राष्ट्रीय महिला नाट्य उत्सव २०७४ केर समापन, मुख्य अतिथि प्रदेश प्रमुख गोविन्द तुम्बाहाङ्ग

मार्च ९, २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!!

राष्ट्रीय महिला नाट्य उत्सव २०७४ केर तेसर आ आखिरी दिन पुनः ३ अलग-अलग रंगकर्मी समूहक महिला कलाकार द्वारा ३ गोट नाटकक प्रस्तुति देखायल गेल। आइ प्रस्तुत नाटक मे सबसँ पहिने सुशीला थापा, सांस्कृतिक संस्थान केर भव्य अभिनय मे ‘देउकासी’क प्रस्तुति कयल गेल छल जे मगर लोकसंस्कृतिपर आधारित एक अविवाहित महिला कोना अपन दृढसंकल्प संग एकाकी जीवन जियैत अछि तेकर सन्देश देलक। दोसर नाटक चितावाट प्रश्न केर प्रस्तुति भीमा खतिवडा, क्षितिज नाट्य समूह द्वारा प्रस्तुत कयल गेल जाहि मे नारी हिंसा मे पड़ल महिलाक पीड़ा आखिरी चिता धरि कोन तरहक होएछ तेकर चित्रण कयल गेल छल। तेसर आ अन्तिम प्रस्तुति शिल्पी कला समूह काठमांडूक संगीता उराँव द्वारा खेतको गङ्गेटो जेकरा मैथिली खेतक डोका कहल जाएछ ई नाटक प्रस्तुत कयल गेल छल। उराँव भाषा-संस्कृतिक प्रयोग रहल एहि नाटक मे उराँव समुदायक आजीविका आ रहन-सहन केँ एकल कलाकार संगीता उराँव द्वारा सुन्दर ढंग सँ देखायल गेल जे दर्शक केँ खूब प्रभावित केलक।

कार्यक्रमक अन्त मे समापन समारोह भेल जाहि मे प्रदेश १ केर प्रदेश प्रमुख गोविन्द तुम्बाहाङ्ग प्रमुख अतिथि छलाह, सभाध्यक्ष आयोजक संस्था नेपाल संगीत तथा नाट्य प्रज्ञा प्रतिष्ठानक प्राज्ञ परिषद् सदस्य तथा नाटक विभाग प्रमुख रमेश रंजन झा कयलन्हि। एहि समापन समारोहक संचालन भरत गुरागाईं द्वारा कयल गेल। विशिष्ट अतिथिक रूप मे राष्ट्रीय सभा सदस्य खेम नेपालीक उपस्थिति रहल। सहभागी कलाकार, निर्देशक, सह-आयोजक, प्रायोजक लोकनि केँ स्नेहक प्रतीक चिह्न प्रदान कयल गेल। कलाकार लोकनि केँ सहभागिता प्रमाणपत्र तथा प्रायोजक लोकनि केँ सम्मान पत्र प्रमुख अतिथिक हाथे प्रदान कयल गेल छल। प्रदेश प्रमुख अपन संबोधन मे रंगकर्म आ कलाक महत्व देश निर्माण मे बहुत पैघ महत्व रखैत अछि से भावना रखलन्हि। विशिष्ट अतिथि खेम नेपाली द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवसक अवसर रहबाक कारण योगमाया समान महिलाक बलिदानी केँ राज्य सम्मान दियअ, हुनका शहीद घोषणा करबाक मांग करैत सम्पन्न भेल राष्ट्रीय महिला नाट्य उत्सवक समस्त कलाकार, आयोजक, संयोजक, प्रायोजक लोकनि केँ धन्यवाद ज्ञापन कयलन्हि। आयोजकक तरफ सँ सांस्कृतिक संस्थानक महाप्रबन्धक राजेश थापा तथा स्थानीय संयोजन मे सहयोग कय रहल दहेज मुक्त मिथिलाक अन्तर्राष्ट्रीय संयोजक प्रवीण नारायण चौधरी महोत्सवक सफलतापूर्वक संपन्न होयबाक बात पर प्रसन्नताक अनुभूति प्रकट करैत भविष्य मे आरो एहि तरहक आयोजन मे सहभागिता लेल वचनबद्धता प्रकट कयलनि। समापन समारोहक अन्त मे सभाध्यक्ष रमेश रंजन झा द्वारा नाट्य उत्सवक उपलब्धि गनाकय कयल गेल। ओ कहलनि जे समस्त नेपाल केँ एहि महोत्सव मे देखबाक अवसर भेटल, संगहि महिला समाज संग घटित यथार्थ समस्या जे आइयो विद्यमान अछि तेकर निरूपण भेल, एकर सन्देश सँ समाज मे कनिको टा परिवर्तन यदि संभव होएत अछि त यैह एहि महोत्सवक यथार्थ उपलब्धि मानल जायत। ओ अपन भावुक सन्देश मे कहलनि जे समापन त नाटक केर कहियो भऽ नहि सकैत छैक, मनुष्यक अपनो जीवन त नाटके थिकैक, एकरा विश्राम टा देल जा सकैत छैक। पुनः पोखरा मे राष्ट्रीय नाटक महोत्सव होयत आर ई अभियान सदिखन जारी रहत, ओ जनतब देबाक संग आम समाज सँ ओत्तहु सहभागी बनबाक आमंत्रण देलनि।