जनकपुरधाममें विवाहपञ्चमी भेल सुरुवात; आई नगर दर्शन, काल्हि फुलबारी लीला

जनकपुरधाम।23नोवेम्बर, 2022।मैथिली जिन्दाबाद!! प्राचीन मिथिलाक राजधानी जनकपुरधाममेँ एखनि श्रीसीताराम विवाहोत्सवक तैयारी विशेष धुमधाम सँग भ'रहल अछि। जकर अन्तर्गत आइ "नगर दर्शन" कार्यक्रम  मनाओल गेल। जानकी मन्दिरक...

सामा चकेवा के अद्भुत आ वास्तविक कथा

आलेख - कुमुद मोहन झा सामा चकेवा मिथिलांचल अपन विशेष लोक संस्कृति सॅ चिन्हल जाइत अछि. मिथिला के लोक जीवन प्रकृति केॅ जाहि रूप मे देखने छै,...

के थिकीह “छठि परमेश्वरी”

छठि परमेश्वरी  प्रकृतिसऽ उपरि पराप्रकृति, पराप्रकृतिसऽ उपरि षष्ठी माता छथि। सैह षष्ठी माता हमरा लोकनिक छठि परमेसरी थिकीह। आदिशक्तिसऽ (१) परब्रह्म, (२) वृहत् विष्णु, (३) सदाशिव,...

लोकअस्थाक पर्व छठिकेँ भेल विधिवत सुरुवात;आई खरना होयत।

जनकपुरधाम,29 अक्टूबर 2022।।मिथिलाक लोक आस्थाक पर्व छठिपर्व विधिवत काल्हि स' सुरु भेल। चारदिन धरि अत्यन्त नियम निष्ठापूर्वक मनाओल जाएबला छठिक पहिलदिन काल्हि‘नहायखाय’ स'सुरुवात भेल। ...

मिथिलामें दीयाबातिक सिंगार अछि हुक्कालोली

       अक्षय आनन्द सन्नी।22अक्टूबर, 2022।मैथिली जिन्दाबाद!!   दियाबाती मने ओ तिथि जहिया पाहुन श्रीराम वनवाससँ अयोध्या घूरल छलाह आ लोक उल्लासमे घीकेर...

मिथिला दुइ देशक भूगोल मे कोना समाहित भेल?

लेख - प्रवीण नारायण चौधरी ऐतिहासिक-पौराणिक मिथिला वर्तमान समय दुइ सम्प्रभुतासम्पन्न राष्ट्र के हिस्सा बनि गेल अछि। केना? ठीक जेना बंगाल, पंजाब आ तमिल (सिलोन) केँ...

घोघ: एक मर्यादा

लेख - उग्रनाथ झा घोघ -एक मर्यादा मिथिला में घोघ एक सभ्य सुशील संस्कार के रूप में स्थापित छल आ एखनो तक किछु हद तक अछि ।...

प्राध्यापक डॉ. झा बनलथि यहि बरखक “महामूर्ख” (फ़ोटो फीचर)

जनकपुरधाम : जनकपुरधाममें होरिक पूर्व सन्ध्यामें महामूर्ख सम्मेलनक आयोजना काएल गेल । मिथिला नाट्यकला परिषदक हरेक वर्ष जनकपुरधामक जानकी मन्दिर परिसरमें ओ सम्मेलनक आयोजना विगत...

जनकपुरमें होयत होरी महोत्सव आ महामूर्ख सम्मेलन

  मनीष कर्ण ,जनकपुरधाम16मार्च,2022.मैथिलीजिन्दाबाद।। प्रत्येक वर्ष होरीक  अवसरपर मिथिला नाट्यकला परिषद् (मिनाप) जनकपुरधाममें आयोजना करैत आएल दुई दिवसीय होरी महोत्सव आ महामुर्ख सम्मेलन अहु वर्ष सेहो...

फगुआ (होली) – दहेज मुक्त मिथिला ‘लेखनीक धार’ अन्तर्गतक पुरस्कृत लेख

लेख - आभा झा फगुआ (होली) होली पर्व हिंदू पंचांगक अनुसार फागुन मासक पूर्णिमा क' मनाओल जाइत छैक। होली रंगक संग हँसी-खुशी के पाबैन अछि। अपन मिथिला...