छिन्नमस्तिका भगवती उजानक लीला आ माहात्म्य

३ अगस्त २०२१, मैथिली जिन्दाबाद!!

छिन्नमस्तिका देवी उजान

– विभा झा

मिथिला, देवी- देवताक लेल सभ सँ प्रिय स्थान रहल अछि। मिथिलाक बाबा बिदेश्वरनाथ सँ पाँच किलोमीटर दक्षिण बड़का गाम उजान के लालपुरक कलमगाछी मे माँ छिन्नमस्तिका देवी श्मशानघाट पर अवस्थित छैथि। ई स्थान आई सँ सौ साल पहिले एतेक घनगर आ भयंकर जंगल रहय जे आदमी एहिठाम दिन में जेवा सँ डराइत छल। एहि ठाम लोक मात्र गामक कोनो सदस्य के मृत्यु के बाद ओकर दाह संस्कार के लेल अबैत छल अथवा गामक चरबाहा सब अपन माल जाल ल क झुण्ड बान्हि कऽ अबैत छल। एहि ठाम केर दृश्य एतेक भयावह छल जे बारह बजे दुपहरिया में लगैत छलैक जेना एहिठाम चारू कात भूत प्रेत पिशाच सभ नाचि रहल अछि।

एक दिन एकटा चरवाह देखलकै जे ओकर गाय एक स्थान पर बहुत काल धरि ठाढ़ रहैक, ओकरा संदेह भेलैक त लग जा क देखलकै त ओकरा अपन आँखि पर विश्वास नहि भ रहल छलैक। ओ देखलकै जे गाय के थऽन सँ दूधक धार निकलि रहल छलैक आ सभटा नीचाँ खसि रहल छलैक। ओ अपन सभ संगी के बजओलक आ बात ग्रामीण सभ के कान में गेलैन्ह। ग्रामीण सभ आबि क ओहि स्थान पर खद्धा कोरय लगलाह त देखैत छैथि जे ओहि में सँ छिन्नमस्तिका केर मूर्ति बाहर निकलल। ई दृश्य देखि ग्रामीण अति रोमांचित भ गेलाह आ ओहि ठाम सँ जंगल झार केँ काटि क साफ कएलन्हि। कहल जाइत अछि जे ओहि ठाम केर एकटा गाछ के उखाड़बाक समय ओहि गाछक जैइड़ सँ अत्यधिक मात्रा में सोना चांदी हीरा जवाहरात सभ निकलय लागल।

ग्रामीण लोकनि डरि गेलाह आ एहि घटनाक सूचना दरभंगा राज के देल गेलैक। ई बात समूचा क्षेत्र में आगि जकाँ पसरि गेलैक। हजारों के संख्या मे श्रद्धालु लोकनि एहि स्थान पर पहुँचय लगलाह। सोना चांदी हीरा जवाहरात सभ दरभंगा राज सँ आयल सिपाही अपना संग ल गेलाह आ एमहर ग्रामीण लोकनि ढोल बाजा पिपही सभ बजा कऽ मैया के गुणगान करय लगलाह। पूरा स्थान मेला केर रूप ल लेने छल। ग्रामीण सभ केर इच्छा भेलैन्ह जे एहि ठाम माता केर एकटा भव्य मंदिर बनाओल जाए मुदा राति में माता एकटा सुहृदय बला ग्रामीण के स्वप्न देलखिन्ह जे हमरा मन्दिर नहि चाही। हम ओहिना ठीक छी।

ओ स्थान एतेक सिद्ध आ पवित्र अछि जे आइधरि माँ एहिठाम बिना मन्दिर के नीम केर गाछक तऽर में प्रतिष्ठित छैथि। एहि नीमक गाछ केर बिशेषता छैक जे एहि गाछ में कहियो पतझड़ नहिं लगैत छैक। सभ दिन गाछ हरियर कंच रहैत छैक।

एतय दुर्गा पूजा खूब धूमधाम सँ मनाओल जाइत अछि। ओहि ठामक ग्रामीण लोकनि स्पष्ट कयलाह जे पूजा में जेनेरेटर माता केर स्थान सँ पश्चिम दिशा में नहिं लगाओल जाइत छैक कारण ओ जेनेरेटर खराब भ जाइत छैक संगहि नीमक गाछ पर जँ कोनो बल्ब लटका देल जाइत छैक त ओ जरवे नहिं करैत छैक। तें एखनहुं ई स्थान राति में अन्हार गुज्ज गुज्ज भ जाइत छैक। एकरा माता केर प्रभाव एवं चमत्कार कही त अतिशयोक्ति नहि होयत।

माता केर प्रभाव के बारे में कहल जाइत छैक जे शुद्ध आ सुहृदय मोन सँ कोनो स्त्री जिनका संतान सुख के प्राप्ति नहिं होइत छैन्ह आ ओ अपन देवी माँ सँ जँ याचना करैत छथिन्ह त देवी माँ अवश्य पूर्ण करैत छथिन्ह। एकर अलावे आनो तरहक याचना एहि छिन्नमस्तिका माता केर दरबार में स्वीकार कयल जाइत अछि जकर प्रमाण एहिठामक हजारों हजार श्रद्धालु केर भीड़ दऽ दैत अछि। एहि ठाम दूर दराज केर गाम सँ श्रद्धालु अपन विनती माता केर दरबार में लगबैत छैथि आ माँ छिननमस्तिका यथायोग्य सभकेँ मनोकामना पूर्ण करैत छैथि।