नेपाल मे मगही के जनम आ विकास ऊपर दुइ टप्पी

विचार - प्रवीण नारायण चौधरी सब कोइ पढय, सब कोइ बढय   हमर एक मित्र-भाइ संतोष कुमार साह (रौतहट) आइ अपन एक संवाद से ध्यानाकर्षण कयलाह। ओ लिखने...

यैह सवाल बहुतो लोकक मोन मे रहैत अछिः मिथिला राज्य सँ जुड़ल सवाल आ...

हेलो अमित आनन्द जी,   अहाँ प्रश्न सभक विन्दुवार जवाब चाहैत छलहुँ, तदनुसार हमर विचार (जवाब) पोस्ट कय रहल छी। समय दय कय पढ़ब आ आरो...

चुनावी मचान पर मिथिला – भाग २

किसलय कृष्ण, समाचार संपादक नंगटे नहाबी त लाज कथी केर सहरसा, जुन १०, २०१५. मैथिली जिन्दाबाद। साँझुक समय वीर कुमर सिंह चौक पर बैसल छी। गरमागरम चाह,...

दहेज प्रथाक प्रश्रय सम्पन्न वर्ग द्वारा – देखादेखी सब वर्ग भेल रोगग्रस्त

विचार - प्रवीण नारायण चौधरी दहेज प्रथाक बढावा देनिहार के? सच्चाई ई छैक जे दहेज प्रथा मिथिला मे उच्च-सम्भ्रान्त कहेनिहार आडंबरी लोकक किरदानी सँ आइ पूरे समाज...

मैथिल युवजनक नाम हमर जरूरी पत्र

प्रिय युवजन, जेकरा अपन मौलिकता के कोनो भान नहि, निजता प्रति कोनो सम्मान नहि, ओकरा लेल आली-हौसे छोड़िकय बाकी दोसर कोनो काम नहि। ई महावाक्य याद राखू। नजरि खोलिकय...

बिहारः मदिरापान पर प्रतिबन्ध खुशहाल प्रदेश लेल नितान्त आवश्यक

विचार आलेख - राम बाबु सिंह, मधेपुर, मधुबनी मदिरा स मुक्ति सुखी जीवन के लेल आवश्यक भगवान बुद्ध केर कथन अछि कि जाहि राज्य में  मदिराक सेवन...

काठमांडू मे मोदी देलनि जनकपुरक दृष्टान्त, कथित नाकाबन्दी लेल तरे-तरे विरोधक छल माहौल

विचार प्रवीण नारायण चौधरी, मई १२, २०१८. मैथिली जिन्दाबाद!! नेपाल मे कथित अघोषित भारतीय नाकाबन्दीक पृष्ठभूमि नेपाल मे नव संविधानक घोषणा भारतक इच्छा अनुरूप नहि कयल गेल...

मिथिलाक जयचंद

विचार-विमर्श - प्रवीण नारायण चौधरी जयचंद माने के? जयचंद याने वैह जे पृथ्वीराज चौहान समान वीर राजा संग अन्तर्द्वेष आ ईर्ष्या सऽ भरल अपन बेटी संयोगिताक प्रेमके...

मिथिलाक समग्र विकास मे प्रवासी मैथिलक योगदानः नव विकसित धारा सँ बढल अछि आशा

शाश्वत मिथिला - अहमदाबाद केर अभियन्ता आ प्रबुद्धजन श्री राजकिशोर झा केर विशेष प्रेरणा सँ वर्तमान प्रवासी मिथिला समाज लेल एक विचार - ई...

हर सफल महिला के पाछाँ एक पुरुष के हाथ होइत अछि – प्रतिभा झाक...

लेख - प्रतिभा झा, विराटनगर (बीए, प्रथम वर्ष) ओहि पुरुषके हमरा तरफ सं कोटि-कोटि प्रणाम जे एहि कलयुग मे नारीक सम्मान के रक्षा हेतु अपन मस्तक...