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प्रवीण नारायण चौधरी

आउ कनियां आउ – फोटो खिंचाउ

आउ कनियां आउ फोटो खिंचाउ सेल्फी कि जुल्फी स्टाइलिश लूक देखाउ आउ कनियां आउ गेलय ओ जमाना कनियां छल घोघ तर आब तऽ प्रदर्शन पोज सब देखाउ आउ कनियां आउ… भेल छय कम्पीटिशन लाइक्स आ कमेन्टके मोबाइल मे कैमरा इन्टरनेट लगाउ आउ कनियां आउ… गोली मारू पर्दा स्त्रिगणक अंगना पुरुखक दलान पर मजलिस लगाउ आउ आउ कनियां आउ – फोटो खिंचाउ

सैँ-बौह केर झगड़ा

व्यंग्य प्रसंग बात कोन बड़ पैघ छलैक सेहो नहि, बस एतबी टा कहनाय कि ‘कतेक नीक होइत जे हमरो बियाह कोनो कोसीक्षेत्रीय मैथिली कन्याक संग होइत….’ – एतेक सुनिते कनियैन समूचा घर केँ माथ पर उठा लेली… अन्ट-शन्ट बाजैत गेली… ‘के करितय अहाँ संग बियाह… ओ तऽ हमर बाबुक मति फिरि गेल छलनि… नहि जाइन सैँ-बौह केर झगड़ा

सुन्दर गाम: बनगाँव

सौजन्य: जय हो बन्गाम, बनगाँव, सहरसा। मई १८, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!! “स्वर्ग केर प्राचीनतम गाम मे एक – बनगाँव केर संक्षिप्त विवरण” मिथिलाक सहरसा जिला मे कहरा प्रखंडक बनगाँव गाम प्राचीनकालीन गाम अछि, जतय लक्ष्मीश्वरनाथ महादेव खुद बाबा लक्ष्मीनाथ विराजय छथिन। एकर अगल-बगल में वाणेश्वर, माँ दुर्गा मन्दिर सेहो बहुत प्रसिद्ध अछि। बनगाँव मिथिलाक प्राचीनतम गाम सुन्दर गाम: बनगाँव

बिहार मे विकास होयत राजनीति केर मूल आधार: पप्पू यादव

बनल नव राजनीतिक दल: जनक्रान्ति अधिकार मोर्चा एक‍-एक डेग अत्यन्त सूझ-बूझ संग बढा रहला मिथिलाक धरतीपुत्र मधेपुरा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव बिहार मे आगामी विधानसभाक चुनावक समयक घोषणाक संगे अपन नव राजनीतिक दल केर स्थापनाक घोषणा काल्हि १७ मई, २०१५, यानि रवि दिन पटना मे कय देलनि। एहि सँ पूर्व ७ मई, २०१५ बिहार मे विकास होयत राजनीति केर मूल आधार: पप्पू यादव

विखंडित मिथिलाक कोसी, मिथिलांचल आ अंग केँ जोड़यवला पूलक भेल उद्घाटन

सुभाषचंद्र झा, सहरसा। मई १८, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद! २०१० मे शिलान्यास राखल गेल नौगछियाक विजय घाट (कोसी नदी) पर १.८४ किलोमीटर – ३६ पाया पर आरसीसी ढलैया द्वारा पूल केर निर्माण लगभग १७ महीनाक देरी सँ संपन्न होइतो रवि दिन मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा उद्घाटन कैल गेल। मुख्यमंत्री कहलनि जे ई नहि केवल पूर्वी बिहारक विखंडित मिथिलाक कोसी, मिथिलांचल आ अंग केँ जोड़यवला पूलक भेल उद्घाटन

जानकी पर्यटन सर्किट सँ होयत मिथिलाक विकास, दरभंगा केँ जोड़ल जाय वायुमार्ग सँ: कीर्ति आजाद

