आत्महत्या: बढैत सामाजिक समस्या

आलेख- प्रवीण नारायण चौधरीसाधारणतया प्रत्येक जीव केँ अपन जीवन सँ अतिशय स्नेह रहैत छैक। मुदा मानवीय सभ्यता मे अपन जान अपनहि लेब, यानि आत्महत्या...

मैथिलक जुटान विचार-गोष्ठी मे बढय लागल अछि: व्याख्यानक प्रत्यक्षदर्शी

आलेख - प्रवीण नारायण चौधरी यैह २ अगस्त, २०१५ रवि दिन दिल्लीक अत्यन्त महत्त्वपूर्ण सभागार - कान्स्टीच्युशन क्लब मे संपन्न 'प्रथम विद्यापति स्मृति व्याख्यानमाला' केर पहिल व्याख्यान...

मिथिलाक नारी: नहि छथि बेचारी

आलेख: व्याख्यान - डा. उषा किरण खान (मैथिली साहित्य महासभा दिल्ली द्वारा आयोजित 'प्रथम विद्यापति स्मृति व्याख्यानमाला' - कान्स्टीच्युशन क्लब सभागार, दिल्ली मे स्वयं डा. उषा किरण...

के छल सच्चा मुसलमान?

आत्मचिन्तन - प्रवीण नारायण चौधरी काल्हि मारल गेल आतंकवादी आ परलोक गमन केनिहार पूर्व राष्ट्रपति, एहि धरा सँ दुनू अन्य धरा पर गेलाह। गेनिहार चलि गेल,...

सरस गीत – कुकुरक नाङड़ि सोझ करै मे लागल छी

कुकुरक नाङड़ि - सियाराम झा सरस कुकुरक नाङड़ि सोझ करै मे लागल छी अहाँ बुझइ छी पागल, तँ हम पागल छी अइ नाङड़ि लै भेल कतेको बुधिबधिया धिमका भए...

मिथिला राज्य निर्माण सेना कतय हेरा गेल?

आलेख - प्रवीण नारायण चौधरी हालहि एकटा रेडियो साक्षात्कार मे मिथिला राज्य निर्माण सेनाक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर नाथ झा सँ सुप्रसिद्ध मैथिली-मिथिला अभियानी एवं सी एफएम...

हेलो! हम समाजवाद बाजि रहल छी!! – सुप्रसिद्ध ब्लागर शिवम भट्ट केर आलेखक मैथिली...

'भरी दुपहरी' ब्लागर 'शिवम भट्ट' केर 'हलो मैं समाजवाद बोल रहा हूँ' केर मैथिली अनुवाद - स्रोत: नवभारत टाइम्स बीतल शुक्र दिन यूपीक एकटा पुलिस...

बक्रबुद्धि जखन ज्ञानी भऽ सकैत अछि……………..

बक्रबुद्धिक आँखि सेहो खुजि गेलैक! (नैतिक कथा) - प्रवीण नारायण चौधरी सुबुद्धि आ बक्रबुद्धि एक्कहि गामक दुइ बरोबरि उम्रक युवा छल। सुबुद्धि अपन नामहि अनुरूप सुन्दर कार्य...

तैयारी छै जयबा लेल

बक्शीक छंद - उमाकान्त झा 'बक्शी' वयस मारलक चारिम थापड़। आन्हर आँखि कान भेल पाथर॥ नहि सूनी नहि देखी आब। करू नीक बा खून - ख़राब॥ नेता लूटू,...

सत्ययुग मे ‘मिथि’ – कलियुग मे ‘लटाईधारी’

संस्मरण - प्रवीण नारायण चौधरी एक अत्यन्त प्रेरणास्पद मित्रक बेर-बेर प्रयोग सँ नकारात्मक उर्जाक संवाहक शब्द 'लटाईधारी' पर केन्द्रित ई प्रस्तुति एतय राखि रहल छी। आदिकाल...