मिथिला कर्मकाण्डी लोकसंस्कार: विश्वभरि मे अलगे स्थान (आवश्यक व्यवहारिक मंत्र सहित)

संकलन - प्रवीण नारायण चौधरी  (स्रोत: मिथिला पंचांग एवं अन्य) मिथिला केँ तंत्रभूमि - सिद्धभूमि - तपोभूमि आदिकाल सँ मानल जाइत रहल अछि। एतय एक सँ...

कठिन व्रत निराजल रहबाक कारण कहल गेल अछि जितिया पावनि बड्ड भारी

अपना सभक ओहिठाम जखन लोक कोनो दुर्घटना सँ साफ साफ बचि जाइत अछि तऽ सभ कहैत छैक जे एकर माय खरजितिया पावनि कयने छलैक...

दियाबाती आ लक्ष्मी पूजा पद्धति

संस्कृतिः दियाबाती आ महालक्ष्मी पूजा पद्धति महालक्ष्मी पूजाक संछिप्त विधि सहित दीपावली पाबैन यानि कार्तिक कृष्ण अमावस्याक दिन - भगवती श्रीमहालक्ष्मी आ भगवान् गणेशक नवीन प्रतिमाक प्रतिष्ठापूर्वक...

शुभयात्रा काल मैथिलक मंत्र अछि- “ जय गणेश दुर्गा माधव

"गौरी के ललना, गणपति जी के, आरती उतारु ना, सोना के सुराही में, गंगाजल आनू, गणपति जी के चरण पखारू ना, गौरी के...

अद्भुत उमंग सौं भरल होइ अछि गामक दुर्गा पूजा

दुर्गा पूजाक उत्साह - - - दुर्गा पूजा आओर गामक बाल्यावस्था, दुनू एक दोसर केर पूरक। स्कूलक झोड़ा आ बोरा पटकि क मूर्ति देखवाक...

राम नाम समस्त वेद के प्राण स्वरूप अछि

लेख प्रेषित : कीर्ति नारायण झा राम नाम के चर्चा चहुँ दिस, सौंसे लागि रहल जयकार। धन्य भाग एहि सुननिहार के, मनुखक जीवन भेल उद्धार।।. समय,...

देखोंसक कारण दहेज के पोषण भ रहल अछि

"टेंगरा पोठी चाल करय, रेहू सिर बिसेए" इ अपना सभक ओहिठाम के बड्ड पुरान कहावत छैक तहिना मिथिला में दहेजक स्थिति भऽ गेलैक...

हिन्दू रेबाज मे कुल ८ तरहक विवाह

लेख - पराग शर्मा (अनुवादः प्रवीण नारायण चौधरी) हिन्दू रेबाज मे कुल ८ तरहक विवाह मनुस्मृति मे विवाहक ८ प्रकार कहल गेल अछि। जाहि मे तीन तरहक...

उपनयन-जनेऊ केर महत्व आ मिथिलाक अनुपम संस्कार पद्धति

जनेऊ केर महत्व   ई फोटो साभार फेसबुक सँ लेल अछि। सम्भवतः उपनयन में चरखा कटबाक सूत काटि जनेऊ बनेबाक उपक्रम केर दृश्य देखा रहल य।...

शनि-रबि पाबनि – मिथिलाक विशेष पूजा पाठ

मिथिलाक पूजा-पाठः शनि रबि पाबनि - राज कुमार झा "शनि-रबि पाबनि" एहि बेर मिथिलामे शनि-रवि पाबनि २३ अप्रैल २०२३ अर्थात् अक्षय तृतीया केँ तथा ३० अप्रैल २०२३...