एहि दुइ पाप सँ स्वयं केँ बचाउ
स्वाध्याय-विचार – प्रवीण नारायण चौधरी आजुक प्रसाद आइ जुलाई १ तारीख, तदनुसार वृहस्पति दिन – ईस्वी संवत् २०२१ !! काल्हि एकटा बड महत्वपूर्ण श्लोक सोझाँ आयल छल जाहि मे कहल गेल छलैक कि दस टा बेटा के पोसनाय बराबर एकटा बेटी के पोसब होइत छैक। ताहि बेटी केँ हमर-अहाँक सामाजिक दस्तूर मुताबिक कन्यादान करैत … एहि दुइ पाप सँ स्वयं केँ बचाउ