विद्यापति स्मृति के प्रासंगिकता वर्तमान समय मे बेसी
आजुक समय मे विद्यापतिक प्रासंगिकता
(Saharsa Program Presentation)
- प्रवीण नारायण चौधरी
विद्यापति - ऐतिहासिक महापुरुष - महाकवि - कविकोकिल - जनकवि - संस्कृत सँ अवहट्ट (मैथिलीक...
मैथिल सर्जक परिचयः गजेन्द्र गजुर
विशिष्ट व्यक्तित्व परिचयः गजेन्द्र गजुर, मैथिली कवि - गजलकार
नेपालदेश मे मैथिली दोसर सर्वाधिक बाजल जायवला भाषा थीक। एहि देश मे जनगणनाक तथ्यांक अनुरूप दोसर...
मैथिली साहित्यः तीन विधाक तीन महत्वपूर्ण पोथी परिचय
पोथी परिचय
हे वीर स्रष्टागण, अहाँक समर्पण आ लगन केँ हमर प्रणाम!!
जी, ई प्रणाम एहि तीन महान् वीर सर्जक 'मैथिल' केँ जे अपन कलम सँ...
“मातृभाषा”
- दीपिका झा
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा...
“कहाउत : दुरागमनक दिन लऽ कऽ आबै बला संवादवाहक”
अखिलेश कुमार मिश्रा।
कहाउत शब्द में दू शब्द अछि, एक कहा आ दोसर उत।
कहा मतलब...
“एक मानवक शरीर पूर्ण रूपेण चारू वर्ण संगम अछि।”
-- उग्रनाथ झा।
वर्तमान समाजमे जातिवादक माहूर ताहि रूपे भरल गेल अछि जाहि सं पार पाएबाक बाट दूरूह भेल जा रहल अछि ।...
“मिथिलाक लोकगीतकेँ सहेजैत आ सुरक्षित रखैत स्त्री-कंठ”
-- कीर्ति नारायण झा
मिथिलाक लोकगीत के सहेजैत आ सुरक्षित रखैत स्त्री -कंठ - मिथिलाक लोक गीत अर्थात सामान्य लोक द्वारा...
“आजुक समयमे सोशल मीडिया लोकक जीवनक हिस्सा बनि गेल अछि।”
-- आभा झा।
आजुक समयमे सोशल मीडिया लोकक जीवनक हिस्सा बनि गेल अछि। सुतैत-जागैत लोक एहिमे डूबल रहैत अछि। आजुक पीढ़ी सबसँ...
“मिथिलामे दहेजरूपी अभिशाप के मूल कारण”
-- कृति नारायण झा।
मिथिला मे दहेज रूपी अभिशाप केर मूल कारण शिक्षाक अभाव के देल...
एकटा पुरान संस्मरण आलेख: नेपाल, भारत आर मिथिला
नेपाल, भारत आर मिथिला
सर्वविदित अछि जे विश्व केर एकमात्र 'हिन्दू राष्ट्र' जे कहियो पराधीन नहि भेल ओ 'नेपाल' थीक। नेपाल नाम कहिया सँ भेल...