दिनकर केर शिव ताण्डव रचनाः सावनक शिवपूजन प्रसंगवश

संस्मरण - मुकुन्द मिश्र, बेगुसराय दिनकर एक बेर देवघर गेला। बाहर मे महिला लोकनिक पैघ कतार छल। दिनकर सेहो अपन बेर (पार) केर इन्तजार कय रहल छलाह। महिला सबकेँ कष्टप्रद...

रामायणरूपी सरोवर मे घोंघी, बेंग आ सेवार समान विषय-रसक अभावः रामचरितमानस सँ सीख-२१

स्वाध्यायः रामचरितमानस सँ सीख - २१ एहि शृंखलाक अन्तिम २०वाँ भाग मे हमरा लोकनि रामायण केहेन सरोवर थिक आर एकर पानि, गहराई, इत्यादि मे कि...

कथा महिषासुर मर्दिनीक – भाग १

स्वाध्याय - प्रवीण नारायण चौधरी ॐ श्री दुर्गायै नमः!!   भगवतीक विभिन्न स्वरूप केँ अपन हृदय मे जतेक आनि रहल छी, सचमुच नव शक्ति प्रवेश होयबाक भान भऽ...

हनुमानजी द्वारा भगवान् राम केर स्तुति

हनुमत्कृत श्रीरामस्तुति   नमो रामाय हरये विष्णवे प्रभविष्णवे। आदिदेवाय देवाय पुराणाय गदाभृते॥ विष्टरे पुष्पके नित्यं निविष्टाय महात्मने। प्रहृष्टवानरानीकजुष्टपादाम्बुजाय ते॥ निष्पिष्टराक्षसेन्द्राय जगदिष्टविधायिने। नमः सहस्रशिरसे सहस्रचरणाय च॥ सहस्राक्षाय शुद्धाय राघवाय च...

मनुष्य केँ एहि ६ अनमोल चीज केर सदुपयोग धर्म मार्ग पर करबाक चाही –...

अनुवादित लेख शुक्राचार्य ज्ञानी ऋषि होयबाक संग नीक नीतिकार सेहो छलाह। ओ कतेको शास्त्र सभक रचना सेहो कयलनि। शुक्राचार्यक नीति बहुत महत्व रखैत अछि। शुक्राचार्य महर्षि...

भगवान् शिव आ हुनक गोभक्तिः अत्यन्त पठनीय, मननीय आ अनुकरणीय पाठ

स्वाध्यायः भगवान् शंकर केर गोभक्ति (स्रोतः कल्याण, अनुवादः प्रवीण नारायण चौधरी) देवाधिदेव महादेव भगवान् शंकर 'पशुपति' कहल जाइत छथि - 'पशूनां पतिं पापनाशं परेशं'। हुनका गाय...

भजन: निलकंठ मधुकर पदावली

- पंडित मधुकान्त झा 'मधुकर', ग्राम: चैनपुर, सहरसा, मिथिला जनकपुर स्थित कमनीय अनुपम कोबर मे सीताराम के। शक्तिब्रह्म समक्ष माय सीताक अनुचरी के उक्ति॥ दूलहा राम के...

नवरात्रा आ आध्यात्मिक चिन्तनः त्रिविध कर्म (कर्म सिद्धान्त)

आलेखः त्रिविध कर्म - अनुवादः प्रवीण नारायण चौधरी (मूल आलेखः जयदयाल गोयन्दका) कर्म तीन प्रकारक होएछ - प्रारब्ध, संचित आ क्रियमाण! कैल गेल शुभ-अशुभ और मिश्रित कर्म...

नीकक संग सँ नीक आ खराबक संग सँ खराबे भेटत

स्वाध्याय - प्रवीण नारायण चौधरी श्रीतुलसीदास रचित रामचरितमानस मे गूढ सँ गूढतम बात बड़ा सहज परिभाषा - सोदाहरण बुझायल गेल अछि। बेसी पांडित्यपूर्ण भाषा मे कोनो...

बरखा वर्णन – मर्यादा पुरुषोत्तम रामचन्द्र द्वारा

रामचरितमानस आधारित रोचक प्रसंग - दर्शन - महाकवि तुलसीदास श्रीरामजी द्वारा वर्षा ऋतुके वर्णन - भक्ति, वैराग्य, राजनीति आ ज्ञान भरल बात सऽ भरल कथा-वर्णन! (किष्किन्धाकाण्ड...