चलू धान रोपय खेत मे छुपर-छापर

मिथिला में रोपैन एखन मिथिला में खेती चलैये कदवा में देखू हर बहैये कतौह देखू बिया उखरैये मजदूर किसान माटिये रमैये खेत पथार में रौनक रहैये भोरगरे सबमिली जलखै करैये सब...

बरहरा गामक भैरव पूजा – मिथिलाक एक महत्वपूर्ण धरोहर

अभियान आलेख - प्रवीण नारायण चौधरी बरहरा गामक भैरव पूजाः मिथिलाक एक धरोहर बरहरा गाम मधुबनी जिला मे पड़ैत अछि। झंझारपुर सँ लौकहा जेबाक रेलवे रूट जे...

श्री महागणेशपञ्चरत्नस्तोत्रम् (श्रीशङ्कराचार्यकृतम्)

मुदाकराक्त मोदकं सदा विमुक्तिसाधकम्। कलाधरावतंसकं विलासि लोकरक्षकम्॥ अनायकैक नायकं विनाशितेभदैत्यकम्। नताशुभाशुनाशकं नमामि तं विनायकम्॥१॥ नतेतरातिभीकरं नवोदितार्कभास्वरम्। नमत्सुरारि निर्जरं नताधिकापदुद्धरम्॥ सुरेश्वरं निधीश्वरं गजेश्वरं गणेश्वरम्। महेश्वरं...

गणतंत्र दिवस भारतीय परंपरा आ संस्कृति के मजगूत करैत अछि

  लेख प्रेषित : आभा झा लेखनीकेँ धार - गणतंत्र दिवसक महत्व - जखन गणतंत्र दिवस अबैत अछि, तखन हमरा स्कूलक ओहि दिनक याद ताजा भऽ जाइत अछि,...

जानकी मन्दिर जनकपुर: एक परिचय

आलेख - अशोक कुमार सहनी जानकी मन्दिर पवित्र हिन्दू धर्मस्थल छी । जानकी अर्थात् सीताक ई मन्दिर ओकर जन्मस्थल जनकपुरमे अवस्थित अछि । ई मन्दिर कें मुगल...

जानकी जन्म आ जनकपुर मन्दिर केर माहात्म्य

आध्यात्म - ऋषिकेश झा, जनकपुरधाम पौराणिक काल मे मिथि नामक राजा मिथिला क्षेत्रक राजा छलखिन्ह । राजा मिथि केर नाम सँ एहि क्षेत्रक नाम मिथिला नगरी...

मिथिलाक ऐतिहासिक शिलालेख केर रक्षा स्वयं करू

इतिहास बचेबाक सार्वजनिक अपील - पंडित भवनाथ मिश्र, मिथिलाक्षर लिपिकेर पुरालेखविद्  पंडित भवनाथ बाबु वर्तमान समय महावीर मन्दिर, पटना मे प्रकाशन तथा शोध अधिकारी केर पद...

रामजानकी मार्गक लेल भारत सरकार द्वारा भेटल स्वीकृती

24जनवरी 2022 । मैथिली जिन्दाबाद!! मर्यदापुरुषोत्तम भगवान श्रीरामक जन्मभूमी भारतक अयोध्या सँ जगत जननी जगदम्बा जानकीक जन्मभूमी नेपाल केर जनकपुरधामधरि रामजानकी मार्ग निर्माण होएबाक निर्णय...

यात्रा: मिथलाक पवित्र और प्रसिद्ध स्थान के – अहिल्यास्थान

दहेज मुक्त मिथिलाक साहित्यिक अभियानः लेखनीक धार अन्तर्गत २० अप्रैल २०२३ 'मिथिला यात्रा संस्मरण' पर संकलित आलेख यात्रा: मिथलाक पवित्र और प्रसिद्ध स्थान के - मधू...

धनरोपनी सँ जुड़ल मिथिलाक साहित्य-संस्कारः गभ लेनाइ आ धनखेती लेल डाक-वचन

आलेख - प्रवीण नारायण चौधरी धनरोपनी सँ जुड़ल मिथिलाक साहित्य-संस्कार   के नहि जनैत छी जे बिना अन्न-पानि मानव जीवन किंवा सम्पूर्ण पर्यावरणीय संतुलन, हर जीव-जन्तु आ जीवन...