सुरुजक छाहरि मे – मनोज साण्डिल्यक पहिल पोथी प्रकाशित
एखनहि सूचना भेटल अछि जे मनोज झा उर्फ मनोज साण्डिल्य नागदह (मधुबनी) निवासी, मैथिली लोक रंग सँ जुड़ल रंगकर्मी तथा मैथिली भाषा-साहित्यक सेवा मे...
मैथिली कवि एवं रेडियोकर्मी मणिकान्त झा केर अपील: प्राकृतिक त्रासदी भूकम्प पर संकलित साहित्यिक...
अल ईण्डिया रेडियो - दरभंगा स्टेशन सँ मैथिली समाचारवाचक तथा मैथिली कवि - स्रष्टा सह भाषा अभियानी मणिकान्त झा अपन फेसबुक स्टेटस केर मार्फत...
गरीबीक पाछाँक मूल कारण कि?
गरीबी और जातियता
एक समाचार पढलहुँ जे दरभंगाक बेनीपुर मे बिडियो आ पंचायती राज प्रतिनिधि बीच एकटा बैठक कैल गेल, बिहार राज्य मे एकटा नवका...
हम तऽ बिक गेलियै दहेज मे
हम तऽ बिक गेलियै दहेज मे
(मैथिली कविता)
- विजय मंडल
भेल जन्म रहे हमर जमिन्दारक घरमे
खुबे लाड़-प्यारसँ पोसलक पैसाके माहौलमे
पढेलक बढेलक बड़का आदमी बनेलक
गर्ब...
मैथिली गीत: उमाकान्त झा बक्शी
मैथिली गीत
फूलहुँ सँ कोमल काया अछि, मधुरस संचित अछि ठोर हमर।
हम रातुक सजल इजोरिया छी, उजड़ल उपटल सन भोर हमर।
फूलहुँ सँ कोमल काया अछि.………
अपराध...
चिन्ता नहि, कर्म करू!
मैथिलीसेवी सँ मैथिली (सीताक) पुकार:
- प्रवीण नारायण चौधरी
चिन्ता नहि कर्म करू, हम आबि रहल छी
डेग आगू बढि चलू, हम देखि रहल छी
जुनि बुझू माँ...
सुनू भाइ हमर पुकार
सुनू भाइ हमर पुकार
- प्रवीण नारायण चौधरी
मातृभाषा संग शत्रुता - भेषहु केर प्रतिकार
पहिरि धोती चमकि देखा - भेटत कि अधिकार!!
पसरल अछि अशिक्षा - कूरीतिक...
सम्भावना: मैथिली पोथी
युवा साहित्यकार चंदनकुमार झा केर चारिम पोथी 'सम्भावना' जाहि मे मैथिली साहित्यकेँ विस्तार दैत हाइकु आ सेर्न्युकेर संग्रह कैल गेल अछि से आब पाठकवर्ग...
तीन गीत – शिव कुमार झा टिल्लू
1 विवाह गीत (धुन कजरी )
शिव कुमार झा टिल्लू
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वरक रूप देखि सभ बमबम छमछम सारि नाचै छथि ना
गितहारिन सभ मंद मुसकि क' कोबर गाबै...
सुन्न आँगन मे चान लऽ एलै – शिव कुमार टिल्लू
सुन्न आँगनमे चान ल' एलै ( गीत )
शिव कुमार झा टिल्लू
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जखने मारलि सजल नैन वाण
ई देह निष्प्राण भ' गेलै
छोड़लि रभसल सुधा ठोर तान
ओ फेरसँ...