नेपाल-भारत प्रबुद्ध व्यक्ति समूह केर अन्तिम प्रतिवेदन तैयार

नेपाल भारत प्रबुद्ध व्यक्ति समूह केर साझा प्रतिवेदन तैयार

नेपाल-भारत प्रबुद्ध व्यक्ति समूह केर अन्तिम प्रतिवेदन

(The Final Reports by Indo Nepal EPG)
 
विराटनगर, १४ जुलाई, २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!!
व्यापार, वाणिज्य, जल संसाधन, जनता‍-जनता बीच सम्पर्क आ सांस्कृति सम्बन्ध पर दुनू देशक वर्तमान स्थिति मुताबिक आवश्यक सिफारिश (सुझाव) सहित अन्तिम प्रतिवेदन नेपाल-भारत प्रबुद्ध व्यक्ति समूह द्वारा दुनू देशक सदस्य लोकनिक संयुक्त हस्ताक्षर आ संयुक्त प्रतिवेदन हालहि सम्पन्न ९वम् आ अन्तिम बैसार द्वारा तय कय लेल गेल अछि।
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजीक २०१४ मे भेल पहिल नेपाल यात्रा मे दुनू देश एहि लेल सहमत भेल छल जे दुनू देशक सम्बन्ध मे राजनीति, आपसी समझौता-संधि, विकास लेल आपसी सहयोग, आर्थिक अनुबंध तथा सांस्कृतिक सम्बन्ध पर अध्ययन कय आवश्यक सुझाव-सलाह देबाक लेल गठन कयल गेल छ।
स्रोतक हवाले प्रकाशित समाचार मुताबिक सीमा-आरपार करय लेल आब परिचय पत्र देनाय अनिवार्य होयबाक संग-संग एक-दोसराक नागरिक लेल सुविधा मे समान अधिकार देबाक एकटा सुनिश्चित प्रारूप पर सुझाव देल गेल अछि। तहिना नेपाल केँ भारतीय भूमिक मार्ग प्रयोग करैत कोनो तेसर मुलुक सँ हथियार खरीदबाक लेल स्वतंत्र अधिकारक बात सेहो मानल गेल अछि, बल्कि ओ हथियार नेपालक आवश्यकता – आन्तरिक सुरक्षा आदि लेल आवश्यक हो। तहिना आतंकवाद आ सीमा आर-पार अबैध ब्यापार, कालाबाजारी, नकली नोट आदिक ओसार-पसार पर सेहो दुनू देश किछु महत्वपूर्ण समझौता करबाक सुझाव देल जेबाक समाचार अछि।
 
विस्तृत रिपोर्ट लेलः
https://kathmandupost.ekantipur.com/news/2018-07-01/epg-completes-its-task-with-single-joint-report.html
 
https://kathmandupost.ekantipur.com/news/2018-07-01/epg-completes-its-task-with-single-joint-report.html
 
 
Press Trust of India द्वारा उपलब्ध करायल गेल समाचार मुताबिक उपरोक्त कथित प्रबुद्ध व्यक्ति समूहक ४ सालक कार्यकाल सीमाक अन्दरे संपन्न अन्तिम बैसार सँ नेपाल-भारत सम्बन्ध केँ सुमधुर आ आरो मजबूत करय लेल द्विपक्षीय समझौता केँ पुनर्परिभाषित करबाक सुझाव दैत पूर्व मे कयल गेल विभिन्न संधि-समझौताक पुनरावलोकनक सिफारिश कयल जेबाक बात कहल गेल अछि।
 
दुनू देशक ४-४ सदस्य सहितक एहि प्रबुद्ध व्यक्ति समूह द्वारा बिना कोनो वाद-विवाद आ तय समयसीमाक भीतर तैयार कयल गेल अन्तिम प्रतिवेदन समूहक सदस्य द्वारा अपन-अपन देशक प्रधानमंत्री केँ देल जेबाक बात सेहो समाचार सँ अवगत होइत अछि। एहि प्रतिवेदन केँ सार्वजनिक करबाक बात मात्र सम्बन्धित सरकारक प्रमुख केँ सौंपलाक बाद कयल जायत सेहो समूह द्वारा जारी कयल गेल विज्ञप्ति मे कहल गेल छल।
 
