपजल नव राजनीतिक उथल-पुथल केँ सेहो संबोधन करबाक एकटा विशेष कारण रहबाक बात विज्ञजन कहैत छथि। किछु मतावलम्बीक कहब अनुरूप एहि सँ पहिने भारतीय प्रधानमंत्री सिर्फ पहाड़ी शासक वर्गक नेता केँ बेसी मोजर दैत केवल काठमांडू राजधानीक यात्रा कयलन्हि, परञ्च आब नेपाल मे संघीयता आ गणतांत्रिक व्यवस्था आरम्भ भेलाक बाद संगहि नव संविधान लागू होयबाक आलोक मे एक केन्द्र (राजधानी काठमांडू) केर विकेन्द्रीकरण होयबाक स्थिति मे मधेसवादक जैड़ मानल जायवला जनकपुर मे सेहो प्रधानमंत्री मोदीक यात्राक विशेष अर्थ लगायल जा रहल अछि। एहि सँ मधेसवादी राजनीतिक शक्ति केँ नेपालक राजनीति मे महत्व स्थापित होयत, संगहि पहाड़ी समुदायक शासकवर्ग मात्र भारतक विश्वासी रहबाक भ्रान्ति टूटत, विशेषज्ञ लोकनि ईहो राय दैत देखा रहला अछि।

जनकपुर मे भारतीय प्रधानमंत्रीक भ्रमण नहि हो सेहो मानसिकता कतेको राजनीतिक शक्तिक रहबाक बात हवा मे उड़ि रहल अछि। नेपालक मीडिया सेहो जनकपुर मे मोदीक स्वागत लेल तैयारी – सफाई अभियान पर मखौल करैत अपन छुपल खौंझी निकालि रहबाक बात सोशल मीडिया पर बखूबी चर्चा मे अछि। पहाड़ी शासक वर्गक अनुयायी मीडिया केँ सेहो मधेस आ मधेसवादी राजनीतिक शक्ति केँ एहि सँ भारतक नैतिक समर्थन आरो मजगूत होयत एहेन आशंका व्यक्त कयल जा रहल अछि।

प्रधानमंत्री के पी ओली द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री लोकनि संग भारतीय प्रधानमंत्री संग वार्ता तथा समझौता लेल बैठक संपन्न भेल। केपी शर्मा ओली नेतृत्वक सरकार द्वारा विगत मे भेल सहमति समझौता केर कार्यान्वयन पर जोर देलक। तहिना प्रधानमन्त्री ओलीक हालहि केर भारत भ्रमणक क्रममे भेल वार्ताक विन्दु ऊपर केन्द्रित रहिकय मोदीजी सँ आगू वार्ता जारी राखल जायत ताहि तरहक मानसिकता बनौलक अछि। हालांकि एहि सम्बन्ध मे एखन धरि कोनो एजेन्डा प्रकाशित नहि कयल गेल अछि, परन्तु विज्ञजन लोकनि एहेन अन्दाज लगा रहल छथि। प्रधानमन्त्री कार्यालय निकट स्रोत द्वारा दुनू देशक बीच सम्बन्ध विस्तार, तराई क्षेत्र मे बाढिक समस्या, विराटनगरक चेकपोस्ट, पेन्सन वितरण कार्यालय तथा विगतकेर सहमति समझौताक कार्यन्वयन करबाक सन्दर्भ मे केन्द्रित रहिकय द्विपक्षीय वार्ता करबाक तैयार कयल जेबाक जनतब ‘रातोपाटी’ मे प्रकाशित भेल अछि। प्रधानमन्त्री ओली सेहो एहि तरहें एजेण्डा तय करय लेल परराष्ट्र मन्त्रालय केँ निर्देशन देलनि कहल गेल अछि।

जलमार्ग, रेलमार्ग तथा कृषि क्षेत्र मे साझेदारी संग भारत-नेपाल सहयोग परियोजना नेपालक प्रधानमंत्री ओलीजीक हालहि सम्पन्न भारतक भ्रमण मे भेल छल। ताहि घोषणा केँ आब समझदारी तथा समझौतामे रुपान्तरित कयल जायत – से बात परराष्ट्र मन्त्री प्रदीप ज्ञवाली कहलनि अछि। एहि तीन विषय सँ जुड़ल विभिन्न द्विपक्षीय समझौता संभवतः एहि बेरुक मोदीजीक नेपाल यात्राक समय मे ठोस रूप सँ सोझाँ आओत।

