मधुबनी, अप्रैल १०, २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!!
एखन-एखन मधुबनी सँ खबैर आयल अछि जे मधुबनीक जिलाधिकारी श्री शीर्षत कपिल अशोक सँ आकाशवाणी मधुबनीक मादे कयल गेल वादा अनुरूप हुनका संग मिथिलांचल उद्योग-वाणिज्य संघक अध्यक्ष श्री नविन जायसवाल तथा नवारम्भ केर संचालक श्री अजित आजादक नेतृत्व मे एकटा शिष्टमंडल भेंट करैत वांछित पत्राचारक प्रतिलिपि हस्तान्तरित करैत २००६ सँ लम्बित कार्य केँ पूरा करबाक लेल अथवा ताहि लम्बित कार्य मे कतय धरि मामिला आगू गेल तेकरा पुनर्निरीक्षण करैत पुनः केन्द्र सरकार केर सूचना तथा प्रसारण मंत्रालय सँ गछल आकाशवाणी केन्द्र केँ शीघ्र संचालन करबाक लेल अनुरोध करत।
विदिते अछि जे पैछला २७ मार्च मधुबनी मे आयोजि चतुर्भुज आशावादी स्मृति समारोह मे पहुँचल प्रमुख अतिथि जिलाधिकारी श्री शीर्षत कपिल अशोक सँ श्री नवीन जायसवाल एहि मांग केँ आगू रखने छलाह, नवारम्भक अनुरोध आ विस्तृत विवरणक आधारपर। ताहिपर जिलाधिकारी काज कियैक लम्बित अछि, एकर आधार पत्र सहित शिष्टमंडल सँ भेंट करैत काज आगू बढबेबाक निवेदन कएने छलाह। लम्बित काजक सम्पूर्ण विवरण मिथिला विकास परिषद् कोलकाताक आजीवन अध्यक्ष माननीय अशोक झा द्वारा उपलब्ध कराओल गेलाक बाद आब ई शिष्टमंडल शीघ्रहि जिलाधिकारी सँ भेंट करत सूत्र सँ ज्ञात भेल अछि।
माननीय अशोक झा व हुनक मिथिला विकास परिषदक कार्यदल मैथिली केँ अष्टम् अनुसूची मे स्थान दियाबय सँ लैत मिथिला राज्यक निर्माण, मिथिला मे सड़क तथा पूर्वाधार विकासक कार्य करबाक अलावे साहित्य अकादमी मे सेहो काफी रास महत्वपूर्ण कार्य सब करबाक विशाल रेकर्ड बनेने छथि। सम्माननीय पूर्व प्रधानमंत्रीक कार्यकाल मे तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री रवि शंकर प्रसाद द्वारा मधुबनी मे आकाशवाणीक प्रसारण केन्द्र स्थापना लेल स्वीकृति देल गेल छल। एहि शुभ कार्य मे विलम्ब होएत देखि माननीय अशोक झा विभिन्न मंत्रालय तथा सम्बन्धित कार्यालय सँ निरन्तर पत्राचार करैत आबि रहल छलाह। एहि दरम्यान केन्द्र सरकार केर तरफ सँ मांगल गेल डिमान्ड नोट जे आकाशवाणी केन्द्र स्थापनाक वास्ते वांछित जमीन लेल कतेक राशि चाही से पठेबाक अनुरोध कएने छल – बकौल झा, ई काज ताहि समय सँ लम्बित चलि रहल अछि। सूत्रक मानल जाय त एहि कार्य मे जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया मे जमीनक मालिक दिशि सँ सेहो किछु समस्या एबाक कारण एहि काज मे बाधा पड़ल। श्री आजाद एहि लेल अपन प्रतिबद्धता जाहिर करैत कहैत छथि जे जिलाधिकारी सँ भेंट केलाक बाद फाइल केर यथार्थ स्थिति सँ अवगत होयब, जरूरी पड़ला पर जमीन आबंटन या अधिग्रहण केर पक्ष सँ सामाजिक विमर्श करैत उचित कार्रबाई लेल डेग बढायब।
हरिः हरः!!
ध्यानाकर्षणः Ajit Azad Navin Jaiswal Ashok Jha