कीर्ति आजाद: सांसद (लोकसभा), दरभंगा – खेल सँ राजनीति धरिक यात्रा – सुस्पष्ट आ निर्धक्क बाजय मे माहिर – सूझबूझ भरल दृष्टिकोण आ राष्ट्रहित चिन्तन लेल सदैव राष्ट्रवादी विचारधाराक प्रबल समर्थक – बाल्यकाल सँ प्रतिभाशाली, क्रिकेट मे रुचि – विद्यालयक टीम सँ भारतीय राष्ट्रीय टीम मे प्रवेश – भारत द्वारा पहिल विश्व कप जितबाक ऐतिहासिक टीमक जानकी पर्यटन सर्किट सँ होयत मिथिलाक विकास, दरभंगा केँ जोड़ल जाय वायुमार्ग सँ: कीर्ति आजाद

मोडेलिंग सँ बालिवूड तक अपूर्वा झा

किसलय कृष्ण, सहरसा। मई १८, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!! मूलत: कटिहार निवासी अपूर्वा झा केर प्रारंभिक आ उच्च शिक्षा दिल्ली मे भेलनि। सौन्दर्य केर प्रतिमूर्ति आ अभिनय कला मे माहिर अपूर्वा केर खाता मे प्रसिद्ध निर्देशक इम्तियाज अली केर हिन्दी फिल्म ‘सोचा ना था’ दर्ज अछि। लिरिल साबुन केर विज्ञापन सँ हिनकर बारे चौतर्फा चर्चा शुरु मोडेलिंग सँ बालिवूड तक अपूर्वा झा

मैथिली जिन्दाबाद पर पाठकक संख्या १० हजार सँ टपल: विशेष धन्यवाद संपादकीय

बधाई मैथिली जिन्दाबाद कार्यसमूह व समस्त शुभेच्छुगण! आइ, हमरा लोकनि १० हजार आगन्तुक पाठकक संख्या केँ टपि गेलहुँ – ई मात्र हमरा लोकनिक द्वारा देल जा रहल गुणस्तरीय मैथिली जाहि सँ एहि मीठ भाषाक पठन-संस्कृतिमे वृद्धि हो ताहिक चलते संभव भेल अछि। जखन कि, लोक केँ मुफ्त मे पढबाक खराब आदति पड़ि गेल छैक, जाहि मैथिली जिन्दाबाद पर पाठकक संख्या १० हजार सँ टपल: विशेष धन्यवाद संपादकीय

मैथिली-मिथिला अभियानी, विद्वान् तथा समाजसेवी डा. सत्यनारायण महतोक अभिनन्दन ग्रंथक लोकार्पण

दलसिंहसराय सँ प्रो. उदय शंकर मिश्र जनौलनि अछि जे आइ सुप्रसिद्ध मैथिलीसेवी – मिथिला राज्य अभियानी डा. सत्य नारायण महतो केर जीवन पर आधारित अनेको घटना-परिघटना, सामाजिक, सांस्कृतिक व राजनैतिक योगदान आदिकेँ समग्र संग्रह रूप सहित श्री भोलानाथ मधुकर रचित अभिनन्दन ग्रंथ केर लोकार्पण समारोहपूर्वक कैल जा रहल अछि। एहि ग्रंथक नाम ‘सत्यनारायण’ राखल गेल अछि। मैथिली-मिथिला अभियानी, विद्वान् तथा समाजसेवी डा. सत्यनारायण महतोक अभिनन्दन ग्रंथक लोकार्पण

बाबाजी लक्ष्मीनाथ गोसाईं पर महाकाव्यक रचना: मैथिली कवि निरज केर महारचना

सुभाषचंद्र झा, सहरसा। मई १७, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद!! मिथिलाक सिद्ध संत शिरोमणि योगीराज परमहंस लक्ष्मीनाथ गोसाईं महाकाव्यक रचना मैथिली मे भेल, जनिकर रचैता प्रो. अरविन्द कुमार मिश्र ‘नीरज’ छथि। एहि महाकाव्य केँ 15 सर्ग मे छन्दोबद्ध कयल गेल अछि। जाहि मे गोसाईंजी उपाख्य, बाबाजी केर महिमाक गुणगान भेल अछि। श्री नीरज कहलनि जे महाकाव्यक रचना बाबाजीक बाबाजी लक्ष्मीनाथ गोसाईं पर महाकाव्यक रचना: मैथिली कवि निरज केर महारचना