एकर अलावे पूर्व प्रधानमन्त्री लोकनि द्वारा भारतीय प्रधानमन्त्री मोदीक नेपाल भ्रमण केँ सकारात्मक रुपमे लैत सरकार सँ राष्ट्रीय हित अनुरूप द्धिपक्षीय वार्ता लेल प्रधानमन्त्री ओलीजी केँ सुझाव देलनि अछि। पूर्व प्रधानमन्त्री डा. बाबुराम भट्टराई भारतीय प्रधानमन्त्री मोदीक नेपाल भ्रमण राष्ट्रीय हितमे केन्द्रित होयत से विश्वास व्यक्त कयलन्हि। तहिना मन्त्रिपरिषदक पूर्व अध्यक्ष खिलराज रेग्मी गरिबी निवारणमे जोर दैत आगामी बजट अनबाक लेल प्रधानमन्त्री ओली सँ आग्रह करबाक जानकारी देलनि। ओ भारतीय प्रधानमन्त्री मोदीक सद्भाव भ्रमण नेपालक हितमे केन्द्रित होयबाक बात सेहो बतौलन्हि। बैठकमे प्रधानमन्त्री ओली भारतीय समकक्षी मोदीजीक नेपाल भ्रमण केर विषय मे बिफ्रिङ कएने छलाह।

पूर्व प्रधानमन्त्री शेरबहादुर देउवा, पुष्पकमल दाहाल, माधवकुमार नेपाल, डा भट्टराई, लोकेन्द्रबहादुर चन्द तथा मन्त्रीपरिषदका पूर्व अध्यक्ष रेग्मी बैठकमे उपस्थित भेल छलाह जखन कि पूर्व प्रधानमन्त्री झलनाथ खनाल उपस्थित नहि भेलाह। तहिना काल्हि मंगल दिन ओलीजी पूर्व परराष्ट्रमन्त्री लोकनि संग तथा अन्य दलक नेता लोकनि संग सेहो एहि विषय पर केन्द्रित विमर्श कयलन्हि। विमर्श मे राजपा नेता महन्थ ठाकुर, राजेन्द्र श्रेष्ठ, पूर्व परराष्ट्रमन्त्री भेषबहादुर थापा, महेन्द्र पाण्डे, परराष्ट्रविद् राजन भटराई सहभागी भेल छलाह।

बामदेव गौतमक अनुसार विमर्श मे प्रधानमन्त्री ओली द्वारा मोदीजीक नेपाल भ्रमणक क्रममे अरुण तेसर परियोजना केँ दुनू देशक प्रधानमन्त्री काठमान्डूमे स्वीच दाबिकय संयुक्त उद्घाटन करबाक तैयारी होयबाक जानकारी करौने छलाह। ओ रेलमार्ग, जलमार्ग तथा कृषिमे व्यावसायीकरणक लेल महतवपुर्ण समझौता सेहो होयबाक जानकारी करौने छलाह। तहिना सीमा समस्या, बाँध निर्माण सँ नेपालक भूमि मे डुबान क्षेत्र आदि नहि बनय देबाक बात भारतीय पक्ष द्वारा मानि जेबाक बात सेहो ओ कहलनि। सहभागी लोकनि मोदीजी संग भेटमे हवाई रुट बढेबाक आर राष्ट्रीय अखण्डता ऊपर हस्तक्षेप रोकबाक विषयमे सेहो बात करबाक सुझाव देलनि।

विदित हो जे मोदीजी जनकपुर स्थित जानकी मन्दिर मे पूजा-पाठ करबाक संग रामयण सर्किट केर उद्घाटन नेपालक प्रधानमंत्री ओलीजी संगे करता। तहिना जनकपुर अयोध्या बीच सीधा यात्राक शुरुआत करबाक चर्चा खूब जोर पर चलि रहल अछि। बारहबिघा मे जनकपुर महानगरपालिकाक मेयर द्वारा तथा काठमांडू मे सेहो नागरिक अभिनन्दनक संग मुस्ताङ स्थित मुक्तिनाथमे पूजा-अर्चना करबाक कार्यक्रम सार्वजनिक कयल गेल अछि। ओ काठमान्डूमे राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमन्त्रीसहित विभिन्न दलक नेता सभ संग सेहो भेटवार्ता करबाक कार्यक्रम अछि। (समाचार साभारः रातोपाटी)