नेपाली पक्ष द्वारा पूर्व-सम्पन्न संधि-समझौता दुइ राष्ट्रक बीच रहितो समानताक सिद्धान्त पर नहि कयल जेबाक आरोप लगैत आयल छल आर ताहि लेल विशेष रूप सँ गठित प्रबुद्ध व्यक्ति समूह केर नेपाली सदस्य लोकनिक मांग मुताबिक भारतीय सदस्य लोकनि अपन उचित सहमति दैत आपसी मोन मिलान करबाक बात समाचार पत्र – संचारकर्मी लोकनिक कयास कहैत अछि। पूर्व मे सम्पन्न बैठक सभ मे १९५० केर शान्ति तथा मैत्री समझौताक पुनरावलोकन आ नवीकरण लेल वर्तमानक समय ओ परिस्थिति अनुरूप कयल जेबाक बात उठैत रहल छल। एहि प्रतिवेदन मार्फत एहि सन्धि केँ खारिज कय नव संधि लेल सुझाव देल जेबाक बात सेहो प्रकाश मे आयल अछि।
 
नेपालक मीडिया आ प्रबुद्ध व्यक्ति समूह केर गतिविधि पर समाचार-विचार
 
अन्तिम बैठक मे नेपाल–भारत दुनू पक्षबीच १९५० केर सन्धि प्रतिस्थापन आर नेपाल–भारत खुला सीमा नियमन केर विषय मे साझा धारणा बनाकय अपन-अपन सरकार केँ देल जेबाक निर्णय भेल अछि।
 
कान्तिपुर समाचारपत्रक अनुसार भारत द्वारा सन्धि पुनरावलोकन सँ सम्बन्धित गोटेक अति-गंभीर विन्दु पर सेहो ध्यानाकर्षण करायल जेबाक बात कहल गेल छल, शुक्र दिन एहि विषय मे काफी गंथन मंथन केलाक बाद नेपाली पक्ष अलगे सँ अपना मे बैसार केलनि आ एतेक तक कि अपन सरकार सँ सेहो एहि विषय पर सलाह कयलनि।
 
तहिना, आतंकवाद, उग्रवाद आर अवैध मुद्रा, लागूपदार्थ ओसारपसार, तस्करी सहित नियन्त्रणक लेल दुनू पक्षक हित होयबाक हिसाबे सीमा नियमन केर विषय मे भारत द्वारा जोड़ल गेल विन्दु पर नेपाल द्वारा समर्थन देल जेबाक बात कहल गेल अछि । भारतीय टोलीक एक सदस्य पूर्वराजदूत जयन्त प्रसादक किछु धारणा पर बैठक कनेक लंबा समय धरि चलबाक बात कान्तिपुर लिखने अछि।
 
भारत अपन सुरक्षा सरोकारक अलावे अन्य विषय मे नेपाल द्वारा लेल जायवला निर्णय स्विकार करत कहलाक बादो नागरिक केँ देल जायवला सुविधाक समानता केर विषय कनेक समय लम्बा खींचलक, कहल गेल य। नेपाल सेहो भारतक संवेदनशीलता केँ ध्यान मे राखैत शान्ति आर मैत्री सन्धिक दफा २, ५, ६ आ ७ केर विषय मे नेपाल केँ समस्या नहि होयबाक हिसाब सँ बीचक बाट उपयोग केने छल। नेपालक देल गेल सुझाव पर भारतीय सदस्य सकारात्मक रहितो एहि विषय मे नेतृत्व निर्णय लेत कहिकय समाधानक पहल मे आगू बढबाक बात सहभागी बतौलनि।
 
तथापि, अन्त भला त सब भला, साझा प्रतिवेदन मे दुनू राष्ट्रक सदस्य लोकनि अन्तिम सहमति बना उचित सुझाव कर मोहर लगबैत अपन कार्य पूरा कयलनि अछि।